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NCERT Solutions for Class 11 Hindi (Antra) Chapter 5: Jyotiba Phule

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NCERT Solutions for Class 11 Chapter 5 Jyotiba Phule Hindi (Antra) - FREE PDF Download

The NCERT Solutions for Class 11 Chapter 5: Jyotiba Phule from the Hindi (Antra) textbook written by Sudha Arora provide essential support for students studying this important narrative about the life and contributions of Jyotiba Phule. The chapter highlights Phule's efforts in promoting education and social reform in India, focusing on his role in uplifting marginalized communities and advocating for women’s rights. These solutions created according to the CBSE Class 11 Hindi syllabus, help students understand the key concepts and themes presented in the text.

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Table of Content
1. Class 11 Hindi NCERT Solutions for Antra Chapter 5 Jyotiba Phule
2. Access NCERT Solutions for Hindi Chapter 05 ज्योतिबा फुले
    2.111:5:1: प्रश्न- अभ्यास:1
    2.211:5:1: प्रश्न-अभ्यास:2
    2.311:5:1: प्रश्न-अभ्यास:3
    2.411:5:1: प्रश्न-अभ्यास:4
    2.511:5:1: प्रश्न-अभ्यास:5
    2.611:5:1: प्रश्न- अभ्यास:6
    2.711:5:1: प्रश्न- अभ्यास: 7
    2.811:5:1: प्रश्न- अभ्यास:8
    2.9NCERT Solutions Class 11 Hindi Chapter 5 (Jyotiba Phule)
3. CBSE Class 11 Hindi Chapter 5 Other Study Materials
4. Chapter-wise NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra
5. Book-wise Links for CBSE Class 11 Hindi NCERT Solutions
6. Important Related Links for CBSE Class 11 Hindi
    6.1Why Vedantu for NCERT Solutions for Latest Syllabus Class 11 Hindi?
FAQs


Students can easily access the FREE PDF download of the NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra. With detailed explanations and structured answers, these solutions aid in effective exam preparation and deepen students' appreciation for Phule's significant impact on society.


Glance on Class 11 Hindi (Antra) Chapter 5 - Jyotiba Phule

Chapter 5, "Jyotiba Phule," highlights the life and contributions of the social reformer Jyotiba Phule, who played a crucial role in challenging social injustices in 19th-century India. Here’s a brief overview of the chapter:


  • The chapter provides a detailed account of Jyotiba Phule's early life, education, and the socio-political environment in which he lived. It emphasizes his humble beginnings and the experiences that shaped his vision for social reform.

  • Phule is recognized for his relentless efforts to promote education, especially for women and marginalized communities. The chapter discusses his establishment of schools and his advocacy for the right to education, emphasizing the importance of knowledge in achieving social equality.

  • The narrative critiques the prevailing caste system and the discrimination faced by lower castes. Phule’s ideas challenged traditional norms, and he fought against the injustices that marginalized sections of society faced.

  • The chapter highlights Phule’s belief in gender equality and his commitment to empowering women. He advocated for women's education and their active participation in society, laying the groundwork for future movements in women's rights.

  • Jyotiba Phule's legacy as a pioneer of social reform is discussed, illustrating how his work influenced later generations of reformers and contributed to the broader struggle for social justice in India.

  • The chapter inspires readers to reflect on their own roles in promoting equality and justice in society, encouraging them to continue the fight against discrimination and oppression.

Access NCERT Solutions for Hindi Chapter 5 ज्योतिबा फुले

1. ज्योतिबा फुले का नाम, समाज सुधारकों की सूची में शुमार क्यों नहीं किया गया? तर्क सहित उत्तर लिखिए।

उत्तर: ज्योतिबा फुले, हमेशा उन लोगों का विरोध करते थे, जो उच्चवर्गीय समाज का प्रतिनिधित्व करते थे। वे हमेशा ब्रह्म समाज द्वारा फैलाए गए आडंबरो और रूढ़ियों का विरोध करते थे। वे हमेशा, सभी को समान अधिकार देने वाली बातों का, समर्थन करते थे। यदि उन्हें समाज सुधारकों की सूची में रख दिया जाता तो समाज की दशा, बहुत पहले ही बदल जाती। विकसित पदों वाले तथा समाज के प्रतिनिधित्व करने वाले लोग, ज्योतिबा फुले का नाम समाज सुधारकों में नहीं चाहते थे। उन लोगों ने ज्योतिबा फुले का नाम समाज सुधारकों में न रख कर, उनके द्वारा समाज हित में किए गए कार्यों को दबाने का कोशिश किया है।


2. शोषण व्यवस्था में क्या-क्या षड्यंत्र रचे गए और क्यों? 

