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Important Questions for CBSE Class 8 Hindi Bharat Ki Khoj Chapter 8 Tanav

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CBSE Class 8 Hindi Bharat Ki Khoj Important Questions Chapter 8 Tanav Free PDF Download

Vedantu offers Hindi Bharat Ki Khoj Important Questions for Chapter 8, "Tanaav" from Bharat Ki Khoj by Jawaharlal Nehru. The chapter "Tanaav" explores the growing tension and unrest in India during the British colonial period. Through a detailed portrayal of the hardships and emotional struggles faced by the Indian people, the author highlights the deep conflict between the oppression of British rule and the rise of resistance. Nehru emphasizes the importance of resilience, unity, and determination in overcoming adversity. The chapter serves as a reminder of the sacrifices made for India's independence and inspires readers to remain strong in the face of challenges. Download the FREE PDF to access CBSE Class 8 Hindi Bharat Ki Khoj Important Questions and ensure a comprehensive understanding of the chapter's themes and lessons, along with the CBSE Class 9 Hindi Syllabus to strengthen your foundation for the upcoming exams.

Access Class 8 Hindi Chapter 8: Tanaav (तनाव) Important Questions

Short Answer Questions

1. भारत की खोज में वास्को डी गामा का क्या योगदान था?

वास्को डी गामा ने समुद्री रास्ते से भारत पहुंचने का मार्ग खोजा। 1498 में, वह भारत के कालीकट (अब कोझीकोड) पहुंचे और भारतीय व्यापारियों से सीधे संपर्क किया।


2. क्रिस्टोफर कोलंबस ने भारत की ओर यात्रा क्यों की थी?

क्रिस्टोफर कोलंबस भारत का समुद्री मार्ग खोजने के लिए यात्रा कर रहे थे ताकि वह भारत से मसाले और अन्य मूल्यवान वस्त्रों का व्यापार कर सकें।


3. गांधीजी के अनुसार सत्य का क्या महत्व था?

 गांधीजी के अनुसार, सत्य सबसे महत्वपूर्ण था और सत्य का पालन करने से व्यक्ति को आत्म-निर्भरता, शांति और वास्तविक स्वतंत्रता मिलती है। उन्होंने सत्य को अहिंसा के साथ जोड़ा।


4. भारत में अंग्रेजों के आने से पहले क्या स्थिति थी?

 अंग्रेजों के आने से पहले भारत में विभिन्न राजवंशों और साम्राज्यों का शासन था, जैसे मौर्य, गुप्त, और मुग़ल साम्राज्य। व्यापार और सांस्कृतिक धरोहर में समृद्धता थी।


5. चंद्रगुप्त मौर्य का राज्याभिषेक किसने किया?

 चंद्रगुप्त मौर्य का राज्याभिषेक चाणक्य (कौटिल्य) ने किया था। चाणक्य ने चंद्रगुप्त को मौर्य साम्राज्य स्थापित करने में मदद की।


6. बुद्ध के उपदेशों का भारत में क्या प्रभाव पड़ा?

बुद्ध के उपदेशों ने भारत में अहिंसा, करुणा, और मोक्ष की ओर ध्यान आकर्षित किया। उनके उपदेशों ने जैन धर्म और बौद्ध धर्म को प्रोत्साहित किया और सामाजिक सुधारों की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव किए।


7. किसने भारत में मुग़ल साम्राज्य की नींव रखी?

 भारत में मुग़ल साम्राज्य की नींव बाबर ने रखी। 1526 में पानीपत की पहली लड़ाई में इब्राहीम लोदी को हराकर बाबर ने भारत में मुग़ल साम्राज्य की शुरुआत की।


8. महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत क्यों की?

महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में शुरू किया क्योंकि ब्रिटिश साम्राज्य से भारत की स्वतंत्रता की मांग को लेकर देश में जागरूकता और संघर्ष की आवश्यकता थी।


9. भारतीय उपमहाद्वीप में आक्रमणकारियों का आगमन कब शुरू हुआ?

भारतीय उपमहाद्वीप में आक्रमणकारियों का आगमन 8वीं शताबदी से शुरू हुआ। यह सिलसिला मुस्लिम आक्रमणकारियों जैसे महमूद गजनवी और मुग़ल साम्राज्य के संस्थापक बाबर तक चलता है।


10. पोर्टुगालियों ने भारत में व्यापार करने के लिए किन-किन स्थानों को चुना?

