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Mithaiwala (मिठाईवाला) Class 7 Important Questions: CBSE Hindi (Vasant) Chapter 4

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Hindi (Vasant) Important Questions for Chapter 4 मिठाईवाला Class 7 - FREE PDF Download

Vedantu provides Class 7 Hindi Questions for Chapter 4, 'मिठाईवाला.' This chapter, Mithaiwala, encourages students to appreciate the art, culture, and traditions surrounding the art of sweets-making. Through the story of a talented sweet-maker, students learn valuable lessons about creativity, dedication, and the significance of preserving cultural heritage in culinary arts. Download the FREE PDF to access CBSE Class 7 Hindi Vasant Important Questions and ensure thorough preparation for every part of the CBSE Class 7 Hindi Syllabus.

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Table of Content
1. Hindi (Vasant) Important Questions for Chapter 4 मिठाईवाला Class 7 - FREE PDF Download
2. Important Topics of Class 7 Hindi (Vasant) Chapter 4 Mithaiwala
3. Access Class 7 Hindi Chapter 4: Mithaiwala (मिठाईवाला) Important Questions
    3.1अति लघु उत्तरीय प्रश्न: (1 अंक)
    3.2लघु उत्तरीय प्रश्न: (2 अंक)
    3.3लघु उत्तरीय प्रश्न: (3 अंक)
    3.4दीर्घ उत्तरीय प्रश्न: (5 अंक)
4. Points to Remember From Class 7 Hindi Chapter 4: Mithaiwala
5. Benefits of Important Questions for Class 7 Hindi Chapter 4: Mithaiwala
6. Conclusion
7. Related Study Materials for Class 7 Hindi Chapter 4
8. Chapter-wise Important Questions for Hindi (Vasant) Class 7
9. Important Study Material for Hindi Class 7
FAQs


Important Topics of Class 7 Hindi (Vasant) Chapter 4 Mithaiwala

Here are the important topics of Class 7 Hindi Chapter 4: Mithaiwala, which covers the art of sweet-making, the cultural significance of traditional culinary crafts, the creativity and skill involved in making sweets, the historical background of sweets in Indian culture, and the importance of preserving these cultural traditions.


Important Topic 

Explanation

Art of Sweet-Making 

The chapter explores the skill and creativity involved in traditional sweet-making, highlighting the craftsmanship of sweet-makers.

Cultural Significance of Sweets

It discusses the cultural value of sweets in Indian traditions, especially during festivals and celebrations.

Dedication of Artisans

The story emphasises the dedication and hard work of artisans who put effort into creating sweets with precision and passion.

History of Indian Sweets 

The chapter touches upon the rich history and heritage of sweet-making in India, showcasing its place in Indian culinary arts.

Preservation of Culinary Heritage

It highlights the importance of preserving traditional sweet-making techniques as a part of cultural heritage.

Access Class 7 Hindi Chapter 4: Mithaiwala (मिठाईवाला) Important Questions

अति लघु उत्तरीय प्रश्न: (1 अंक)

1. मिठाई वाले की तरफ लोग क्यों आकर्षित होते थे?

उत्तर: एक अच्छा गायक होने  की वजह से लोग उसकी तरफ आकर्षित होते थे I


2. रोहिणी को खिलौने वाले की याद कैसे आती थी?

उत्तर: रोहिणी को मुरली वाले के स्वर से खिलौने वाले की याद आ जाती थीI


3. किसकी बात सुनकर मिठाईवाला भावुक हो गया था?

उत्तर: रोहिणी की बात सुनकर मिठाईवाला भावुक हो गया थाI


4.'अब इस बार ये पैसे ना लूँगा' यह वाक्य किसने और किसको कहा था?

उत्तर: यह बात मिठाई वाले ने रोहिणी से कही थीI


5. राय विजयबहादुर कौन था?

उत्तर: राय विजय बहादुर रोहिणी का पति थाI


लघु उत्तरीय प्रश्न: (2 अंक)

6. मिठाईवाला बच्चों के इच्छा का ख्याल कैसे रखता था?