उत्तर: शोषण व्यवस्था द्वारा निम्नलिखित षड्यंत्र रचे गए:-

1.ज्योतिबा फुले के परिवार और समाज ने उनका बहिष्कार किया।

2.वे जब भी बाहर निकलते थे तो लोगों द्वारा उन्हें गालियां सुननी पड़ती थी। उन पर थूक और गोबर भी फेंका जाता था।

3.उनके सामाजिक कार्यों को रोकने के लिए अनेक प्रकार के रोड़े अटकाए जाते थे।


3. ज्योतिबा फुले द्वारा प्रतिपादित आदर्श परिवार, क्या आपके विचारों के आदर्श परिवार से मेल खाता है? पक्ष- विपक्ष में उत्तर दीजिए।

उत्तर: पक्ष:- ज्योतिबा फुले द्वारा प्रतिपादित आदर्श परिवार की यह कल्पना है। उनका मानना था कि यदि हर धर्म के लोग एक ही परिवार में मिलजुल कर रहेंगे, तो यह धरती स्वर्ग बन जाएगा। यदि सभी धर्म के लोग, एक साथ प्रेमपूर्वक रहेंगे तो कभी भी मतभेद की स्थिति नहीं आएगी। इस तरह, यदि सब एक परिवार बनकर रहेंगे, तो समाज और देश एकजुट हो जाएंगे। हर धर्म के संस्कार, बच्चों को एक ही स्थान से मिलेंगे और इस कारण उनमें भेदभाव नहीं हो पाएगा।

विपक्ष:- ज्योतिबा फुले द्वारा प्रतिपादित आदर्श परिवार, मेरे विचारों से मेल नहीं खाता। मैं कभी भी परिवार को धर्म के रूप में नहीं रखता। ज्योतिबा फुले द्वारा जिस आदर्श परिवार की कल्पना की गई है, वह पूरे संसार को एक छत के नीचे लाने के लिए की गई है। मैं ऐसा नहीं सोचता। यदि हम अलग-अलग धर्म को भी मानते हैं, यदि हम अलग-अलग घरों में भी रहते हैं, तब भी हम एक दूसरे के धर्मों की इज्जत कर सकते हैं। यदि हम एक छत के नीचे ना रहे, तब भी हम समाज में बदलाव लाने के लिए, एकजुट होकर काम कर सकते हैं।


4. स्त्री समानता को प्रतिष्ठित करने के लिए, ज्योतिबा फुले के अनुसार क्या-क्या होना चाहिए? 

उत्तर: 

स्त्री समानता को प्रतिष्ठित करने के लिए, ज्योतिबा फुले के अनुसार निम्नलिखित बातों का होना आवश्यक है:-

1. स्त्रियों को पुरूषों के समान जीने का अधिकार तथा स्वतंत्र रहने का अधिकार होना चाहिए।

2. स्त्रियों को पुरूषों के समान शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार मिलना चाहिए।

3. विवाह में बोले जाने वाले मंत्रियों में ब्राह्मणों का स्थान समाप्त हो जाना चाहिए तथा ऐसे वचन बुलवाने चाहिए जिसमें दोनों के अधिकार हो। ऐसे वचनों को कोई अधिकार नहीं देना चाहिए, जिसमें पुरुष को मनमानी का अधिकार मिले और स्त्री को गुलामी का।


5. सावित्री बाई के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन कैसे आए? क्रमबद्ध रूप में लिखिए।

उत्तर: 

सावित्री बाई के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन, उनके विवाह के बाद आए:-

1.उनके पति ने सबसे पहले उन्हें पढ़ाना शुरू किया और उन्हें मराठी और अंग्रेजी भाषा की शिक्षा दी ।

2.इसके पश्चात उन्होंने कई सारी पुस्तकें पढ़ी।

3.ज्योतिबा फुले के साथ उन्होंने पहली कन्या विद्यालय की स्थापना की।

4.विद्यालय खोलने के कारण उन्हें, उनके सास ससुर ने, घर से निकाल दिया।

5.इसके बाद से उन्होंने शूद्र जाति के लोगों के लिए निडर होकर कार्य करना आरंभ किया।


6. ज्योतिबा बाई और सावित्रीबाई के जीवन से प्रेरित होकर, आप समाज में क्या परिवर्तन करना चाहेंगे? 

