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NCERT Solutions for Class 8 Hindi (Durva) Chapter 2: Do Goraya

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NCERT Solutions for Class 8 Chapter 2 Do Goraya Hindi (Durva) - FREE PDF Download

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Chapter 2 Do Goraya provide step-by-step answers to help students understand the main points of the story The solutions simplify the concepts and questions, making it easier for students to understand and learn according to the latest CBSE Class 8 Hindi Syllabus

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Table of Content
1. NCERT Solutions for Class 8 Chapter 2 Do Goraya Hindi (Durva) - FREE PDF Download
2. Glance on Class 8 Hindi (Durva)  Chapter 2 - Do Goraya
3. Access the NCERT Solutions for Class 8 Hindi (Durva) Chapter 2 Do Goraya
4. (ख) बेटे के घर से जाने के बाद घर में सूना-सा लग रहा हैं।
5. Benefits of NCERT Solutions for Class 8 Hindi (Durva) Chapter 2 Do Goraya
6. Important Study Material Links for Hindi (Durva) Chapter 2 Class 8 - Do Goraya 
7. Conclusion 
8. Chapter-wise NCERT Solutions for Class 8 Hindi (Durva)
9. Important Related Links for CBSE Class 8 Hindi
FAQs


By downloading the FREE PDF, students can access these answers at any time, allowing for easy revision and better preparation for exams. These NCERT Solutions for CBSE Class 8 Hindi are written in a simple manner, helping students confidently approach their studies without any confusion.


Glance on Class 8 Hindi (Durva)  Chapter 2 - Do Goraya

  • The poem Do Goraya emphasises the significance of sparrows and their role in nature.

  • It reflects on the beauty of small creatures and their contribution to environmental balance.

  • The poet encourages readers to care for and respect all living beings, big or small.

  • Using simple language, the poem conveys a message of compassion and responsibility towards nature.

  • It helps students appreciate the smaller aspects of nature and understand their importance in the world.

Access the NCERT Solutions for Class 8 Hindi (Durva) Chapter 2 Do Goraya

1. पाठ से

(क) दोनों गौरैयों को पिताजी जब घर से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे तो माँ क्यों मदद नहीं कर रही थी? बस, वह हँसती क्यों जा रही थी?

उत्तर: माँ पिताजी का मज़ाक उड़ा रही थी क्योंकि पिताजी कभी ताली बजाकर तो कभी श-शू करके गौरैयों को उड़ा रहे थे। गौरैया घोंसले से सिर निकाल कर झाँकती चीं-चीं करती फिर घोसले में वापस चली जाती। यह देखकर माँ हँसने लगती है। माँ ये नहीं चाहती थी कि गोरैया घर से बाहर जाये क्योंकि माँ को पता था कि उन्होंने अपने अंडे दे दिए होंगे और वे अपने बच्चों को छोड़कर नहीं जा सकती।


(ख) देखो जी, चिड़ियों को मत निकालो। माँ ने पिताजी से गंभीरता से यह क्यों कहा?

उत्तर: माँ ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि चिड़ियों ने अपना घोंसला बना लिया था तथा उसने अंडे भी दे दिए थे। यदि पिताजी चिड़िया को निकाल देते तो वे अपने बच्चों से बिछड़ जाते तथा ये बिछड़ने का दर्द केवल माँ ही जानती हैं।


(ग). "किसी को सचमुच बाहर निकालना हो तो उसका घर तोड़ देना चाहिए," पिताजी ने गुस्से में ऐसा क्यों कहा? क्या पिताजी के इस कथन से माँ सहमत थी? क्या तुम सहमत हो? अगर नहीं तो क्यों?

