Courses
Courses for Kids
Free study material
Offline Centres
More
Store Icon
Store

NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 3: Kirmich Ki Gaind

ffImage
widget title icon
Latest Updates

NCERT Solutions for Class 4 Chapter 3 Hindi (Rimjhim) - FREE PDF Download

Vedantu provides NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind, designed to help students understand the story easily. The chapter focuses on a playful story involving children and a leather ball, teaching students important values through simple language. Our solutions offer clear and straightforward answers to the exercises, making it easy for students to understand key points of the story.

toc-symbol
Table of Content
1. NCERT Solutions for Class 4 Chapter 3 Hindi (Rimjhim) - FREE PDF Download
2. Glance on Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 3 - Kirmich Ki Gaind
3. Access the NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 3 Kirmich Ki Gaind
    3.1कहानी की बात
    3.2गेंद किसकी
    3.3गेंद की कहानी
    3.4पहचान
    3.5कहाँ
    3.6तरह-तरह की गेंदें
    3.7खोजो आस-पास
    3.8क्लब बनाएँ।
    3.9एक, दो, तीन
    3.10सब्ज़ी एक नाम अनेक
4. Benefits of NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 3 Kirmich Ki Gaind
5. Important Study Materials for Hindi Class 4 Chapter 3
6. Conclusion
7. NCERT Solutions for Class 4 Hindi Other Chapter-wise List
8. Important Related Links for NCERT Class 4 Hindi
FAQs


These solutions align with the CBSE Class 4 Hindi Syllabus and are a great resource for exam preparation. They cover all the important concepts and questions from the chapter, ensuring students get a good understanding of the text. Download the FREE PDF for NCERT Solutions and use these notes for a better learning experience.


Glance on Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 3 - Kirmich Ki Gaind

  • CBSE Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind is a story about a group of children who enjoy playing with a leather ball, showing the fun and excitement of outdoor games.  

  • Through the playful interaction, the story emphasises the importance of teamwork, as the children come together to share the joy of playing.  

  • The chapter conveys valuable lessons about cooperation, understanding, and sharing with others in everyday situations.  

  • The language is kept simple and engaging, making it easy for students to follow and enjoy the storyline.  

  • The events in the story reflect the daily life of children, allowing them to easily relate to the characters and their experiences.  

  • Questions at the end of the chapter encourage students to think more deeply about the story's message and understand its core values.

Access the NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 3 Kirmich Ki Gaind

कहानी की बात

(क) दिनेश की माँ मशीन चलाते-चलाते बोलीं, “बेटा, कहाँ जा रहे हो?”

  • दिनेश की माँ कौन-सी मशीन चला रही होंगी?

  • तुमने इस मशीन को कहाँ-कहाँ देखा है।

उत्तर: दिनेश की माँ सिलाई मशीन चला रही होंगी। सिलाई मशीन का इस्तेमाल कपड़े सिलने के लिए किया जाता है। यह मशीन घरों, दर्ज़ी की दुकानों, और सिलाई के संस्थानों में अक्सर देखी जाती है।


(ख) दिनेश ने सारी सीताफल की बेल छान मारी।

  • दिनेश क्या खोज रहा था?

  • दिनेश को कैसे पता चला होगा कि क्यारी में वही चीज़ गिरी है?

उत्तर: दिनेश क्यारी में छानबीन कर रहा था क्योंकि वह अपनी गिरी हुई गेंद को ढूंढ रहा था। उसने पूरी सीताफल की बेल इसलिए देखी क्योंकि उसे लगा कि गेंद वहीं गिरी होगी। जब गेंद खेलते समय गायब हो गई, तो दिनेश को आवाज़ या गेंद के गिरने की दिशा से अंदाजा हुआ होगा कि गेंद क्यारी में गिरी है।


(ग) दिनेश अच्छी तरह जानता था कि गेंद दीपक की नहीं है।

  • दिनेश को यह बात कैसे पता चली कि गेंद दीपक की हो ही नहीं सकती?