उत्तर: 

ज्योतिबा बाई और सावित्रीबाई से प्रेरित होकर, मैं समाज में निम्नलिखित परिवर्तन करना चाहूंगा:-

1.घरेलू हिंसा को बंद करवाऊंगा।

2.घरेलू हिंसा का सबसे बड़ा कारण शराब एवं नशीले पदार्थ होते हैं। इसका बहिष्कार अत्यंत आवश्यक हैं ।

3.दहेज प्रथा, कई जगह अभी भी चल रही हैं। दहेज प्रथा पर रोक लगाना चाहूंगा।


7. ज्योतिबा फुले का दांपत्य जीवन किस प्रकार आधुनिक दांपत्य को प्रेरणा देता है? 

उत्तर: आज के समय में दांपत्य जीवन में छोटी-छोटी बातों पर झगड़े और कलेश हो जाते हैं। इस कारण साथ चलना कठिन हो जाता है। अहंकार की भावना रिश्तों के बीच दीवार बन जाती है। परंतु जब हम ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले को देखते हैं, तो हमें उनसे प्रेरणा मिलती है। हमें अपने जीवन साथी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहिए। एक दूसरे के सपने को अपना सपना बनाना चाहिए और मिलकर पूरा करना चाहिए। जीवन के सफर में आने वाली कठिनाइयों का  साथ में सामना करना चाहिए। एक-दूसरे पर अटूट विश्वास रखना चाहिए।


8. फुले दंपति ने, स्त्री समस्या के लिए जो कदम उठाया था, क्या उसी का अगला चरण, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ', कार्यक्रम है? 

उत्तर: ज्योतिबा फुले और उनकी पत्नी ने उस समय हो रहे स्त्रियों के शोषण पर सवाल उठाया था। वे लोग चाहते थे  कि समाज में स्त्रियों को उतना ही अधिकार मिले, जितना पुरुषों को मिलता है। उस समय के ब्राह्मण समाज ने स्त्रियों के प्रति रूढ़िवादी सोच बना रखी थी। सावित्रीबाई फुले और ज्योतिबा फुले, इस रूढ़िवादी सोच को समाज से मिटाना चाहते थे। वे हमेशा, समाज में शूद्रों और स्त्रियों का अधिकार चाहते थे।

देखा जाए तो उनकी सोच और ‘‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की सोच में अंतर है क्योंकि आज की समाज में महिलाओं को भी उतना ही अधिकार प्रदान किया गया है जितना पुरुषों को मिला है। पहले पुरुषों द्वारा स्त्रियों का शोषण हुआ करता था परंतु आज के युग में शोषण के खिलाफ सख्त कानून बनाए गए हैं।

‘ बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ', कार्यक्रम छोटी बच्चियों की भ्रूण हत्या और उनकी शिक्षा के संदर्भ में शुरू किया गया है। इसलिए, यह कहा जा सकता है कि दंपति ने स्त्री के लिए जो कदम उठाया था, उसका अलग चरण, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' नहीं है।


9. निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए-
(क) ‘सच का सवेरा होते ही वेद डूब गए’, ‘विद्या शूदों के……. के घर चली गई ‘, ‘भू-देव (बाहूमण) शरमा गए।
(ख) इस शोषण-व्यवस्था के खिलाफ़ दलितों के अलावा स्त्रियों को भी आंदोलन करना चाहिए।
उत्तर :
(क) फुले जी द्वारा असहायों को शिक्षा का अधिकार देने की बात कहने पर ब्राह्मण भड़क गए। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों की विद्या असहायों के घर चली गई। इस बात पर ज्योतिबा फुले ने ब्राहूम मानसिकता पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि असहायों के शिक्षित होते ही वेदों की महत्ता समाप्त हो गई है। विद्या असहायों के घर में राज करने लगी है। विद्या के असहायों के यहाँ जाने से ब्राह्मण लज्जित हो गए हैं। दलितों के शिक्षित होने से ब्राहमणों को अपना सिंहासन हिलता दिखाई देने लगा है।

