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Banaras, Disha (बनारस, दिशा) Class 12 Important Questions: CBSE Hindi (Antra) Chapter 4

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Hindi (Antra) Important Questions for Class 12 Chapter 4 बनारस, दिशा (केदारनाथ सिंह) - FREE PDF Download

Chapter 4, "बनारस, दिशा" from Class 12 Hindi (Antra), written by the renowned poet केदारनाथ सिंह, is a beautiful reflection on life, society, and spirituality. To help you prepare effectively, Vedantu offers important questions that cover the essential themes, poetic devices, and interpretations of the chapter.

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For students preparing for the Class 12 CBSE Hindi exam, Vedantu's Class 12 Hindi Antra Important Questions are designed to help students critically engage with the text, analyse its themes, and understand the broader philosophical implications, enabling them to answer exam questions with clarity and depth, according to the latest CBSE Class 12 Hindi Syllabus.

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Access NCERT Solutions for Class 12 Hindi Antra Chapter 04- बनारस/दिशा

1. "बनारस" कविता में कवि ने इस प्राचीन शहर की संस्कृति और माहौल को किस प्रकार चित्रित किया है?

उत्तर: "बनारस" कविता में कवि केदारनाथ सिंह ने इस शहर की प्राचीनता, आध्यात्मिकता, और सांस्कृतिक वैभव को जीवंत रूप से चित्रित किया है। बनारस को शिव की नगरी और गंगा के साथ जुड़ी आस्थाओं का केंद्र बताते हुए कवि ने यहां की धार्मिक गतिविधियों, मंदिरों, घाटों और भिखारियों के कटोरों में वसंत के आगमन को दर्शाया है। शहर का माहौल ठेठ बनारसीपन से भरा हुआ है, जहां हर कार्य अपनी रौ में होता है। यह शहर आस्था, श्रद्धा, विश्वास और भक्ति का मिश्रण है। गंगा के किनारे बैठकर लोग अपनी दिनचर्या में मगन रहते हैं, और शहर की यह विशेषता ही बनारस की पहचान बनती है।


2. "बनारस" कविता में कवि ने वसंत के आगमन का जो चित्रण किया है, उसे किस प्रकार समझा जा सकता है?

उत्तर:कवि ने वसंत के आगमन का चित्रण करते हुए कहा है कि बनारस में वसंत अचानक आता है। जब वसंत आता है तो धूल का एक बवंडर लहरतारा या मडुवाडीह मोहल्लों से उठता है और पुरानी गलियों में समा जाता है। यह धूल शहर के वातावरण को भर देती है, जिससे बनारस की भूमि और वातावरण में एक तरह की नमी और बदलाव का अहसास होता है। इस चित्रण में कवि ने वसंत के आगमन को एक प्राकृतिक और जीवनदायिनी प्रक्रिया के रूप में दर्शाया है, जो न केवल मौसम में बदलाव लाती है, बल्कि लोगों के जीवन में भी एक नई ऊर्जा का संचार करती है।


3. "बनारस" कविता में कवि ने किस प्रकार बनारस के धार्मिक और सांस्कृतिक परिवेश को दर्शाया है?

उत्तर: कवि ने बनारस को एक ऐसे शहर के रूप में प्रस्तुत किया है, जो धार्मिक आस्थाओं, संस्कृति और आध्यात्मिकता का संगम है। वह बताते हैं कि बनारस में लोग गंगा के घाटों पर स्नान करते हैं, यहाँ की आत्मीयता और भक्ति की भावना हर कार्य में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। घाटों पर जलने वाली दीपमालाएँ, मंदिरों में गूंजते मंत्र, और भिखारियों के कटोरे, जिनमें वसंत का प्रवेश होता है, यह सभी बनारस की भक्ति और आस्था का प्रतीक हैं। यह शहर किसी एक स्वरूप में सीमित नहीं है; यह आध्यात्मिकता, विश्वास और जीवन के विभिन्न पहलुओं का अद्भुत मिश्रण है।


4. "दिशा" कविता में कवि ने बच्चों की दृष्टि को किस प्रकार चित्रित किया है?