  • दीपक बार-बार गेंद को अपनी क्यों बता रहा होगा।

उत्तर: दिनेश को यह बात इसलिए पता चली क्योंकि वह जानता था कि दीपक के पास इस तरह की महंगी चमड़े की गेंद खरीदने के पैसे नहीं थे। वह समझ गया कि दीपक ने गेंद कहीं और से उठाई है। दीपक बार-बार गेंद को अपनी इसलिए बता रहा था क्योंकि वह अपने दोस्तों के बीच खुद को महत्वपूर्ण दिखाना चाहता था। उसे यह लग रहा था कि अगर वह कहेगा कि गेंद उसकी है, तो उसके दोस्त उसकी तारीफ करेंगे और उसे खेल में शामिल करेंगे।


गेंद किसकी

(क) दीपक ने गेंद को अपना बताने के लिए उसके बारे में कौन-कौन सी बातें बनाई?
उत्तर: दीपक ने गेंद को अपना बताने के लिए यह बातें बनाई कि यह गेंद उसकी मौसी के बेटे ने उसे दी है। उसने यह भी कहा कि उसकी मौसी विदेश में रहती है और वहीं से यह गेंद आई है। उसने यह सब बातें अपने दोस्तों को बताईं ताकि वे उसे उसकी गेंद मानें।


(ख) अगर दीपक और दिनेश गेंद के बारे में फैसला करवाने तुम्हारे पास आते, तो तुम गेंद किसे देतीं? यह भी बताओ कि तुम यह फैसला किन बातों को ध्यान में रखकर करतीं?
उत्तर: अगर दीपक और दिनेश गेंद के बारे में फैसला करवाने मेरे पास आते, तो मैं यह देखने की कोशिश करती कि गेंद पर किसका हक है। अगर दीपक ने गेंद को पहले खरीदा है, तो उसे ही गेंद मिलनी चाहिए। लेकिन अगर दोनों मिलकर गेंद से खेलते हैं, तो मैं उन्हें समझाऊंगी कि वे आपस में मिलकर गेंद को साझा करें। यह फैसला मैं इस बात को ध्यान में रखकर करूंगी कि दोनों को समान रूप से खेलने का मौका मिले और कोई भी बच्चा खुद को ठगा महसूस न करे।


गेंद की कहानी

गेंद स्कूटर के साथ कहीं चली गई।
उसके बाद गेंद के साथ क्या-क्या हुआ होगा? सोचकर बताओ।
उत्तर: गेंद स्कूटर के साथ कहीं दूर चली गई, और उसके बाद गेंद के साथ कई घटनाएँ हो सकती हैं। संभव है कि गेंद किसी सड़क पर गिर गई हो और वहां से लुढ़कते हुए किसी और जगह पहुँच गई हो। हो सकता है कि गेंद किसी नाली में गिर गई हो या किसी दूसरी जगह रुक गई हो। यह भी संभव है कि कोई और बच्चा उस गेंद को उठा ले और खेलने लगे। कहानी में यह कल्पना करना कि गेंद के साथ क्या हुआ होगा, बच्चों की सोचने और कल्पना शक्ति को बढ़ाने का एक तरीका है।


पहचान

मान लो तुम्हारा कोई खिलौना घर में ही कहीं खो गया है। तुमने अपने साथियों को घर पर बुलाया है ताकि सब मिलकर उसे खोज लें। तुम अपने खिलौने की पहचान के लिए अपने साथियों को कौन-कौन सी बातें बताओगी? लिखो।
उत्तर: यदि मेरा खिलौना घर में कहीं खो गया है और मैंने अपने साथियों को बुलाया है ताकि वे मिलकर उसे ढूंढ सकें, तो मैं अपने खिलौने की पहचान के लिए उन्हें ये बातें बताऊंगी:  