उत्तर: बच्चे एक चीज खाकर ऊब ना जाए इसलिए मिठाई वाला अलग-अलग चीजें बेचता थाI वह कई महीनों बाद आता था ताकि बच्चों में उत्सुकता बनी रहेI


7. बच्चे मिठाईवाले को क्यों पसंद करते थे?

उत्तर: मिठाईवाला बच्चों को कम कीमत में हर बार नए-नए खिलौने और मिठाईयाँ देता था इसलिए बच्चे मिठाई वाले को पसंद करते थेI


8. राय विजय बहादुर के बच्चों का नाम क्या था? बच्चे क्या लेकर घर आते हैं?

उत्तर:राय विजय बहादुर के दोनों बच्चों का नाम चुन्नू और मुन्नू था दोनों अपने हाथ में एक एक खिलौना लेकर घर आते हैंI


9. चुन्नू और मुन्नू के पास कौन सा खिलौना था?

उत्तर: चुन्नू और मुन्नू के पास हाथी घोड़ा वाला खिलौना था दोनों ने खिलौने लेकर घर में उछल कूद मचा रखी थी दोनों उस खिलौने को लेकर बहुत खुश थेI


10. रोहिणी चुन्नू और मुन्नू से क्या पूछती हैं?

उत्तर:रोहिणी दोनों बच्चों को बुलाकर उनसे खिलौने का दाम पूछती है कि उन्होंने यह खिलौना कितने पैसे में खरीदा है जवाब में मुन्नू बताता है उन्होंने यह खिलौना दो पैसे में खरीदा हैI


लघु उत्तरीय प्रश्न: (3 अंक)

11. खिलौनेवाले के आने पर बच्चों की क्या प्रतिक्रिया होती थी?

उत्तर: खिलौने वाले के आने पर बच्चे खुश हो जाते थे। बच्चे बहुत उत्साहित हो जाते थे। उन्हें खेलकूद भूलकर अपने सामान, जूते-चप्पल आदि का ध्यान नहीं रहता। वे अपने-अपने घर से पैसे लाकर खिलौने का मोल-भाव करने लग जाते थे। खिलौनेवाला उनका मन चाहा खिलौने दे देता और बच्चे उन्हें लेकर काफ़ी खुश हो जाते थे। बच्चे खुशी से झूम उठाते थेI


12. रोहिणी को मुरलीवाले के स्वर से खिलौनेवाले की याद क्यों आ जाती थी?

उत्तर: रोहिणी को मुरलीवाले के स्वर से खिलौनेवाले का स्मरण इसलिए हो आया क्योंकि खिलौनेवाला की तरह ही इसकी आवाज़ जानी पहचानी थी। खिलौनावाला भी इसी तरह मधुर स्वर से गाकर खिलौना बेचा करता था। मुरलीवाला भी ठीक उसी तरह मीठे स्वर में गाकर मुरलियाँ बेचता  था।


13. मुरलीवाले का चित्रण करेंI

उत्तर:मुरली वाला देखने में पतला सा युवक था उसकी उम्र लगभग 32 साल की थी वह बीकानेरी रंगीन साफा बांधा करता था उसके बारे में लोगों ने यही अंदाजा लगाया कि वह व्यक्ति पहले खिलौने बेचने शहर में आया करता था


14. रोहिणी मुरली वाले को क्यों बुलवाती है?

उत्तर:रोहिणी  बंसी की आवाज सुनती तो उसको मिठाई वाले की याद आती थी इसलिए मैं सुनिश्चित करती थी कि मिठाई वाला ही तो नहीं जो मुरली वाले के नाम से प्रसिद्ध हो गया हो


15. रोहिणी चुन्नू और मुन्नू से क्या पूछती हैं? और क्या सुनकर हैरान हो जाती है?

उत्तर: रोहिणी में दोनों बच्चों को बुलाकर उनसे पूछा कि तुमने यह खिलौने कितने पैसे मे लिए है? तब मुन्नू बोला दो पैसे मेंI रोहिणी सोचने लगी खिलौनेवाला खिलौना इतना सस्ता कैसे दे सकता है, यह बात सुनकर वह हैरान हो जाती है


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न: (5 अंक)

16. मिठाईवाले में वे कौन से गुण थे जिनकी वजह से बच्चे तो बच्चे, बड़े भी उसकी ओर खिंचे चले आते थे?