उत्तर: कवि केदारनाथ सिंह ने "दिशा" कविता में बच्चों की सरलता और उनके अद्भुत दृष्टिकोण को बड़े सुंदर तरीके से चित्रित किया है। वह कहते हैं कि जब उन्होंने एक बच्चे से पूछा कि हिमालय किधर है, तो बच्चे ने अपनी पतंग की दिशा की ओर इशारा करते हुए बताया कि हिमालय उधर है। यह एक बालसुलभ उत्तर था, जिसमें बच्चे की अपनी कल्पना और यथार्थ के प्रति एक सहज दृष्टिकोण था। कवि ने यह स्वीकार किया कि बच्चों का यथार्थ और दृष्टिकोण अपने आप में निराला और आकर्षक होता है, जिसे हमें समझने और अपनाने की आवश्यकता है।


5. "बनारस" कविता में "धूल" का चित्रण किस रूप में किया गया है?

उत्तर: कवि ने "धूल" का चित्रण वसंत के आगमन के साथ जोड़ा है। वह कहते हैं कि जैसे ही वसंत का मौसम आता है, बनारस के मोहल्लों से धूल का बवंडर उठता है। यह धूल शहर के हर कोने में फैल जाती है और पुरानी बनारसी जीभ को किरकिरा कर देती है। धूल का यह बवंडर बनारस के हर हिस्से में समा जाता है, जिससे शहर के जीवन का उल्लास और गति महसूस होती है। यहाँ धूल न केवल एक प्राकृतिक तत्व है, बल्कि यह शहर की पुरानी और बदलती हुई स्थिति का प्रतीक भी है।


6. "बनारस" कविता में बनारस के जीवन को किस प्रकार के संकेतों के माध्यम से समझाया गया है?

उत्तर: कवि ने बनारस के जीवन को सूक्ष्म बिंबों और संकेतों के माध्यम से दर्शाया है। उदाहरण के तौर पर, बनारस के घाटों पर बैठकर भिखारियों के कटोरों में वसंत का उतरना, घाटों पर जलने वाली दीपमालाएँ, और मंदिरों के घंटों की ध्वनि - ये सभी संकेत बनारस के जीवन में गहरे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाते हैं। इसके साथ ही, बनारस में जीने का तरीका और यहाँ का वातावरण अपने अनोखे रूप में जीवन को समझने का तरीका है, जो पारंपरिक और आधुनिकता के बीच संतुलन बनाए रखता है।


7. "बनारस" कविता में ध्वन्यात्मकता और दृश्य बिंब का क्या महत्व है?

उत्तर: कवि ने "बनारस" कविता में ध्वन्यात्मकता और दृश्य बिंबों का सुंदर प्रयोग किया है। उदाहरण के लिए, घाटों पर बजते घंटे, मंदिरों में गूंजते मंत्र, और गंगा के किनारे जलती दीपमालाएँ - ये सभी ध्वन्यात्मक चित्र बनाते हैं जो बनारस के माहौल को जीवंत रूप से चित्रित करते हैं। इसके साथ ही, "धूल की किरकिराहट" और "वसंत का उतरना" जैसे दृश्य बिंबों से कविता में बनारस की जीवंतता और गति को महसूस किया जा सकता है।


8. "बनारस" कविता में वसंत के आगमन का और क्या सांस्कृतिक संदर्भ है?

उत्तर: "बनारस" कविता में वसंत के आगमन का सांस्कृतिक संदर्भ बनारस के धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन से जुड़ा हुआ है। बनारस में वसंत का आगमन एक नए जीवन, नई उम्मीदों और उल्लास का प्रतीक है। यह समय है जब घाटों पर लोग स्नान करते हैं, गंगा के किनारे दीप जलाते हैं, और मंदिरों में पूजा होती है। वसंत के इस समय में शहर का हर हिस्सा जीवन से भर जाता है। यह बदलाव न केवल मौसम में आता है, बल्कि लोगों के जीवन में भी नए उत्साह और आस्था का संचार करता है।


9. "बनारस" कविता में यह कैसे बताया गया है कि बनारस का रूप निरंतर अपरिवर्तित रहता है?

उत्तर: कवि ने यह कहा है कि बनारस में समय के साथ कोई बदलाव नहीं आता। यहाँ सब कुछ धीरे-धीरे होता है - लोग धीरे-धीरे चलते हैं, घंटियाँ धीरे-धीरे बजती हैं, और दिन भी धीरे-धीरे ढलता है। यह लय शहर के हर पहलू को दृढ़ता से बांधने का काम करती है। गंगा, नावें, और तुलसीदास की खड़ाऊं जैसी चीजें सदियों से वैसे ही हैं। इस स्थिरता और अपरिवर्तित रूप में बनारस अपनी पहचान बनाए हुए है।


10. "दिशा" कविता में बालक की दृष्टि में क्या संदेश छुपा है?