  • मेरा खिलौना एक छोटी लाल गेंद है।  

  • यह चमकदार और कच्चे चमड़े से बनी हुई है।  

  • गेंद का आकार गोल है और उस पर सफेद धारियां भी बनी हुई हैं।  

  • जब इसे उछालते हैं, तो यह हल्का सा उछलता है और बहुत दूर तक नहीं जाती।  

  • यह मेरा पसंदीदा खिलौना है, और मैंने इसे कल खेलने के बाद कमरे में छोड़ा था।


कहाँ

सामने की क्यारी में भिंडियों के ऊँचे-ऊँचे पौधे थे।
एक ओर सीताफल की घनी बेल फैली हुई थी।
सीताफल की बेल होती है और भिंडी का पौधा बताओ और कौन-कौन सी सब्ज़ियाँ बेल और पौधे पर लगती है।


बेल

पौधा

………………………

………………………

………………………

………………………

………………………

………………………

………………………

………………………



उत्तर:


बेल

पौधा

कद्दू

तोड़ी

करेला

ककड़ी

मटर

टमाटर

बैंगन

मिर्च

पपीता



तरह-तरह की गेंदें

गेंदों के अनेक रंग-रूप होते हैं। अलग-अलग खेलों में अलग-अलग प्रकार की गेंदों का इस्तेमाल किया जाता है। नीचे दी गई जगह में खेलों के अनुसार गेदों की सूची बनाओ।


क्रिकेट

किरमिच

………………………

………………………

………………………

………………………

………………………

………………………

………………………

………………………



उत्तर:


क्रिकेट

किरमिच

हॉकी

फुटबॉल

बॉलिबाल

टेनिस

रबड़

चमड़ा

चमड़ा

प्लास्टिक



खोजो आस-पास

दिनेश चिक सरकाकर बरामदे की ओर भागा।

(क) चिक पर्दे का काम करती है पर चिक और पर्दे में फर्क होता है।
इन दोनों में क्या अंतर है? समूह में चर्चा करो।।
इसी तरह पता लगाओ कि इन शब्दों में क्या अंतर है?

  • टहनी-तना

  • पेड़-पौधा

  • घूस-चूहा

  • मुँडेर-चारदीवारी,

उत्तर: 

  • चिक बांस या लकड़ी की बनी होती है, जिसे खिड़की या दरवाजे पर लटकाया जाता है ताकि धूप या गर्मी को रोका जा सके।

  • पर्दा कपड़े का होता है और इसे अंदर की चीजों को ढकने और सजावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

टहनी-तना:

  • टहनी पेड़ की पतली शाखा होती है।

  • तना पेड़ का मुख्य मोटा हिस्सा होता है।

पेड़-पौधा:

  • पेड़ बड़ा और मजबूत होता है।

  • पौधा छोटा होता है।

घूस-चूहा:

  • घूस मतलब रिश्वत देना।

  • चूहा एक छोटा जानवर होता है।

मुँडेर-चारदीवारी:

  • मुँडेर छत या दीवार के किनारे की ऊँची रेखा होती है।

  • चारदीवारी किसी जगह को घेरने के लिए बनाई गई दीवार होती है।


(ख) चिक सरकंडे से भी बनती है और तीलियों से भी।
सरकंडे से और क्या-क्या बनता है? अपने आसपास पता करो और लिखो।
उत्तर: सरकंडे से कई चीजें बनाई जाती हैं, जो रोजमर्रा के काम में आती हैं। इनमें शामिल हैं:

  • टोकरी: सरकंडे से बनी टोकरी का इस्तेमाल सामान रखने के लिए किया जाता है।

  • चटाई: सरकंडे से बनी चटाई फर्श पर बिछाने के लिए उपयोग की जाती है।

  • हाथ के पंखे: सरकंडे से छोटे-छोटे हाथ के पंखे बनाए जाते हैं, जो गर्मियों में हवा देने के काम आते हैं।

  • मोरपंखी सजावट: सरकंडे का इस्तेमाल सजावट के लिए भी किया जाता है, जैसे मोरपंखी जैसी आकृतियों में।