पुर्तगाली व्यापारियों ने भारत में गोवा, कोच्चि, और कालीकट जैसे स्थानों को चुना, जहां उन्होंने अपने व्यापारिक केंद्र स्थापित किए और मसाले, रत्न, और अन्य वस्त्रों का व्यापार किया।


Long Answer Questions

1. भारत में यूरोपीय शक्तियों के आगमन और उनके प्रभाव के बारे में विस्तार से लिखिए।


  • यूरोपीय शक्तियों का आगमन: यूरोपीय देशों, विशेष रूप से पुर्तगाल, ब्रिटेन, फ्रांस और डचों ने 15वीं और 16वीं शताबदी में भारत में व्यापार के लिए कदम रखा। इन देशों ने समुद्री रास्तों का उपयोग कर भारत तक पहुंच बनाई। पुर्तगालियों ने सबसे पहले समुद्री मार्ग से भारत आकर गोवा, कोच्चि और कालीकट जैसे स्थानों पर व्यापारिक केंद्र स्थापित किए। ब्रिटेन, फ्रांस और डचों ने भी व्यापार बढ़ाने के लिए भारत में अपने पदचिह्न छोड़े।

  • प्रभाव: यूरोपीय शक्तियों के आगमन ने भारतीय व्यापार और संस्कृति पर गहरा प्रभाव डाला। पुर्तगालियों ने मसालों, रत्नों और कच्चे माल का व्यापार बढ़ाया। ब्रिटेन ने भारत में व्यापार के बहाने राजनीतिक हस्तक्षेप शुरू किया और धीरे-धीरे उन्होंने भारत पर अपना साम्राज्य स्थापित किया। फ्रांस और डचों ने भी व्यापारिक केंद्र स्थापित किए, लेकिन ब्रिटेन से प्रतिस्पर्धा के कारण उनका प्रभाव सीमित रहा। इन शक्तियों के आगमन ने भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया और भारत को उपनिवेश बना दिया।


2. महात्मा गांधी के सत्याग्रह आंदोलन और उनके विचारों का भारत की स्वतंत्रता संग्राम पर प्रभाव बताइए।


  • सत्याग्रह आंदोलन: महात्मा गांधी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांत को प्रमुखता दी। उनका पहला प्रमुख सत्याग्रह आंदोलन 1919 में हुआ, जिसे 'असहमति आंदोलन' या 'नमक सत्याग्रह' कहा जाता है। इसके बाद, गांधीजी ने चंपारण सत्याग्रह (1917), खेड़ा सत्याग्रह (1918), और भारत छोड़ो आंदोलन (1942) जैसे आंदोलनों की शुरुआत की। इन आंदोलनों का उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ जन जागरूकता पैदा करना और भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करना था।

  • विचारों का प्रभाव: गांधीजी के विचारों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को अहिंसक रूप में नई दिशा दी। उनका विश्वास था कि सत्य और अहिंसा से ही समाज और देश को सच्ची स्वतंत्रता मिल सकती है। उनके आंदोलनों ने भारतीय जनता को ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ एकजुट किया और ब्रिटिश शासन को संकट में डाल दिया। उनके नेतृत्व ने भारत के राष्ट्रीय आंदोलन को व्यापक बना दिया, जिससे स्वतंत्रता संग्राम ने एक नया मोड़ लिया और अंततः 1947 में भारत को स्वतंत्रता मिली।

3. भारत में मौर्य साम्राज्य की स्थापना और चंद्रगुप्त मौर्य के योगदान पर विस्तार से लिखिए।


  • मौर्य साम्राज्य की स्थापना: मौर्य साम्राज्य की स्थापना चंद्रगुप्त मौर्य ने 322 ई.पू. में की थी। चंद्रगुप्त ने अपने गुरु कौटिल्य (चाणक्य) के मार्गदर्शन में मगध साम्राज्य की नींव रखी। कौटिल्य की 'अर्थशास्त्र' ने साम्राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूती दी और राज्य की सफलता के लिए आर्थिक और सैन्य रणनीतियों को प्रस्तुत किया।

  • चंद्रगुप्त मौर्य का योगदान: चंद्रगुप्त ने भारत के अधिकांश हिस्सों को एकजुट किया और एक मजबूत प्रशासनिक व्यवस्था स्थापित की। उन्होंने भारतीय राजनीति और समाज में नए परिवर्तन किए, जैसे नागरिकों की सुरक्षा, व्यापारिक मार्गों की सुरक्षा, और कानूनों का पालन। मौर्य साम्राज्य की सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि यह एक केंद्रीयकृत शासन था जिसमें साम्राज्य की विभिन्न गतिविधियों पर राज्य का नियंत्रण था। बाद में, चंद्रगुप्त ने अपने उत्तराधिकारी बिंदुसार और अशोक के शासन में साम्राज्य को और भी प्रबल किया।


4. भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना और अकबर के शासन की विशेषताएँ बताइए।