उत्तर: "दिशा" कविता में बालक की दृष्टि में एक गहरी संदेश छिपा है। बच्चे अपने आस-पास की दुनिया को अपनी नज़र से देखते हैं, और उनका यथार्थ दूसरों से अलग होता है। बच्चे के लिए हिमालय की दिशा उसकी पतंग की दिशा से जुड़ी हुई होती है, जो कि उसकी सोच का सरल और निर्दोष रूप है। यह दर्शाता है कि बच्चों के पास एक निष्कलंक दृष्टिकोण होता है, जो हमें जीवन के बारे में बहुत कुछ सिखा सकता है।


11. कविता ‘बनारस’ में बनारस के सांस्कृतिक वैभव और आस्था को किस प्रकार चित्रित किया गया है?
उत्तर:  कविता 'बनारस' में कवि केदारनाथ सिंह ने बनारस के सांस्कृतिक और धार्मिक वैभव का बारीकी से चित्रण किया है। बनारस को शिव की नगरी और गंगा के साथ एक गहरी आस्था का केंद्र माना जाता है। यहाँ की हर वस्तु, क्रिया, और वातावरण में आस्था, श्रद्धा, विश्वास, भक्ति, और आश्चर्य की मिलीजुली भावना समाहित है। गंगा में बँधी नाव, घाटों पर जलते दीप, चिता की अग्नि, और भिखारियों के कटोरे जिनमें वसंत उतरता है, यह सब बनारस के चरित्र को प्रदर्शित करते हैं। इस शहर की धार्मिक और आध्यात्मिकता को कवि ने सरल लेकिन गहरे तरीके से चित्रित किया है, जहां हर कार्य अपनी "रौ" में होता है और हर चीज एक लय में बंधी हुई दिखाई देती है।


12. कविता ‘दिशा’ के माध्यम से कवि ने बालक के दृष्टिकोण का क्या महत्व बताया है?
उत्तर: कविता 'दिशा' के माध्यम से कवि केदारनाथ सिंह ने बालक की दृष्टि और उसकी सहज समझ को महत्व दिया है। कवि ने एक बच्चे से पूछा कि हिमालय किधर है, तो बच्चे ने यह बताया कि हिमालय वही दिशा में है, जिधर उसकी पतंग उड़ रही है। यह बालक का सरल, सीधा और विशुद्ध दृष्टिकोण है। कविता में कवि इसे एक महत्वपूर्ण समझ के रूप में प्रस्तुत करते हैं, क्योंकि बच्चा अपनी दुनिया को अपने तरीके से देखता है और उसका यथार्थ उसी पर आधारित होता है। इस विचार से कवि यह संदेश देते हैं कि हर व्यक्ति का अपना दृष्टिकोण होता है और हम बच्चों से भी सीख सकते हैं कि जीवन को सादा और निष्कलंक दृष्टि से देखा जाए।


13. ‘बनारस’ कविता में ‘धीरे-धीरे होने की सामूहिक लय’ का क्या महत्व है?
उत्तर: 'बनारस' कविता में 'धीरे-धीरे होने की सामूहिक लय' से कवि ने शहर की जीवनशैली का विश्लेषण किया है। बनारस की जीवन शैली में सभी कार्य धीरे-धीरे होते हैं - धूल उड़ती है, लोग चलते हैं, घंटे बजते हैं, और शाम होती है। यह सामूहिक लय पूरी शहर की गति को प्रतिबिंबित करती है, जहाँ सभी चीजें एक साथ धीरे-धीरे चलती हैं, बिना किसी बाधा के। यह शहर के स्थिरता और परंपरा को प्रदर्शित करता है। यह लय काशी की प्राचीनता, आध्यात्मिकता, और समृद्धि को बनाए रखती है, और इसका महत्व यह है कि यह शहर की एकता, संतुलन, और निरंतरता को दर्शाता है।


14. ‘बनारस’ कविता में कवि ने वसंत के आगमन को कैसे चित्रित किया है?
उत्तर: कवि ने 'बनारस' कविता में वसंत के आगमन को बहुत ही विशिष्ट और जीवंत तरीके से चित्रित किया है। जब वसंत आता है, तो बनारस के लहरतारा और मडुवाडीह जैसे मोहल्लों से धूल का बवंडर उठता है, जो पूरे शहर में फैल जाता है। यह धूल शहर के हर हिस्से में समा जाती है और उसे 'किरकिराती हुई जीभ' की तरह महसूस किया जाता है। यह चित्रण बनारस के पुराने और महान शहर के वातावरण की सजीवता को उजागर करता है, जहाँ वसंत अपने साथ न केवल मौसम का बदलाव, बल्कि एक नई ऊर्जा का संचार भी करता है। इस वर्णन में कवि ने शहर के पुराने होने और साथ ही जीवंत रहने की भावना को बहुत ही सुंदर तरीके से व्यक्त किया है।


15. कविता ‘बनारस’ में ‘खाली कटोरों में वसंत का उतरना’ से कवि का क्या आशय है?