उत्तर: चिड़ियों के लगातार शोर मचाने व तिनके गिरने के कारण पिताजी ने यह कहा। पिताजी के इस कथन से माँ बिल्कुल भी सहमत नहीं थी और हम भी सहमत नहीं है क्योंकि क्या पता उसे अंडे हो जो कि घोसला हटाने से फुट जाए और नन्ही चिड़ियाँ मर जाये।


(घ) कमरे में फिर से शोर होने पर भी पिताजी अबकी बार गौरैया की तरफ़ देखकर मुसकुराते क्यों रहे?

उत्तर: जब पिताजी घोंसले को तोड़ रहे थे, तभी उसमें से चीं-चीं की आवाज़ आई तथा उसमें रखे अंड़ों में से बच्चे निकल आए थे, तभी पिताजी ने घोंसला वापस रख दिया क्योंकि पिताजी को बच्चों को देखकर दया आ गई। अब पिताजी नीचे उतर आए इसके बाद चिड़िया दाने लाकर अपने बच्चों को खिलाने लगी। यह देखकर पिताजी मुस्कुरा रहे थे क्योंकि अब उन्हें पता चल गया था कि बच्चे होने के थोड़े दिनों बाद वे बच्चों को लेकर अपने आप ही चली जाएँगी।


2. पशु-पक्षी और हम

5. इस कहानी के शुरू में कई पशु-पक्षियों की चर्चा की गई है। कहानी में वे ऐसे कुछ काम करते हैं जैसे मनुष्य करते हैं। उनको ढूँढ़कर तालिका पूरी करो:

(क) पक्षी – घर का पता लिखवाकर लाए हैं।

(ख) बूढ़ा चूहा –

(ग) बिल्ली –

(घ) चमगादड़ –

(ङ) चींटियाँ –

उत्तर: (क) पक्षी – घर का पता लिखवाकर लाए हैं।

(ख) बूढ़ा चूहा –अंगीठी के पीछे बैठता है शायद सर्दी लग रही है।

(ग) बिल्ली – फिर आऊँगी कह कर चली जाती है।

(घ) चमगादड़ – पंख फौज़ ही छावनी डाले हुए हैं।

(ङ) चींटियाँ – इनकी फौज़ ही छावनी डाले हुए है।


3. मल्हार 

नीचे दिए गए वाक्य को पढ़ो –

"जब हम लोग नीचे उतरकर आए, तब वे फिर से मौजूद थीं और मज़े से बैठी मल्हार गा रही थीं।"


(क) अब तुम पता करो कि मल्हार क्या होता है? इस काम में तुम बड़ों की सहायता भी ले सकते हो।


(ख) बताओ कि क्या सचमुच चिड़ियाँ 'मल्हार' गा सकती हैं?


(ग) बताओ की कहानी में चिड़ियों द्वारा मल्हार गाने की बात क्यों कही गई है?

उत्तर:

(क) मल्हार भारतीय शास्त्रीय संगीत में एक राग है, जिसे खासतौर पर बारिश के मौसम से जोड़ा जाता है। यह राग उत्साह और ताजगी का प्रतीक माना जाता है, जिसे सुनकर वर्षा की अनुभूति होती है।


(ख) चिड़ियाँ वास्तव में "मल्हार" जैसा राग नहीं गा सकतीं। यह एक काल्पनिक कल्पना है जो लेखक ने चिड़ियों के संगीत को राग मल्हार से जोड़ने के लिए इस्तेमाल की है।


(ग) कहानी में चिड़ियों द्वारा मल्हार गाने की बात इसलिए कही गई है ताकि यह बताया जा सके कि चिड़ियों की चहचहाहट इतनी मधुर और प्रभावशाली थी कि उसे राग मल्हार के रूप में देखा जा सकता है, जो वातावरण में खुशी और ताजगी ला रही थी।


4. अलग-अलग पक्षी अलग-अलग तरह से घोसला बनाते हैं। तुम कुछ पक्षियों के घोसलों के चित्र इकट्ठे करके उसे अपनी कॉपी पर चिपकाकर शिक्षक को दिखाओ।