  • मुग़ल साम्राज्य की स्थापना: बाबर ने 1526 में पानीपत की पहली लड़ाई में इब्राहीम लोदी को हराकर भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना की। बाबर के बाद उसके बेटे हुमायूँ ने कुछ समय तक साम्राज्य का शासन किया, लेकिन अकबर ने 1556 में पुनः साम्राज्य की नींव को मजबूत किया।

  • अकबर के शासन की विशेषताएँ: अकबर ने अपनी महान नीतियों और सुधारों से मुग़ल साम्राज्य को मजबूत किया। वह धार्मिक रूप से सहिष्णु थे और उनकी नीति "धर्म निरपेक्षता" के सिद्धांत पर आधारित थी। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा दिया और कई हिंदू राजाओं को अपने प्रशासन में उच्च पद दिए। अकबर ने राज्य के प्रशासन में कई सुधार किए, जैसे एक केंद्रीय प्रशासन, भूमि राजस्व का पुनर्गठन, और न्याय व्यवस्था में सुधार। उनके शासन में कला, साहित्य, और संस्कृति का काफी विकास हुआ, और वह भारतीय इतिहास के सबसे महान शासकों में से एक माने जाते हैं।

5. भारत में बौद्ध धर्म के प्रसार और इसके सामाजिक प्रभावों पर चर्चा कीजिए।


  • बौद्ध धर्म का प्रसार: बौद्ध धर्म की शुरुआत गौतम बुद्ध द्वारा 6वीं शताबदी ई.पू. में की गई। उन्होंने "द्वारपाल" और "मध्यम मार्ग" के सिद्धांतों को प्रस्तुत किया, जिसमें हिंसा से बचने, आत्म-निर्भरता और ध्यान की आवश्यकता थी। बौद्ध धर्म का प्रसार भारत के विभिन्न हिस्सों में हुआ, और खासकर मौर्य सम्राट अशोक ने इसके प्रसार में अहम भूमिका निभाई। अशोक ने बौद्ध धर्म को अपनाया और इसे अपने साम्राज्य में फैलाने के लिए धार्मिक यात्राएँ की और धर्म प्रचारकों को विभिन्न क्षेत्रों में भेजा।

  • सामाजिक प्रभाव: बौद्ध धर्म ने भारतीय समाज में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन किए। इसने जातिवाद को समाप्त करने की कोशिश की और सभी को समान माना। बौद्ध धर्म के सिद्धांतों ने अहिंसा और करुणा की अवधारणा को प्रोत्साहित किया। इसके अलावा, यह धर्म गरीबों और निम्न वर्ग के लोगों को सम्मान और अधिकार देने का पक्षधर था। बौद्ध धर्म ने समाज में समानता, तात्त्विक जागरूकता और मानसिक शांति को बढ़ावा दिया।


Value Based Questions

1. महात्मा गांधी ने हमेशा अहिंसा और सत्य के मार्ग पर चलने की सलाह दी। क्या आप मानते हैं कि आज के समाज में इन मूल्यों का पालन करना महत्वपूर्ण है? क्यों?

हाँ, मैं मानता हूँ कि आज के समाज में अहिंसा और सत्य के मूल्यों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। महात्मा गांधी ने जो अहिंसा का सिद्धांत दिया, वह न केवल राजनीतिक संघर्षों में बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी बहुत उपयोगी है। आज के समय में, जहां हिंसा, तनाव और असहमति बढ़ रही है, अहिंसा हमें एक शांतिपूर्ण समाज की ओर मार्गदर्शन करती है। सत्य का पालन करना भी जरूरी है, क्योंकि यह ईमानदारी और पारदर्शिता को बढ़ावा देता है। आज के समाज में जब सूचना और संचार का दौर है, सत्य का पालन करके हम झूठ और धोखाधड़ी से बच सकते हैं और विश्वसनीयता बनाए रख सकते हैं। इस तरह से अहिंसा और सत्य के मूल्य आज भी हमारे जीवन में मार्गदर्शक सिद्ध हो सकते हैं।


2. चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने साम्राज्य को स्थापित करते समय कठोर परिश्रम और सही नीति का पालन किया। क्या आप सोचते हैं कि आज के समय में सफलता प्राप्त करने के लिए भी यही मूल्य आवश्यक हैं?