उत्तर: 'बनारस' कविता में 'खाली कटोरों में वसंत का उतरना' से कवि ने बनारस की भिखारियों की स्थिति और उनके जीवन की सादगी को बिंबित किया है। वसंत के मौसम में, जिन कटोरों में पहले केवल खालीपन था, उनमें अब जीवन और उम्मीद का संचार होता है। यह वसंत का प्रभाव है जो प्रत्येक जीवित चीज में नवीनीकरण और उल्लास लाता है, चाहे वह एक भिखारी का कटोरा हो। इस चित्रण के माध्यम से कवि ने यह दिखाया है कि बनारस के वातावरण में जीवन की सभी स्थितियाँ – खुशी और दुःख, भरना और खाली होना, – साथ-साथ चलती रहती हैं। 'वसंत का उतरना' यह संकेत करता है कि यहां के लोग और यहां की संस्कृति किसी न किसी रूप में जीवन की आशा और ऊर्जा से भरपूर रहती है।


Points to Remember From Class 12 Hindi Antra Chapter 4: Banaras, Disha

  • The poem reflects on the deep connection between life, spirituality, and the city of Banaras. It captures the spiritual and philosophical essence of the city, along with the direction (दिशा) that life takes.

  • Banaras (Varanasi) is portrayed as a timeless city, symbolising the cycle of life, death, and rebirth. 

  • It is a place where spirituality and daily life intersect, making it a centre of religious and cultural significance.

  • The concept of ‘Disha’ (direction) is central to the poem. It suggests not just a physical path but also the spiritual and metaphorical direction one takes in life. 

  • Banaras is symbolised as a place of eternal learning and growth. It is a metaphor for spiritual awakening and the pursuit of meaning beyond material life.

  • Kedarnath Singh, through his reflective and philosophical approach, invites readers to think deeply about their existence, societal values, and personal journeys.

  • The poem is rich in imagery, with vivid descriptions of Banaras, its ghats, and the flow of the Ganges.

  • The poem suggests that, like the river Ganges, life is a continuous flow of experiences, and the right direction (disha) brings peace and enlightenment.


Benefits of Important Questions for Class 12 Hindi Antra Chapter 4 Banaras, Disha

  1. These important questions help students focus on key themes, poetic devices, and interpretations in "Banaras, Disha", ensuring a thorough understanding of the chapter.

  2. The questions are designed in alignment with the CBSE syllabus, covering all essential topics that are likely to appear in the board exam, helping students prepare effectively.

  3. By practising these questions, students can better understand the use of metaphors, symbols, and imagery in the poem, which are critical for literary analysis.

  4. The questions help students practice structured and concise answers, improving their ability to present ideas clearly in exams.

  5. The FREE PDF Download makes it easy for students to access this valuable study material anytime, anywhere, allowing for flexible learning.


Conclusion

Important questions for Class 12 Hindi Antra Chapter 4 बनारस, दिशा by Kedarnath Singh serve as a valuable resource for students aiming to gain a deeper understanding of the chapter. These questions help in analysing the poem’s themes, such as the spiritual essence of Banaras, the search for direction in life, and the symbolic journey of self-realization. By practising these questions, students can enhance their comprehension, critical thinking, and writing skills, ensuring they are well-prepared for their exams. Moreover, Vedantu’s FREE PDF download offers easy access to these important questions, making exam preparation more convenient and effective.


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FAQs on Banaras, Disha (बनारस, दिशा) Class 12 Important Questions: CBSE Hindi (Antra) Chapter 4

1. How many questions are there in the Poem Banaras – Disha of Class 12 Hindi (Antra)?

10 questions comprise the whole poem Banaras- Disha. All of the material for NCERT Solutions of Class 12 Hindi Antra Chapter 4 Poem Banaras- Disha has been provided. The poet stated that at Ganga, each picture is executed in its own manner and that Ganga Banks are the areas where it is thought that the honeydew drops are God's favour. For more information about this poem, visit the Important Questions for Class 12 Hindi.