  • झाड़ू: सरकंडे से झाड़ू भी बनाई जाती है, जिसका उपयोग सफाई के लिए किया जाता है।


क्लब बनाएँ।

मान लो तुम्हें अपने स्कूल में एक क्लब बनाना है जो स्कूल में खेल-कूद के कार्यक्रमों की तैयारी करेगा।

  • इस क्लब में शामिल होने और इसको चलाने आदि के बारे में नियम सोचकर लिखो।

  • तुम्हारे विचार से इस क्लब को अच्छी तरह चलाने के लिए नियमों की ज़रूरत है या नहीं? अपने जवाब का कारण भी बताओ।

उत्तर: अगर मुझे अपने स्कूल में खेल-कूद की तैयारी के लिए एक क्लब बनाना हो, तो कुछ नियम जरूरी होंगे। क्लब में शामिल होने के लिए हर छात्र को खेल-कूद में रुचि होनी चाहिए और एक फॉर्म भरना होगा जिसमें उनकी पसंदीदा खेल गतिविधियों का उल्लेख होगा। क्लब में नियमित अभ्यास सत्र होंगे और सभी सदस्यों का भाग लेना जरूरी होगा। क्लब के सदस्य खेल कार्यक्रमों के लिए टीम बनाने और उन्हें तैयार करने में मदद करेंगे। सभी को समय पर और अनुशासन के साथ क्लब की गतिविधियों में शामिल होना होगा। 

मेरे विचार से इस क्लब को अच्छी तरह चलाने के लिए नियमों की जरूरत है, क्योंकि नियम से अनुशासन और जिम्मेदारी बनी रहती है। इससे क्लब की गतिविधियाँ समय पर और सही तरीके से हो पाती हैं, और सभी मिलकर खेल-कूद की अच्छी तैयारी कर पाते हैं।


एक, दो, तीन

दिनेश ने तिमंजिली इमारत की ओर देखा।
जिस इमारत में तीन मंज़िलें हों, उसे तिमंजिली इमारते कहते हैं।
बताओ, इन्हें क्या कहेंगे?

  • जिस मकान में दो मंज़िलें हों         …………………..

  • जिस स्कूटर में दो पहिए हों          …………………..

  • जिस झंडे में तीन रंग हों               …………………..

  • जिस जगह पर चार राहें मिलती हों   …………………..

  • जिस स्कूटर में तीन पहिए हों         …………………..

उत्तर: 

  • जिस मकान में दो मंज़िलें हों          दुमंज़िला मकान  

  • जिस स्कूटर में दो पहिए हों          दोपहिया स्कूटर  

  • जिस झंडे में तीन रंग हों               तिरंगा झंडा  

  • जिस जगह पर चार राहें मिलती हों   चौराहा  

  • जिस स्कूटर में तीन पहिए हों         तिपहिया स्कूटर


सब्ज़ी एक नाम अनेक

एक ही सजी या फल के नाम अलग-अलग स्थान पर अलग-अलग होते हैं। नीचे ऐसे कुछ नाम दिए गए हैं।

सीताफल

कांदा

बटाटा

अमरुद

तोरी

शरीफ़ा

काशीफल

बैंगन

नेनुआ

तरबूज

कुम्हड़ा

घीया



  • बताओ कि तुम्हारे घर, शहर या कस्बे में इनमें से कौन-कौन से शब्द इस्तेमाल किए जाते हैं?

  • बाकी नामों का इस्तेमाल किन-किन स्थानों पर होता है? पता करो।


उत्तर:

  • सीताफल, कांदा, अमरूद, तोरी, शरीफ़ा, बैंगन, तरबूज, घीया।

  • काशीफल – उत्तर: प्रदेश

  • कुम्हड़ा – उत्तर: प्रदेश

  • नेनुआ – बिहार

  • बटाटा – गुजरात


Benefits of NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 3 Kirmich Ki Gaind

  • NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 3 Kirmich Ki Gaind provide detailed and clear answers, helping students easily understand the chapter’s story and its key events.  