(ख) फुले जी के अनुसार राजसत्ता और धर्मवादी सत्ता की आपसी मिली-भगत को समाप्त करने के लिए असहायों के साथसाथ स्त्रियों को भी आंदोलन में भाग लेना चाहिए क्योंक दोनों प्रकार की सत्ता के लोग उनका शोषण करते है।


10. निम्नलिखित गद्यांश की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए-
(क) स्वतंत्रता का अनुभव ……..हर स्वी की थी।
(ख) मुझे महात्मा कह कर ……….. अलग न करें।
उत्तर :
(क) स्वतंत्रता का अनुभव ……..हर स्वी की थी।
इस गद्यांश में स्वतंत्रता के महत्व और उसके अनुभव को व्यक्त किया गया है। लेखक बताता है कि स्वतंत्रता केवल एक राजनीतिक स्थिति नहीं है, बल्कि यह एक मानसिक और भावनात्मक स्थिति भी है। जब लोग अपने अधिकारों का अनुभव करते हैं और अपनी बात कहने में सक्षम होते हैं, तो वे सच में स्वतंत्र महसूस करते हैं। यहाँ 'हर स्वी की थी' का अर्थ है कि हर व्यक्ति को अपने विचारों और इच्छाओं के अनुसार जीने का अधिकार है। इस गद्यांश में यह विचार किया गया है कि स्वतंत्रता का अनुभव समाज के हर वर्ग के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, और यह उन्हें आत्म-सम्मान और आत्म-विश्वास प्रदान करता है।

(ख) मुझे महात्मा कह कर ……….. अलग न करें।
इस गद्यांश में लेखक महात्मा गांधी की विचारधारा को प्रस्तुत कर रहा है। जब लोग उन्हें 'महात्मा' कहकर संबोधित करते हैं, तो वह इसे एक सम्मान के रूप में स्वीकार करते हैं, लेकिन साथ ही यह भी चाहते हैं कि उन्हें उनके कार्यों और विचारों के आधार पर देखा जाए, न कि केवल एक नाम के रूप में। लेखक इस बात पर जोर देता है कि जब हमें किसी विशेष नाम से संबोधित किया जाता है, तो इससे हमें एक निश्चित दूरी का अनुभव होता है। वह चाहता है कि लोग उन्हें एक सामान्य व्यक्ति के रूप में समझें, जिससे वह समाज से पूरी तरह जुड़े रहें। इस गद्यांश में यह स्पष्ट होता है कि महानता का मूल्य उनके कार्यों में है, न कि केवल नाम में।


Benefits of NCERT Solutions for Class 11 Hindi (Antra) Chapter 5 Jyotiba Phule

  1. The NCERT Solutions  for Class 11 Hindi Chapter 5 Jyotiba Phule provide clear explanations of the themes and ideas presented in "Jyotiba Phule," helping students grasp the significance of Phule's contributions to social reform.

  2. Developed by experienced educators, these solutions offer reliable insights into the text, ensuring that students receive accurate information and context.

  3. The chapter-wise solutions present organized answers to important questions, making it easier for students to study and prepare for exams systematically.

  4. Engaging with the solutions encourages students to analyse the social issues discussed in the chapter, fostering critical thinking and reflection on societal norms.

  5. The solutions help enhance vocabulary and grammar, allowing students to improve their Hindi language proficiency through context-based learning.

  6. NCERT Solutions are readily available online, providing students with easy access to study materials whenever needed.

  7. By covering all key aspects of the chapter, these solutions help students approach exam questions with confidence, knowing they are well-prepared.

  8. The solutions include examples and discussions that relate the themes of the chapter to contemporary social issues, helping students see the relevance of Phule's work today.