2. How many questions are there in the Poem Banaras in Chapter 4 of Class 12 Hindi (Antra)?

8 questions are present in the Poem Banaras. The Poem Banaras depicts the characteristics of Banarasi as well as the cultural beauty of Banaras, India's oldest city. The style of life in Banaras and the typical Banarasi are both highlighted in this poem. The mysteries of an ancient city are revealed in this poetry; Banaras is a legendary city. The town's philosophical interpretation is also described in the poem. To find solutions for this poem, visit the Important Questions for Class 12 Hindi and download the solution PDF free of cost.

3. What does the poet talk about in  Poem Banaras – Disha of Class 12 Hindi (Antra)?

Shri Kedar Nath Singh's poem Banaras – Disha is a work of poetry. The picture of the Ganga River is depicted in this poem by the author. Varanasi, as we all know, is the town of Shiva and the Ganga River, and it is located in the heart of sacred religion. He depicted beggars sitting on the banks of Temples and the banks of the Ganga, which he referred to as Ganga ghat.

4. What is the poem Disha in Chapter 4 of Class 12 Hindi (Antra) about?

Disha is linked to infant psychology in the second poem. The poet asks the child whether he could fly a kite over the Himalayas. And in response to this question, the child stated that his kite flies in the Himalayas. This sparks the poet's imagination, and he promises that we shall learn from children as well. This place is an amalgamation of religion, reverence, detachment, trust, surprise, and dedication, as you can see. In this poetry, the equal is represented in the same way. 

5. What is Varanasi according to the poem Banaras – Disha of Class 12 Hindi (Antra)?

Varanasi is the city of Shiva and the Ganga River, and it is the heart of sacred religion. In this poem, the author paints a picture of the Ganga River, its Ganga Ghats, temples, and beggars sitting on the banks of temples. The Ganga banks are said to be the sites where the honey dewdrops are God's favour. Every piece is done in its own manner, with the Banaras poem displaying a blend of faith, reverence, detachment, trust, astonishment, and dedication.

6. What is the central theme of the poem "Banaras" in Chapter 4?

"बनारस" कविता का केंद्रीय विषय बनारस शहर की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और शाश्वत प्रकृति पर केंद्रित है। कवि इस शहर के अद्वितीय लय और आध्यात्मिक महत्त्व को व्यक्त करते हैं, जो समय के साथ अपनी पारंपरिकता और आधुनिकता के बीच सामंजस्य बनाए रखता है। यह कविता बनारस के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को उजागर करती है।

7. How does the poet describe the city of Banaras in the poem?

"बनारस" कविता में कवि इस शहर को एक ऐसे स्थान के रूप में प्रस्तुत करते हैं, जहाँ समय धीमा हो जाता है और लोग शहर की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक लय के साथ जीवन जीते हैं। बनारस को एक जीवंत स्थान के रूप में चित्रित किया गया है, जहाँ हर कदम, हर प्रार्थना और हर रिवाज जीवन के गहरे अर्थ को प्रकट करता है।

8. What does the poem "Banaras" signify about the concept of spirituality?

कविता में बनारस की आध्यात्मिकता को केवल धार्मिक अनुष्ठानों से अधिक, वहाँ के लोगों के जीवन से जोड़ा गया है। कवि यह दर्शाते हैं कि बनारस में जीवन और आध्यात्मिकता का कोई विभाजन नहीं है। यहां के लोग अपने हर कार्य को एक पूजा, एक साधना के रूप में मानते हैं, और यह आध्यात्मिकता जीवन के हर पहलू में विद्यमान है।

9. How does the poet use imagery in "Banaras"?

"दिशा" कविता में बच्चे की भूमिका यह दर्शाती है कि जीवन को एक सरल और निरंतरता से देखा जा सकता है। जब बच्चे से हिमालय की दिशा के बारे में पूछा जाता है, तो वह अपनी पतंग की दिशा के बारे में जवाब देता है, जो यह संकेत करता है कि जीवन की दिशा और उद्देश्य सरल और शुद्ध दृष्टिकोण से देखे जा सकते हैं।

10. What message does the poem "Disha" convey about direction and purpose?

"धीर-धीर से होने की सामूहिक लय" का अर्थ है कि बनारस में जीवन का गति धीमी और स्थिर होती है। यहाँ के लोग, प्रथाएँ और यहाँ की समृद्ध परंपराएँ एक समान लय में चलती हैं। यह कविता बनारस के शाश्वत और शांतिपूर्ण अस्तित्व को दर्शाती है।