उत्तर: आप कुछ पक्षियों के घोंसलों के चित्र इकट्ठा कर सकते हैं, जैसे:

  • गौरैया- गौरैया साधारण और छोटा घोंसला बनाती है, जो अक्सर पेड़ों, छतों या दीवारों की दरारों में होता है।

  • बया- बया अपने जटिल और खूबसूरत घोंसले के लिए प्रसिद्ध है, जो लटकता हुआ होता है और इसे घास के तिनकों से बुनकर बनाया जाता है।

  • कौआ- कौआ आमतौर पर पेड़ों की ऊँची शाखाओं में सूखी टहनियों से घोंसला बनाता है।

  • बगुला - बगुले का घोंसला बड़े आकार का होता है, जो पेड़ों की ऊँचाई पर मिट्टी और घास से बना होता है।


5. 

(क) पूरी कहानी में गौरैया, कहाँ-कहाँ से घर के अंदर घुसी थीं? सूची बनाओ।

(ख) अब अपने घर के बारे में सोचो। तुम्हारे घर में यदि गौरैया आना चाहे तो वह कहाँ-कहाँ से अंदर घुस सकती है? इसे अपने शिक्षक को बताओ।

उत्तर:

(क) कहानी में गौरैया निम्नलिखित स्थानों से घर के अंदर घुसी थीं:

  • छत की टूटी हुई खिड़की से।

  • बरामदे के दरवाजे से।

  • जाली के दरवाजे के नीचे से।


(ख) अगर गौरैया मेरे घर में आना चाहे, तो वह निम्नलिखित स्थानों से अंदर घुस सकती है:

  • खुली खिड़की से।

  • मुख्य दरवाजे से, जब उसे खुला छोड़ दिया जाए।

  • बालकनी के दरवाजे से।

  • वेंटिलेशन के छोटे छेद या जालीदार खिड़कियों से।


6. "माँ खिलखिलाकर हँस दीं।" इस वाक्य में 'खिलखिलाकर' शब्द बता रहा है कि माँ कैसे हँसी थीं। इसी प्रकार नीचे दिए गए रेखांकित शब्दों पर भी ध्यान दो। इन शब्दों से एक-एक वाक्य बनाओ।


(क) पिताजी ने झिड़ककर कहा, "तू खड़ा क्या देख रहा है?"


(ख) "आज दरवाज़े बंद रखो," उन्होंने हुक्म दिया।


(ग) "देखो जी, चिड़ियों को मत निकालो," माँ ने अबकी बार गंभीरता से कहा।


(घ) "किसी को सचमुच बाहर निकालना हो, तो उसका घर तोड़ देना चाहिए," उन्होंने गुस्से में कहा।


तुम इनसे मिलते-जुलते कुछ और शब्द सोचो और उनका प्रयोग करते हुए कुछ वाक्य बनाओ।


संकेत –धीरे से, ज़ोर से, अटकते हुए, हकलाते हुए, फुसफुसाते हुए आदि।

उत्तर:

(क) पिताजी ने झिड़ककर कहा, "तू खड़ा क्या देख रहा है?"

माँ ने गुस्से से झिड़ककर कहा, "अपना कमरा साफ कर ले।"

(ख) "आज दरवाज़े बंद रखो," उन्होंने हुक्म दिया।

शिक्षक ने सख्ती से हुक्म दिया, "पाठ याद करके आना।"

(ग) "देखो जी, चिड़ियों को मत निकालो," माँ ने अबकी बार गंभीरता से कहा।

डॉक्टर ने गंभीरता से कहा, "आपको दवाइयाँ समय पर लेनी होंगी।"

(घ) "किसी को सचमुच बाहर निकालना हो, तो उसका घर तोड़ देना चाहिए," उन्होंने गुस्से में कहा।


उसने गुस्से में कहा, "मुझे अब और बर्दाश्त नहीं होगा।"

और वाक्य:

