Courses
Courses for Kids
Free study material
Offline Centres
More
Store Icon
Store

Important Questions for CBSE Class 11 Hindi Aroh Chapter 12 Poem Champa Kale Kale Akshar Nehi Chinhati

ffImage

CBSE Class 11 Hindi Aroh Important Questions Chapter 12 Poem Champa Kale Kale Akshar Nehi Chinhati - Free PDF Download

Free PDF download of Important Questions with solutions for CBSE Class 11 Hindi Aroh Chapter 12 Poem Champa kale kale akshar nehi chinhati prepared by expert Hindi teachers from latest edition of CBSE(NCERT) books. 

Study Important Questions Class 11 Hindi आरोह Chapter 12 – चंपा काले काले अच्छर नहीं चीन्हती

अति लघु उत्तरीय प्रश्न                                                                (1 अंक)

1. चंपा का स्वभाव कैसा था ?

उत्तर: चंपा स्वभाव से भोली, स्पष्ट बोलने वाली, चंचल, विद्रोही एवं मेहनती लड़की थी l


2. परिवार के लिए चंपा के अंदर कौन सी भावना है ?

उत्तर: चंपा के अंदर अपने परिवार के प्रति बहुत स्नेह है और वह अपने परिवार को जोड़ कर रखना चाहती हैl


3. चंपा को कौन सी ध्वनि अच्छी लगती है ?

उत्तर: कवि के पढ़ते समय उनके द्वारा पढ़ने की जों ध्वनि उतपन्न होती थीl चम्पा को वह बहुत अच्छी लगती थीl


4. चंपा कौन है ?

उत्तर: चंपा एक ग्वालन है एवं इस कविता में वह लेखक की नायिका हैl


5. चंपा को कवि क्या सलाह देता है ?

उत्तर: चंपा को कवि पढ़ने लिखने का महत्व बताते है और उसे पढ़ाने लिखने की सलाह देते हैl


लघु उत्तरीय प्रश्न                                                                              (2 अंक)

1. चंपा किस कार्य को बुरा मानती है और क्यों ?

उत्तर: चंपा के अनुसार पढ़ाई लिखाई एक बुरी वस्तु है, क्योंकि पढ़ लिख लेने के बाद व्यक्ति अपने गांव एवं परिवार को छोड़ शहर चला जाता हैl जिससे उसका परिवार पूर्ण रूप से बिखर जाता हैl


2. कवि चंपा को किस प्रकार पढ़ने लिखने के लिए प्रभावित करने की कोशिश करते है?

उत्तर: कवि चंपा को पढ़ाई लिखाई का महत्व समझते हुए उसे कहते है कि जब तुम्हारी शादी हो जाएगी और तुम्हारा पति बाहर कमाने कलकाता शहर चल जाएगा तों तुम उसको अपने मन का हाल कैसे बताओगीl यदि तुम थोड़ा पढ़ लिख लोगी तो कम से कम अपने पति का हाल जान कर उसको पत्र का जवाब तो दे पाओगीl


3. उस दिन चंपा आई............. तो मैं नहीं पढ़ लूंगी इन पंक्तियों का शिल्प सौंदर्य बताइए l

उत्तर: उपरोक्त पंक्तियों में कवि ने खड़ी बोली का प्रयोग किया है। कविता की पंक्तियों में शांत रस एवं प्रसाद गुण का प्रभाव है एवं उपरोक्त पंक्तियों में सहज अभिव्यक्ति की भावना झलक रही हैl


4. “चंपा बोली; तुम कितने झूठे हो, देखा......... कलकत्ते पर बज्जर गिरेl” इन पंक्तियों का शिल्प सौंदर्य बताइए। 

उत्तर: उपरोक्त पंक्तियों में खड़ी बोली का एवं मुक्त छंद का प्रयोग किया गया हैl पंक्तियों में सहज अभिव्यक्ति एवं प्रसाद गुण का प्रभाव है। संग साथ में अनुप्रास अलंकार का प्रयोग हुआ है। 

 

5. चंपा किस से डरती है और क्यों?

