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Sumirini Ke Man ke (सुमिरिनी के मनके) Class 12 Important Questions: CBSE Hindi (Antra) Chapter 11

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Hindi (Antra) Important Questions for Class 12 Chapter 11 (पंडित चंद्रधर शर्मा गुलेरी) - FREE PDF Download

Vedantu brings you comprehensive and chapter-specific important questions for Class 12 Hindi (Antra) Chapter 11 Sumirini Ke Man Ke. Chapter 11 of Class 12 Hindi (Antra), describes the life and works of the renowned writer, पंडित चंद्रधर शर्मा गुलेरी. Known for his profound contribution to Hindi literature, गुलेरी जी’s writings reflect deep human emotions, social issues, and timeless values.

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Study Important Question for Class 12 Hindi (Antra) Chapter - 11 सुमिरिनी के मनके

अति लघु उत्तरीय प्रश्न                                                 (1 अंक)

1. वैदिक काल के लोग पत्निवरण  कैसे करते थे? 

उत्तर: वैदिक काल में हिंदूओं में ढेले चुनकर पत्निवरण करते थे | 


2. शेक्सपियर के कौन से नाटक का जिक्र लेखक ने किया है? 

उत्तर: शेक्सपियर के प्रसिद्ध नाटक “मर्चेंट ऑफ वेनिस” नाटक का जिक्र लेखक ने किया है|


3. बालक की उम्र कितनी थी?  

उत्तर: बालक की उम्र 8 वर्ष की थी |


4. कौन सा ढेला उठाने पर संतान वैदिक पंडित होता था? 

उत्तर: वेदि का ढेला उठाने पर पैदा होने वाला संतान वैदिक पंडित होता था|


5. तीन गृहयसूत्रों का नाम बताइए जिसमें ढेलो की लॉटरी का जिक्र है? 

उत्तर:आश्वलायन, गोभिल, भारद्वाज इनमें ढेलो की लॉटरी का जिक्र है|


लघु उत्तरीय प्रश्न                                                    (2 अंक)

6. पिता को बालक से क्या उम्मीद थी

उत्तर: सभी प्रश्नों के जवाब देने के बाद जब महाशय ने खुश होकर बच्चे से पूछा कि इनाम में क्या चाहिए तो पिता को यह उम्मीद थी कि बालक पुस्तक मांगेगा | 


7. बालक के मनोभाव के बारे में बताइए? 

उत्तर: बालक खड़ा होकर सभी प्रश्नों के जवाब दे रहा था| उसको सभी जवाब उसके पिताजी और अध्यापकों ने रटवा दिए थे| बालक रोबोट की तरह उसके दिमाग में डाली गई बात को जवाब के तौर पर कह रहा था| मगर जो बात वह कह रहा था उसको उस बात का कोई भी स्पष्ट अर्थ मालूम न था|


8. स्वयंवर क्या होता है ? 

उत्तर: लड़के को अपने लिए लड़की और लड़की को अपने लिए लड़के को स्वयं चुनने के लिए स्वयंवर का आयोजन किये जाने को स्वयंवर कहते हैं। इसमें उस समय के प्रथा अनुसार खेल के विजयी होने पर सवाल के जवाब देने और अनेक कार्यक्रमों का आयोजन करके एक दूसरे से शादी की जाती थी और लड़के या लड़की का चुनाव होता था | 


9. बबुआ हरिश्चंद्र के 'दुर्लभ बंधु' में स्वयंवर के संबंध में क्या घटना वर्णित है? 

उत्तर: बबुआ हरिश्चंद्र के दुर्लभ बंधु स्वयंवर के संबंध में यह घटना वर्णित है जिसमें व्यक्तियों के सामने तीन  मल पेटियां हैं एक सोने की, एक चांदी की और एक लोहे की  | स्वयंवर  के  लिए जो आता है उसे कहा जाता है कि  एक को चुन ले अकड़बाज सोने को चुनता है और उल्टे पैरों लौटता है लोभी चांदी की पिटारी चुनता है और वह भी वापस जाता है सच्चा प्रेमी लोहे को चुनता है और युवती उसकी हो जाती है | 


10 पत्थर पूजे हरि मिले तो मैं पूज  पहार | 

इससे तो चक्की भली पीस खाए संसार|| कबीर के दोहे का भावार्थ लिखिए? 

उत्तर: कबीर के दोहे का भावार्थ है कि यदि पत्थर की मूर्ति की पूजा करने से भगवान मिल जाते हैं तो मैं तो पहाड़ की भी पूजा कर लेता था कि भगवान मुझे जल्दी मिल जाए, मगर ऐसा नहीं होता इसलिए पत्थर पूजने से अच्छा है घर की चक्की की पूजा करो जिसपे पूरी दुनिया पीसकर खाती है| 


लघु उत्तरीय प्रश्न                                                             (3 अंक)

1. छोटे बालक से किस तरह के सवाल किए गए? 

उत्तर: छोटे बालक के सभी सवाल उसकी योग्यता से बिल्कुल ऊपर के किए गए थे। जैसे कि रसों के नाम बताओ, धर्म के लक्षण बताओ, रसों के उदाहरण दो ,4 डिग्री के नीचे ठंड में पानी के अंदर मछलियां कैसे जिंदा रहती हैं और चंद्र ग्रहण लगने का वैज्ञानिक अर्थ बताओ इत्यादि। यह सभी प्रश्न उस छोटे से बच्चे जो बिल्कुल मासूम है उसकी उम्र और योग्यता के हिसाब से बिल्कुल कठिन थे। 


2. मैं जीवन पर्यंत लोक सेवा करूंगा | ऐसा उस मासूम बालक ने क्यों कहा? 