  • धीरे से: उसने धीरे से दरवाज़ा बंद किया ताकि कोई जाग न जाए।

  • ज़ोर से: बच्चों ने ज़ोर से हँसते हुए खेल का आनंद लिया।

  • अटकते हुए: परीक्षा में उसने अटकते हुए उत्तर दिया।

  • हकलाते हुए: बच्चे ने डर के मारे हकलाते हुए जवाब दिया।

  • फुसफुसाते हुए: दोस्तों ने फुसफुसाते हुए गुप्त बातें कीं।


7. किससे-क्यों-कैसे

"पिताजी बोले, क्या मतलब? मैं कालीन बरबाद करवा लूँ?" ऊपर दिए गए वाक्य पर ध्यान दो और बताओ कि:

(क) पिताजी ने यह बात किससे कही?

(ख) उन्होंने यह बात क्यों कही?

(ग) गौरैयों के आने से कालीन कैसे बरबाद होता?

उत्तर: (क) पिताजी ने यह बात माँ से कही।

(ख) उन्होंने यह बात इसलिए कही क्योंकि चिड़ियाँ जो भी चीजें घोंसला बनाने के लिए लाती थी वे कालीन पर भी गिरते थे जिससे कालीन गन्दा हो जाता था।

(ग) गोरैया के आने से उनके घोंसले के तिनके कालीन पर गिरते तथा गोरैया की बीट भी गिरती इसलिए कालीन खराब हो जाता था।


8. सराय

"पिताजी कहते हैं कि यह घर सराय बना हुआ है।" ऊपर के वाक्य को पढ़ो और बताओ कि:

(क) सराय और घर में क्या अंतर होता है? आपस में इस पर चर्चा करो।

(ख) पिताजी को अपना घर सराय क्यों लगता है?

उत्तर: (क) सराय अर्थात किराये का घर। इसमे घर किसी और का और रहता कोई और है इसके बदले में वे घर के मालिक को किराया देते है जबकि घर में उसी का परिवार रहता है जिस व्यक्ति का वह घर होता है।

(ख) पिताजी को अपना घर सराय इसलिए लगता था क्योंकि उनके घर में तरह-तरह के पशु-पक्षी आकर रहने लगते थे जैसे गोरैया, चींटी, चूहा, बिल्ली आदि।


9. मान लो तुम लेखक के घर की एक गौरैया हो। अब अपने साथी गौरैया को बताओ कि तुम्हारे साथ इस घर में क्या-क्या हुआ?

उत्तर: "अरे साथी गौरैया, तुम्हें यकीन नहीं होगा कि मेरे साथ इस घर में क्या-क्या हुआ! जब मैं पहली बार इस घर में आई, तो मैंने छत की टूटी खिड़की से अंदर प्रवेश किया। यहाँ का माहौल काफी शांत था, और मुझे लगा कि यहाँ आराम से रह सकते हैं। हम चुपचाप एक कोने में बैठकर अपनी चहचहाहट का आनंद ले रहे थे।


पर तभी पिताजी ने हमें देखकर गुस्से में कहा कि हमें बाहर निकाल दिया जाए, लेकिन माँ ने हमारा बचाव किया। माँ ने बहुत प्यार से कहा कि हमें मत निकालो, और उन्होंने हमें यहाँ रहने दिया। उनके कारण हम आराम से घर में घूमते रहे, मज़े से बैठे और एक-दूसरे से बातें की। यह घर काफी सुरक्षित और अच्छा है।"


10. तुम्हें इस कहानी में कौन सबसे अधिक पसंद आया? तुम्हें उसकी कौन-सी बात सबसे अधिक अच्छी लगी?