उत्तर: चंपा कलकाता शहर की चकाचौंध से डरती है क्योंकि चंपा के अनुसार जो कोई भी व्यक्ति एक बार कलकाता शहर जाता है वह व्यक्ति कलकाता शहर की जगमगाहट और चकाचौंध को देखकर अपने घर वापस नहीं लौटता। जिसके कारण उसका परिवार पूर्ण रूप से बिखर जाता है। 


 लघु उत्तरीय प्रश्न                                                                       (3 अंक)

1. चंपा कलकाता शहर को किसका प्रतीक मानती है?

उत्तर: चंपा कलकाता शहर को शोषण का प्रतीक अर्थात शोषण करने वाला शहर मानती है। चंपा के अनुसार जो कोई भी व्यक्ति एक बार कलकाता चला जाए वह दोबारा लौट के अपने घर वापस नहीं आता। वह व्यक्ति कलकाता शहर के जगमगाते हुए चकाचौंध में फंस जाता है, और फिर अपने घर वापस कभी नहीं लौटता। उस व्यक्ति का बसा बसाया हुआ परिवार नष्ट हो जाता हैl


2. कवि चंपा को विद्रोही स्वभाव का क्यों कहते हैं?

उत्तर: कवि चंपा के स्वभाव को विद्रोह जनक मानते हैं क्योंकि वह कवि से अपने पति की कलकाता शहर जाने की बात का विद्रोह करती है, और कवि से कहती है कलकाता पर बज्जर गिरेl चंपा को ऐसा लगता है कि मनुष्य पढ़ लिख कर अपने परिवार को छोड़कर कहीं और जाकर बस जाता है, एवं उसी शहर में बस कर वह वहीं का होकर रह जाता है और अपने प्रिय जनों  को समय के साथ भूल जाता है। 


3. गांधीजी के किस विचार को चंपा कहती है कि यह विचार गांधी जी का नहीं है? 

उत्तर: चंपा के अनुसार पढ़ाई लिखाई करने की बातें गांधी जी के द्वारा नहीं कही गई है, और वह गांधीजी के पढ़ने लिखने के विचार को अस्वीकार कर देती हैंl चंपा को लगता है कि पढ़ने लिखने के बाद व्यक्ति अपना घर परिवार छोड़कर परदेश चला जाता हैl इसलिए चंपा के अनुसार पढ़ना लिखना एक बुरा कार्य है। गांधी जी सदैव लोक कल्याण की बातें करते थेl इसलिए गांधीजी की पढ़ाई लिखाई करने की बात को चंपा पूर्ण रूप से अस्वीकार करती हैl चंपा का ऐसा मानना है कि पढ़ाई लिखाई करने से जब किसी का भला नहीं होता तो पढ़ाई लिखाई बेकार की वस्तु है।


4. चंपा ने पढ़ने से मना क्यों कर दिया?

उत्तर: चंपा के अनुसार पढ़ाई लिखाई एक बहुत ही बुरा कार्य है। पढ़ लिखकर लोग अपने परिवार एवं प्रिय जनों को छोड़कर चले जाते हैं। जिससे वे अपने प्रियजनों, मित्र एवं सगे संबंधियों को भूल जाते हैंl जिसके कारण उसका परिवार बिखर जाता है। अतः चंपा को यह बात भलीभांति से ज्ञात है कि शिक्षित व्यक्ति घमंडी और कपटी होते हैं। परदेश जाने के बाद लोगों के परिजन एवं परिवार को उनके जाने का वियोग सहना पड़ता है। इन्ही कारणों से चंपा पढ़ने लिखने से मना करती है। 


5. “चंपा काले काले अच्छर नहीं चिन्हती .............. निकला करते हैंl” इन पंक्तियों में उपयुक्त शिल्प सौंदर्य बताइए। 

उत्तर: यह कविता गांव के लोगों की मानसिकता को  दर्शाती है। उपयुक्त पंक्तियों में सरल एवं सहज भाषा का प्रयोग किया गया है। काले-काले तथा कड़ी-कड़ी में शब्दों की पुनरावृत्ति की गई हैl जिससे काले-काले एवं कड़ी-कड़ी में अनुप्रास अलंकार का प्रयोग किया गया। उपरोक्त पंक्तियां मुक्त छंद को दर्शाती है।  


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न                                                                                 (5 अंक)

1. चंपा को कलकाता शहर से क्यों डर लगता है?तथा वह कलकाता शहर के लिए क्या चाहती है? 