उत्तर:मिठाईवाला अपनी चीजों को मधुर आवाज में गाना कर बहुत ही कम दाम भेजता था वह नहीं नई चीजें लाकर बच्चों के बीच उन्हें देता था वह बहुत ही विनम्रता तथा प्यार से बोलने वाला व्यक्ति था पैसे ना होने पर भी वह बच्चों को चीजें दे दिया करता था जिसके कारण बच्चे ही नहीं अपितु बड़े भी उसकी ओर आकर्षित हो जाते थेI


17. किसकी बात सुनकर मिठाईवाला भावुक हो गया था? उसने इन व्यवसायों को अपनाने का क्या कारण बताया?

उत्तर: रोहिणी की बात सुनकर मिठाईवाला भावुक हो गया था। इस पर उसने भावुकहोकर  बताया-मैं भी अपने नगर का एक प्रतिष्ठित व्यापारी था। मकान, व्यवसाय, गाड़ी-घोड़े, नौकर-चाकर सभी कुछ मेरे पास था। मेरी पत्नी तथा  छोटे-छोटे दो बच्चे थे। मेरा सुखी संसार था। उसके पास सुख के सभी साधन थे। स्त्री और छोटे बच्चे भी थे। ईश्वर की लीला सभी को ले गई। उसने इन व्यवसायों को अपनाने के निम्नलिखित कारण बताएँ-

मैं इस व्यवसायों के माध्यम से अपने खोए बच्चों को खोजने निकला हूँ। इन हँसते-कूदते, उछलते तथा इठलाते बच्चों में अपने बच्चे की झलक होगी। इन वस्तुओं को बच्चों में बेचकर संतोष का अनुभव करता हूँ। बच्चों के चेहरे की खुशी देखकर मुझे असीम संतोष मिलता है।


18. ‘अब इस बार ये पैसे न लँगा’-कहानी के अंत में मिठाईवाले ने ऐसा क्यों कहा?

उत्तर: मिठाई वाले के जीवन के बारे में कोई नहीं जानता था उसे अपने जिंदगी की सारी बातें दादी और रोहिणी को बताई उसी समय रोहिणी के छोटे-छोटे बच्चे मुन्नू चुन्नू आकर मिठाई मांगने लगने मैं दोनों को मिठाई दे देता है रोहिणी पैसे देती है तो उसका यह कहना यह दर्शाता है कि उसका मन भर आया और यह बच्चे उसे अपने बच्चे कैसे लगे


19. राय विजयबहादुर कौन था? राय विजय बहादुर के बच्चों का नाम क्या था? बच्चे क्या लेकर घर आते हैं?

उत्तर: राय विजय बहादुर रोहिणी के पति थे एक बहुत ही विनम्र व्यक्ति थेI राय विजय बहादुर के दो बच्चे थे जिनका नाम चुन्नू और मुन्नू था बहुत ही प्यारे थे वह दोनों अपने अपने हाथ में एक खिलौना लेकर घर आते हैंI और मोनू के पास हाथी घोड़ा वाला खिलौना था दोनों ने खिलौने को लेकर घर में उछल कूद मचा रखी थी दोनों उस खिलौने को लेकर बहुत खुश थेI


20. मुरलीवाले का चित्रण करेंI रोहिणी मुरली वाले को क्यों बुलवाती है?

उत्तर: मुरली वाला देखने में पतला सा युवक था उसकी उम्र लगभग 32 साल की थी वह बीकानेरी रंगीन साफा बांधा करता थाI उसके बारे में लोगों ने यही अंदाजा लगाया कि वह व्यक्ति पहले खिलौने बेचने शहर में आया करता था रोहिणी जब मुरली वाले की आवाज सुनी तो उसको मिठाई वाले की याद आ गईI रोहिणी सुनिश्चित करना चाहती थी कि वह मिठाई वाला तो नहीं जो मुरली वाले के नाम से प्रसिद्ध हो गया हैI


Points to Remember From Class 7 Hindi Chapter 4: Mithaiwala

  • The chapter introduces students to the traditional art of sweet-making, emphasising its cultural significance and role in Indian celebrations.