(क) माँ     (ख) पिताजी     (ग) लेखक     (घ) गौरैया     (ङ) चूहे     (च) बिल्ली     (छ) कबूतर     (ज) कोई अन्य/कुछ और

उत्तर: मुझे इस कहानी में सबसे अधिक माँ पसंद आईं। उनकी सबसे अच्छी बात यह लगी कि उन्होंने चिड़ियों को बाहर निकालने से मना किया और उनके प्रति सहानुभूति दिखाई। जब पिताजी ने चिड़ियों को बाहर निकालने की बात की, तब माँ ने गंभीरता से कहा कि उन्हें मत निकालो। उनकी यह दयालुता और समझदारी मुझे सबसे अधिक पसंद आई।


11. माँ की बात

नीचे माँ द्वारा कही गई कुछ बातें लिखी हुई हैं। उन्हें पढ़ो।

"अब तो ये नहीं उड़ेंगी। पहले इन्हें उड़ा देते, तो उड़ जातीं।"

"एक दरवाज़ा खुला छोड़ो, बाकी दरवाज़े बंद कर दो। तभी ये निकलेंगी।"

"देखो जी, चिड़ियों को मत निकालो। अब तो इन्होंने अंडे भी दे दिए होंगे। अब ये यहाँ से नहीं जाएँगी।"

अब बताओ कि:

(क) क्या माँ सचमुच चिड़ियों को घर से निकालना चाहती थीं?

(ख) माँ बार-बार क्यों कह रही थीं कि ये चिड़ियाँ नहीं जाएँगी?

उत्तर: (क) नहीं, माँ सचमुच चिड़ियों को घर से निकालना नहीं चाहती थीं क्योंकि उन्हें संदेह था कि चिड़ियों ने अंडे दे दिए होंगे। इस समय उन्हें निकालना ठीक नहीं है।

(ख) माँ को लग रहा था कि अब तक तो चिड़ियों ने घोंसले में अंडे भी दे दिए होंगे और अब अंडे छोड़कर चिड़िया नहीं जाएगीं।


12. 

(क) तुम्हारे विचार से इस कहानी को कौन सुना रहा है? तुम्हें यह किन बातों से पता चला?

उत्तर: मेरे विचार से इस कहानी को लेखक सुना रहा है। यह मुझे इस बात से पता चला कि कहानी में लेखक ने खुद को "मैं" कहकर संबोधित किया है और घर की घटनाओं का वर्णन पहले व्यक्ति में किया है, जैसे कि वह खुद उन घटनाओं का अनुभव कर रहा हो।


(ख) लेखक ने यह अनुमान कैसे लगाया कि एक चूहा बूढ़ा है और उसको सर्दी लगती है?

उत्तर: लेखक ने यह अनुमान इस तरह लगाया कि चूहा बूढ़ा है और उसे सर्दी लगती है क्योंकि चूहा बहुत धीरे-धीरे चलता था, जो आमतौर पर बूढ़े चूहों की निशानी होती है। इसके अलावा, चूहे की हरकतें ऐसी थीं, जैसे वह ठंड महसूस कर रहा हो, और वह ठंडी जगहों से बचने की कोशिश कर रहा था, जिससे लेखक ने यह अंदाजा लगाया कि उसे सर्दी लगती है।


13. शब्द की समझ

चुक –चूक

(क) अब उनकी सहनशीलता चुक गई।

(ख) उनका निशाना चूक गया।

अब तुम भी इन शब्दों को समझो और उनसे वाक्य बनाओ।

1. सुख –सूख

(क) ...........................................................................................

(ख) ...........................................................................................

2. धुल –धूल

(क) ...........................................................................................

(ख) ...........................................................................................

3. सुना –सूना

(क) ...........................................................................................

(ख) ...........................................................................................