उत्तर: चंपा के अनुसार कलकाता एक शोषण करने वाला शहर हैl लोग पढ़ लिख कर कलकाता शहर अपने परिवार को छोड़कर चले जाते हैं, एवं उसका परिवार उसकी याद में आंसू बहाता है। वह पूर्ण रुप से कलकाता के चकाचौंध में फंस जाता है और परिवार को भूल जाता हैl इसलिए कवि जब चंपा को कहते हैं तुम्हारा पति काम करने कलकाता शहर चला जाएगाl तब वह इस बात से भयभीत हो जाती है, और कोलकाता शहर पर बज्जर गिरने की बात कह देती है। चंपा यह नहीं चाहती है कि शादी के बाद उसका पति कमाने के लिए उसे छोड़ कर शहर चला जाए। जिससे चंपा को भी अपने पति के जाने का वियोग सहना पड़ेगा। इसलिए वह ईश्वर से यह प्रार्थना करती है, कि कलकाता शहर में बज्जर गिर जाए। 


2. “ चंपा काले काले अक्षर नहीं अच्छर चिन्हती” का सारांश बताइए l

उत्तर: इस कविता में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली एक ग्वालन की मनो स्थिति को दर्शाया गया हैl लेखक के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र के लोग पढ़ाई-लिखाई करके काम की तलाश में शहर की ओर पलायन करते हैं और शहर जाकर वहां की चकाचौंध में खो जाते हैं। जिससे उनके परिवार एवं सगे संबंधी को उनके दूर जाने का वियोग सहना पड़ता है। कविता की नायिका चंपा को इस वियोग का ज्ञान थाl वह एक अनपढ़ लड़की थी परंतु वह शिक्षित घमंडी एवं कपटी लोगों से भलीभांति परिचित थी। जिससे कवि द्वारा गांधीजी  की पढ़ाई लिखाई की बातें करने पर चंपा इसे अस्वीकार कर देती हैl उसके अनुसार गांधीजी लोक कल्याण की बातें करते थेl परंतु पढ़ने लिखने से व्यक्ति अपने परिवार को छोड़कर परदेश चला जाता है इसलिए  चंपा पढ़ने लिखने को एक बुरा कार्य बताती हैl 


3. “चंपा काले काले अच्छर नहीं चिन्हती.......... परेशान फिर हो जाता हूं” इन पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए। 

उत्तर: कवि ने अपनी कविता की नायिका चंपा को अनपढ़ बताते हुए चंपा द्वारा ना पढ़ने लिखने के कारणों को उजागर किया है। कवि के पढ़ने बैठने के समय चंपा उनके पास आ जाती एवं कवि के पढ़ते समय निकलती ध्वनियाँ सुनकर चंपा को काफी हैरानी होती। चंपा सोचने लगती की इन काले काले अक्षरों से ऐसी ध्वनियाँ निकलती है। वह कवि की कागज एवं कलम को चुरा लेती जिससे कवि उसकी शरारतों से परेशान हो जाते। चंपा का मन चंचल एवं निश्छल हैl कवि के मन में यह विचार है कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग साक्षरता से कितने अनभिज्ञ हैl


4. चंपा कहती है मैं तो नहीं पढ़ूंगी इन पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिएl

उत्तर: उपरोक्त पंक्तियां पढ़ाई लिखाई के प्रति चंपा की संकीर्ण दृष्टिकोण को दर्शाती है। चंपा किताबों में लिखी अक्षरों को काले काले बताती है। कवि द्वारा पढ़ाई लिखाई की बातें करने पर चंपा इससे मूल्यहीन बताती है, और विभिन्न तर्क दिया करती। कवि द्वारा गांधी के संदर्भ में पढ़ाई लिखाई की बातें करने पर चंपा कवि को गुस्सा होकर कहने लगती है कि गांधीजी लोक कल्याण की बातें किया करते थेl अतः वह कभी भी ऐसी बातें नहीं कर सकतेl जिससे किसी का परिवार बिखर जाए इसलिए चंपा पढ़ना लिखना नहीं चाहती। 


5. “मैंने कहा कि चंपा पढ़ लेना अच्छा है....... पढ़ लेना अच्छा हैl” इन पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिएl

उत्तर: लेखक द्वारा पढ़ाई लिखाई का महत्व बताएं जाने पर चंपा तर्क वितर्क करने लगती हैl तब लेखक  चंपा को समझाने लगते हैं कि शादी के जब तुम्हारा पति कमाने के लिए परदेश चला जाएगा, तब तुम अपने दिल का हाल उसे कैसे बता पाओगी, और जब वह तुम्हें पत्र लिखेगा तब तुम उस पत्र का जवाब कैसे दे पाओगी। ऐसा कह कर कवि चंपा को पढ़ाई लिखाई का महत्व बताते हैंl परंतु इस बात पर वह कहने लगती है कि कोलकाता द्वारा लोगों का शोषण होता है और लोगों को वियोग सहन करना पड़ता हैl साथ ही लोगों का परिवार बिखर जाता है। ऐसी तर्क वितर्क करके चंपा सदैव स्वयं को सही बतातीl

FAQs on Important Questions for CBSE Class 11 Hindi Aroh Chapter 12 Poem Champa Kale Kale Akshar Nehi Chinhati

1. What are the advantages of using Important Questions for CBSE Class 11 Hindi Aroh Chapter 12 Poem Meera Ke Pad, during studying?

The students won’t get to consult different books or websites if they employ Important Questions for CBSE Class 11 Hindi Aroh Chapter 12 Poem Meera Ke Pad, as  study material. I would like to recommend Vedantu.com to download. It tends to provide you with enough study material to pass your exams with flying colors. All the questions strictly follow the CBSE format and you can receive all of the required info in one place.

2. What is the weightage of Important Questions for CBSE Class 11 Hindi Aroh Chapter 12 Poem Meera Ke Pad?

If the students study well Important Questions for CBSE Class 11 Hindi Aroh Chapter 12 Poem Meera Ke Pad, for their exams they can easily score 90+ in their final exams. If the student is facing any problem of grasping of the poem, Vedantu.com created a particularly thorough lesson arrangement that provides more clarity to the students.

3. In what form does Meera worship Krishna? How is that form?

Meera's love for Krishna is pure, pure, and supernatural. She worships Krishna as her husband or lord. She calls Krishna her master and herself his maidservant. Shri Krishna is the life support of Meera. Meera says that the form of Shri Krishna who lifts the Govardhan mountain with his finger and wears a peacock feather crown on his head is very attractive and pleasing.

4. Is it required to practice all of using Important Questions for CBSE Class 11 Hindi Aroh Chapter 12 Poem Meera Ke Pad, to get a good grade in the exam?

Important Questions for CBSE Class 11 Hindi Aroh Chapter 12 Poem Meera Ke Pad, provide you the opportunity to learn about these crucial and helpful concepts. The questions have been meticulously handled by internal Vedantu subject matter experts while adhering to all CBSE norms. This helps the students comprehend the poem's ideas, concepts, and historical context.

5. In the poem ‘Meera Ke Pad’ What is the Poet's Objective?

Meera's unique love for Krishna has been expressed in this universe. She also leaves the dignity of the family and considers Krishna as her everything. He has nurtured the vine of love for Krishna by watering it with tears and extracting ghee in the form of essence from the churner of devotion. They pray to the Lord for their salvation and suffer the pain of separation from him.