NCERT Solutions for Class 11 Hindi (Antra) Chapter 5 - Jyotiba Phule are a valuable tool for students seeking to understand the life and work of the great social reformer, Jyotiba Phule. These solutions offer clear explanations, expert insights, and structured answers that help students grasp the chapter's themes and prepare effectively for exams. By encouraging critical thinking and providing real-world connections, these solutions not only enhance academic performance but also foster a deeper appreciation for social justice and equality, as championed by Phule. Overall, they are an essential resource for mastering the chapter and excelling in Hindi literature.


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FAQs on NCERT Solutions for Class 11 Hindi (Antra) Chapter 5: Jyotiba Phule

1. Are NCERT Solutions for Class 11 Hindi Beneficial?

Yes, the NCERT solutions for Class 11 Hindi are very useful. The questions check your overall understanding of the topics. So you should follow the NCERT solutions provided by us because they are prepared by experts and help you to rectify your mistakes.

2. Which Website Should I Follow For Comprehensive Study Materials?

You should give Vedantu a try because we provide all the requirements of students for their exams. You can look for NCERT solutions, Board exam questions, and many more resources beneficial for your studies.

3. What If I Have Any Doubts or Require Guidance During Preparation?

You are most welcome for our live classes where you can get in touch with expert teachers on varied subjects. You can easily solve your doubts and follow their advice to excel in your exams.

4. Why was the name of Jyotiba Phule not included in the list of social reformers according to Chapter 5 of Class 11 Hindi book Antra?

Jyotiba Phule showed his opposition towards the people of the upper-class society. He was against the stereotypes and the pomp spread by the Brahmo Samaj. He thinks that everyone should be given equal rights. If he was placed on the list of social reformers, the condition of society would have changed long ago. People who were having advanced positions and were representing the society did not want the name of Jyotiba Phuleamong the social reformers. They tried to suppress the work done by them in the interest of society.

5. Was “Beti Bachao, Beti Padhao” the next step in the steps taken by the Phule couple according to Chapter 5 of Class 11 Hindi book Antra?

In the chapter, the Phule couple had questioned the exploitation of women at that time. They said that women should get the same rights as men get. The Brahmin society did not allow women to go out. The Phule couple wanted to destroy this orthodox thinking. Jyotiba Phule wanted the rights of Shudras and women in society.


In today’s era, all women are getting the same rights as men. The program “Beti Bachao, Beti Padhao” has been started so that each girl gets the chance for education. As the Phule couple always wanted equal rights for women, therefore, this program was a step taken by them.

6. Are there any similarities between the ideas of your family and the ideal family talked about by Jyotiba Phule according to Chapter 5 of Class 11 Hindi book Antra?

According to Jyotiba Phule, if people of all religions live together in one family, then this earth will become heaven. There will never be differences if people of all religions live with love. He says that if everyone lives like a family then the society and country will be united.


Cons: My views are not as same as the views of Jyotiba Phule. A family should never be seen as a religion. Even if we follow different religions, live in different houses, we can still respect each other. We can work together to bring changes in society.

7. How can I prepare Chapter 5 of Class 11 Hindi (Antra)?

Students should focus and read the chapters as Hindi is a language subject. They should give priority to the NCERT book to learn Chapter 5 of Class 11 Hindi (Antra). Practise the NCERT questions to understand the story. Make use of the guidebooks to grasp the theory of the chapter. Take the help of visual learning aids as this will make the chapter more interesting. By following these suggestions you can prepare Chapter 5 of Class 11 Hindi (Antra).

8. What method should I follow to make a better study plan for Chapter 5 of Hindi (Antra)?

The procedure that a student must follow to build an effective study plan for Chapter 5 of Class 11 Hindi:

  • Construct a schedule so that you can manage your time.

  • In your timetable include Hindi subject also.

  • The NCERT book will help you to learn Chapter 5 of Class 11 Hindi.

  • Work out on the sample papers and previous years' question papers to understand the concept.

  • Attend your classes regularly and clear your doubts.

  • Avoid studying for longer periods.

9. What literary devices are used in "Jyotiba Phule"?

The chapter employs various literary devices, including symbolism and imagery, to convey its messages and highlight the social issues addressed by Phule.

10. How does the chapter reflect societal issues?

The narrative highlights the challenges faced by marginalised communities in society and Phule's efforts to combat discrimination, making it relevant to contemporary social issues.