उत्तर:

1. सुख – सूख

(क) राम की नोकरी लगने के बाद उसके घर में सुख के दिन आ गये।

(ख) उसका पूरा शरीर सूख गया था। खाने के बाद भी वह मोटा नहीं हुआ।

2. धुल – धूल

(क) गंगा जी मे स्नान करने से मैं अपने पापों के मैल से धुल गया।

(ख) आज तो बहुत ही धूल भारी आंधी चल रही है।

3. सुना – सूना

(क) सुना है आज प्रधनमंत्री जी देश को संबोधित करेंगे।

(ख) बेटे के घर से जाने के बाद घर में सूना-सा लग रहा हैं।


Benefits of NCERT Solutions for Class 8 Hindi (Durva) Chapter 2 Do Goraya

  • Helps students understand the main ideas and themes of the chapter in a clear and simple way. It makes learning easier by breaking down complex concepts.

  • Provides step-by-step answers for all questions, allowing students to follow along easily. This helps them grasp the chapter better.

  • Simple explanations ensure that students can revise and understand key points quickly. This is useful for preparing for exams without confusion.

  • Can be used for quick revisions, especially during last-minute studies. It ensures that students remember important information effectively.

  • The answers are based on the latest syllabus, keeping students updated with what is required. This makes sure they are studying the right material.

  • Encourages students to focus on the important details and main points of the chapter. It helps in building a solid understanding of the content.


Important Study Material Links for Hindi (Durva) Chapter 2 Class 8 - Do Goraya 

S. No 

Important Study Material Links for Chapter 2 Do Goraya

1.

Class 8 Hindi Do Goraya Questions

2.

Class 8 Hindi Do Goraya Notes


Conclusion 

The NCERT Solutions for Class 8 Hindi Chapter 2 Do Goraya provide clear and simple answers to help students understand the chapter better. These solutions follow the latest syllabus and make studying easier by explaining the concepts in a straightforward manner. By using these solutions, students can revise key points quickly and prepare effectively for their exams. The free PDF download offers convenient access to these solutions, making it easier for students to study at their own pace.


Chapter-wise NCERT Solutions for Class 8 Hindi (Durva)


Important Related Links for CBSE Class 8 Hindi

S. No

Important Links for Class 8  Hindi

1.

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5.

Class 8  Hindi Sample Papers

FAQs on NCERT Solutions for Class 8 Hindi (Durva) Chapter 2: Do Goraya

1. What is the message conveyed through the story Class 8 Hindi Chapter 2 Do Goraya?

The story conveys the importance of small creatures like sparrows and their role in nature, emphasising the need to care for and appreciate them.

2. How can NCERT Solutions help in improving a student's understanding of Class 8 Hindi Chapter 2?

NCERT Solutions provides easy explanations for all questions, helping students understand the key points and themes of the chapter clearly.

3. What role does the sparrow play in the Class 8 Hindi Chapter 2 Do Goraya?

The sparrow in the story represents the beauty and simplicity of small creatures and their significance in our lives.

4. How are the answers in Class 8 Hindi Chapter 2 NCERT Solutions structured?

The answers are structured in a step-by-step manner, making it easy for students to follow and understand the chapter thoroughly.

5. How do these Class 8 Hindi Chapter 2 solutions assist students in their homework?

The solutions offer clear and accurate answers to the textbook questions, helping students complete their homework without confusion.

6. Can students use the Class 8 Hindi Chapter 2 NCERT Solutions to clarify doubts on their own?

Yes, the solutions provide detailed explanations, making it easy for students to clarify their doubts during self-study.

7. How does the story Class 8 Hindi Chapter 2 Do Goraya relate to real-life lessons?

The story teaches the value of appreciating small things in life, like sparrows and understanding the role they play in the ecosystem.

8. Are the Class 8 Hindi Chapter 2 NCERT Solutions suitable for weak students?

Yes, the solutions are written in simple language, making it easy for all students, including weak ones, to grasp the content.

9. What makes Class 8 Hindi Chapter 2 NCERT Solutions for Do Goraya useful for revision?

The solutions cover all important points and provide concise answers, which helps students revise effectively before exams.

10. How can students download the Class 8 Hindi Chapter 2 NCERT Solutions for FREE?

Students can easily download the NCERT Solutions for Chapter 2 in PDF format from the Vedantu website for free.