  • It highlights the creativity and skill involved in crafting sweets, showcasing the dedication of artisans to their culinary craft.

  • The chapter discusses the importance of preserving traditional culinary arts, encouraging students to appreciate India’s rich cultural heritage.

  • The significance of sweets as part of folktales, celebrations, and traditions demonstrates the role of sweet-making in connecting people and sharing joy.

  • It encourages students to recognise the value of culinary diversity and the importance of keeping traditional crafts alive.


Benefits of Important Questions for Class 7 Hindi Chapter 4: Mithaiwala

  • Important Questions provide a clear summary, helping students recall essential points and ideas without re-reading the entire chapter.

  • They highlight important questions, and the cultural significance of traditional sweets, making exam preparation quicker and more effective.

  • Simplified Important Questions make it easier for students to remember details about the art of sweet-making, the artisans, and the cultural messages conveyed through this craft.

  • Important Questions offer guidance on framing answers, especially for questions related to the importance of preserving culinary traditions.


Conclusion

Class 7 Hindi Chapter 4 Mithaiwala teaches students about the cultural value of traditional arts like sweet-making. Through the captivating world of sweets, the chapter encourages students to appreciate creativity, craftsmanship, and the importance of preserving culinary heritage. Understanding these themes develops respect for India’s diverse traditions and the dedication of artisans who keep these crafts alive.


Related Study Materials for Class 7 Hindi Chapter 4

S.No. 

Important Study Material Links for Class 7 Hindi Chapter 4

1.

Class 7 Mithaiwala Notes

2.

Class 7 Mithaiwala Solutions



Chapter-wise Important Questions for Hindi (Vasant) Class 7



Important Study Material for Hindi Class 7

S.No

Class 7 Hindi Study Resources 

1.

Class 7 Hindi Revision Notes

2.

Class 7 Hindi NCERT Solutions

3.

Class 7 Hindi Sample Papers

4.

Class 7 Hindi Worksheets

5.

Class 7 Hindi Important Questions

6.

Class 7 Hindi NCERT Books

FAQs on Mithaiwala (मिठाईवाला) Class 7 Important Questions: CBSE Hindi (Vasant) Chapter 4

1. What is the main theme of Chapter 4 Mithaiwala in Class 7 Hindi?

The main theme of Mithaiwala is the art of traditional sweet-making, showcasing its cultural significance and the dedication of artisans to their craft.

2. Why is Mithaiwala an important chapter in Class 7 Hindi?

This chapter is important as it teaches students about the cultural heritage of sweet-making, the creativity involved, and the value of preserving traditional culinary arts.

3. What lessons can students learn from Chapter 4 Mithaiwala?

Students learn the importance of creativity, dedication, and the cultural value of traditional crafts, particularly in the art of sweet-making.

4. How does Mithaiwala explain the role of sweets in Indian culture?

The chapter highlights the significance of sweets in Indian traditions, especially during festivals, as a way to bring people together and celebrate.

5. How can students prepare for important questions in Mithaiwala?

Students can prepare by reviewing key points, using the Important Questions, and practising questions that focus on the chapter’s main ideas about art, culture, and heritage.

6. What does the chapter Mithaiwala teach about the importance of traditional culinary arts?

The chapter emphasises that traditional culinary arts like sweet-making are essential for preserving cultural identity and passing down traditions through generations.

7. How can Vedantu’s Important Questions PDF help with Chapter 4 Mithaiwala?

Vedantu’s PDF offers important questions helping students understand the chapter better and prepare thoroughly for exams.

8. What is the cultural significance of sweet-making as described in Mithaiwala?

Sweet-making is shown as a cultural heritage, embodying traditions, celebrations, and values that are important in Indian society.

9. How does Mithaiwala inspire students to appreciate traditional crafts?

The chapter highlights the creativity and hard work involved in sweet-making, encouraging students to value and respect these traditional culinary crafts.

10. What role does creativity play in Mithaiwala?

Creativity is central in Mithaiwala, as it showcases how artisans use their skills to create sweets, blending artistry with culinary craftsmanship.