  • These solutions break down the main ideas of the story, the solutions make it easier for students to fully grasp the lesson without feeling overwhelmed.  

  • The answers are written in simple and easy-to-follow language, making them ideal for Class 4 students to read and learn on their own.  

  • These solutions cover important questions from the chapter, helping students prepare thoroughly for their exams and class tests.  

  • The solutions help students develop a deeper understanding of the values and lessons presented in the chapter, such as cooperation and teamwork.  

  • They act as a great tool for quick and effective revision, ensuring students can go over important points before any assessments.

  • Since the solutions follow the CBSE syllabus, students can confidently rely on them for their exam preparation, knowing they are studying the right material.  


Important Study Materials for Hindi Class 4 Chapter 3

S.No.

Links for Related Study Materials for Hindi Class 4 Chapter 3

1.

Class 4 Kirmich Ki Gaind Worksheet

2.

Class 4 Kirmich Ki Gaind Revision Notes



Conclusion

Vedantu’s NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 3 Kirmich Ki Gaind provide a simple and clear approach to understanding the chapter. These solutions help students easily understand the key points of the story while improving their understanding of important values like teamwork and cooperation. With easy-to-follow answers, students can confidently prepare for their exams and revise effectively. These solutions are aligned with the CBSE syllabus, making them a reliable resource for both learning and revision. Use these solutions to ensure a strong understand of the chapter’s concepts.


NCERT Solutions for Class 4 Hindi Other Chapter-wise List

After familiarising yourself with the Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 3 Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions for all Chapters in Class 4 Hindi (Rimjhim).




Important Related Links for NCERT Class 4 Hindi

FAQs on NCERT Solutions for Class 4 Hindi (Rimjhim) Chapter 3: Kirmich Ki Gaind

1. What are the benefits of using NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind on Vedantu?

The NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind on Vedantu provide easy-to-understand answers, helping students understand the story and key concepts. These solutions follow the CBSE syllabus and are designed to help students with exam preparation.

2. How can NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 help in understanding the story better?

NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind break down the story’s main points in simple language. This makes it easier for students to understand the plot, characters, and values in the chapter.

3. What kind of questions are covered in Vedantu’s NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3?

Vedantu’s NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind cover all important questions from the textbook. These include both short-answer and long-answer questions that help students grasp the chapter’s content.

4. How can Vedantu’s NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 be used for exam preparation?

Students can use Vedantu’s NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind to revise the chapter quickly before exams. The solutions provide clear answers to textbook questions, making revision easy and effective.

5. Why are NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 useful for revision?

The NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind are useful for revision as they summarize key points and provide clear, concise answers. This helps students review important concepts in less time.

6. What values are taught in NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind?

The chapter Kirmich Ki Gaind teaches values like teamwork, sharing, and cooperation through a fun story. These lessons are highlighted in the NCERT Solutions provided by Vedantu for easy understanding.

7. Are the NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 available for FREE on Vedantu?

Yes, Vedantu provides NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind for FREE. Students can easily download the PDF and use it for their studies and exam preparation.

8. What is the main theme of Chapter 3 Kirmich Ki Gaind in Class 4 Hindi?

The main theme of Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind revolves around children playing with a leather ball and learning about cooperation, teamwork, and sharing while having fun.

9. How does the story in NCERT Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind highlight teamwork?

In NCERT Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind, the children learn to work together while playing with the leather ball. The story emphasises how teamwork helps them enjoy the game more, a lesson made clear in Vedantu’s NCERT Solutions.

10. What makes Vedantu’s NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind reliable for students?

Vedantu’s NCERT Solutions for Class 4 Hindi Chapter 3 Kirmich Ki Gaind are reliable because they follow the CBSE syllabus and provide accurate, easy-to-understand answers. These solutions help students build a strong understanding of the chapter’s content.