हाँ, आज के समय में भी सफलता प्राप्त करने के लिए कठोर परिश्रम और सही नीति का पालन करना आवश्यक है। चंद्रगुप्त मौर्य ने अपनी कठिनाइयों के बावजूद अपने साम्राज्य को स्थापित किया, और यह उनकी रणनीतिक सोच और मेहनत का परिणाम था। आज भी, चाहे वह शिक्षा हो, व्यवसाय हो, या व्यक्तिगत जीवन हो, सफलता के लिए कठोर परिश्रम और सही दिशा में काम करना बेहद महत्वपूर्ण है। यदि हम सही निर्णय लेते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं, तो हम किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। आज के समाज में यह मूल्य और भी प्रासंगिक हैं क्योंकि हम विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं का सामना कर रहे हैं और हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समर्पण और सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है।


Points to Remember From Class 8 Hindi Bharat Ki Khoj Chapter 8: Tanaav

  • European powers like the Portuguese, British, Dutch, and French arrived in India, impacting trade and culture.

  • Vasco da Gama reached India in 1498, opening trade between Europe and India.

  • Mahatma Gandhi led the freedom struggle using non-violence, with movements like the Salt March and Quit India.

  • Chandragupta Maurya founded the Maurya Empire, uniting India under a centralized government.

  • Emperor Ashoka adopted and spread Buddhism, promoting peace and non-violence.

  • Babur established the Mughal Empire in 1526, and Akbar expanded it to its peak.

  • Akbar promoted religious tolerance and appointed Hindus to key positions.

  • Gautama Buddha founded Buddhism, emphasizing non-violence, compassion, and equality.

  • European colonization significantly impacted India’s economy, politics, and society.

  • India’s freedom struggle included movements like Non-Cooperation, Civil Disobedience, and Quit India, leading to independence.


Benefits of Important Questions for Class 8 Hindi Bharat Ki Khoj Chapter 8: Antim Daur – Ek 

  • Important Questions provide a clear summary, helping students recall the main points and key ideas without re-reading the whole chapter.

  • They highlight important themes, questions, and ideas, making exam prep faster and more effective.

  • Simplified Important Questions make it easier for students to remember essential details and understand the core message of the chapter.

  • Important Questions offer guidance on framing answers, especially for important questions likely to appear in exams.

  • With concise Important Questions, students can revise quickly, ensuring that they cover all syllabus topics in less time.


Conclusion

Tanaav highlights the growing tension and unrest among Indians under British colonial rule. The oppressive policies and social inequalities led to widespread dissatisfaction, which culminated in a spirit of resistance among the people. This chapter underscores the emotional struggles and hardships faced by individuals, ultimately contributing to the rise of national consciousness. It emphasizes the importance of understanding this historical phase, as it played a vital role in shaping India's independence movement. The chapter encourages reflection on the courage and determination that led to the country's eventual freedom from colonial rule.


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FAQs on Important Questions for CBSE Class 8 Hindi Bharat Ki Khoj Chapter 8 Tanav

1. What is the main theme of Chapter 8 "Tanaav"?

The main theme of this chapter is the growing tension and unrest in India due to British colonial rule and the social, political, and economic issues that arose during this period.

2. How did British policies contribute to the tensions in India in chapter 8?

British policies, such as economic exploitation, harsh taxes, and discrimination, led to widespread dissatisfaction, creating a sense of tension and frustration among the Indian population.

3. What role did social inequalities play in creating tension in India in the chapter ‘Tannav’?

Social inequalities, including discrimination based on caste, religion, and region, added to the sense of injustice and unrest among the Indian people, contributing to the overall tension during the colonial period.

4. What impact did the British colonial rule have on Indian society in chapter ‘Tanaav’?

British colonial rule led to economic exploitation, the suppression of Indian culture, and widespread poverty, further aggravating social and political tensions in the country.

5. What is the significance of resistance during this period in Indian history in chapter 8?

Resistance during this period was crucial as it laid the foundation for the Indian independence movement. It showed the growing unity among people and the collective will to fight against injustice.

6. How did the people of India respond to British oppression in chapter ‘Tanaav’?

The people of India began to resist through protests, movements, and by supporting leaders who fought for India's rights and freedom. This growing sense of unity eventually led to India's struggle for independence.

7. How does Chapter 8 reflect the emotional turmoil of the people in the chapter ‘Tanaav’?

The chapter highlights the emotional distress of the people due to exploitation, injustice, and oppression, showing how these emotions spurred a desire for change and justice.

8. What historical events are discussed in Chapter 8?

The chapter discusses the socio-political climate of India during the British colonial period, focusing on how the oppressive British policies led to widespread unrest and resistance.

9. What lesson can we learn from the tensions described in Chapter 8?

The lesson we can learn is the importance of unity, resistance, and resilience in the face of injustice. It highlights the need to stand against exploitation and work towards justice and equality.

10. How does Chapter 8 connect to India's fight for independence in the chapter ‘Tanaav’?

Chapter 8 connects to India’s independence struggle by showing how the tensions and resistance against British rule gradually built up, leading to movements like the Indian National Congress and the eventual demand for independence.