उत्तर: बालक के पिता जी ने छोटे से बच्चे को इस प्रकार सभी सवालों के जवाब रटा रखे थे कि पिता ने सोचा कि इस प्रकार का संवाद सीख लेने से बच्चे की योग्यता पर सर्वश्रेष्ठ का नाम लग जाएगा। मगर लेखक कहते हैं कि इस प्रकार बालक को सवाल रटाना उसके बालपन उसकी मासूमियत को खत्म कर रहा है। लेकिन उसका पिता अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए बच्चे के बचपन को समाप्त किया जा रहा था | 


3. कहानी के आधार पर आज के भारतीय समाज की विवेचना कीजिए?  

उत्तर: भारतीय समाज में वैदिक काल से ही जीवों की मान्यताओं और कुरीतियों का दबदबा रहा है। धर्म की आड़ में ढेर सारे ऐसे धारणाओं ने समाज को जकड़ लिया था जो समाज और मानवता को नष्ट कर रहा था। समाज में लोग प्रतिष्ठा  के चक्कर में एक दूसरे को नीचा दिखाने भेदभाव और छुआछूत जैसी भावनाओं से ग्रसित हो गए थे। मगर अब आज के समय में धीरे-धीरे शिक्षा ने समाज के लोगों के मन से भेदभाव अंधविश्वास जैसी चीजों को खत्म करने का  काम किया है।


4. लेखक ने घड़ीसाजो के संदर्भ में क्या बात कही है? 

उत्तर: लेखक का कहने का तात्पर्य है कि जो व्यक्ति घड़ी बनाने के बारे में जानता हो वही उसे बड़ी आसानी के साथ खोल कर वापस जोड़ सकता है। ऐसे लोग ही घड़ीसाज कहलाते हैं। लेखक  घड़ीसाज की बात करके धर्म से जुड़े रहस्य को बाहर लाना चाहता है। उसका कहना है कि हम धर्म से जुड़े छोटे-बड़े पहलुओं पर गौर करें तो हो सकता है कि हम धर्मगुरु न बने मगर उसके बारे में जटिलता को अवश्य प्राप्त कर सकते हैं और हम धर्म के नाम पर मूर्ख नहीं बनाए जा सकते। हमें एक घड़ीसाज की तरह ही घड़ी के संबंध में जानकारी जुटाने चाहिए।


5. लेखक ने भारतीय समाज में लॉटरी के संबंध में क्या बात कही है? 

उत्तर: लेखक ने भारतीय समाज के वैदिक काल में लड़का विवाह करने के लिए लड़की के घर ढेले लेकर जाता था। यह प्रथा हिंदू समाज में लॉटरी के समान थी। इन ढेलो में मिट्टी होती थी वह भी अलग-अलग जगह की। मिट्टी में केवल युवक को ही पता था कि मिट्टी किस स्थान से लाई गई है जैसे खेत की, वेदी, मसान, चौराहे तथा गोशाला की मिट्टियां होती थी। मिट्टी के ढेले का अर्थ हुआ करता था, हर ढेले के साथ एक मान्यता और धारणा जुड़ी होती थी। यह प्रथा लॉटरी के समान होती थी। इस प्रथा में जिसने सही ढेला उठाया उसी से लड़की की शादी होती थी जिसने गलत ढेला उठाया उसके हाथों में निराशा ही लगती थी इसी कारण इस प्रथा को  लोटरी  से जोड़ा गया | 


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न                                                         (5 अंक)

6. पाठ में जो बालक किताब की जगह लड्डू की मांग करता है उसके स्वभाव और प्रवृत्तियों का उल्लेख कीजिए

उत्तर: एक छोटा से बच्चे में स्वभाविक प्रवृतियां सभी बच्चों की समान ही होती है जैसे जिद्द करना ,दोस्तों के साथ खेलना ,रंगों से आकर्षित होना, उछल कूद करना ,शरारती होना आदि | यदि उसमे यह प्रवृतियां ना पाई जाए तो यह एक चिंता का विषय है। मतलब कि उसके विकास में कोई कमी है ,पाठ में लेखक ने जिस बालक का उल्लेख किया है उसकी उम्र मात्र 8 वर्ष की है। उसके पिता ने उसकी उन प्रवृत्तियों और आकांक्षाओं इच्छाओं को दबा दिया था। उसके अंदर पढ़ाई नाम को ही विकसित किया गया था | वह भी सब कुछ रटवा कर लेकिन फिर भी इनाम में लड्डू मांगने से यह संकेत हुआ कि अभी भी बच्चे के अंदर मासूमियत, बचपन और वह आदतें बची हुई है जो एक बच्चे में होनी चाहिए | 


7. घड़ी की बात लेखक ने किस संदर्भ में की है? 

उत्तर: धर्म का जटिल रहस्य और उसकी संरचना के संबंध में लेखक घड़ी के प्रयोग का उदाहरण देते हुए कहते हैं कि जिस तरह घड़ी की संरचना समझना कठिन है वैसे ही धर्म को समझना भी मुश्किल है|कोई भी इंसान घड़ी को खोल सकता है किंतु उसे दोबारा जोड़ नहीं सकता| मगर वह प्रयास तो कर ही सकता है लेकिन वह यह भी नहीं करता उसका मानना है कि मैं ऐसा कर ही नहीं सकता इसी प्रकार लोग प्राय: बिना धर्म को समझे उसके जाल में उलझे रहते हैं क्योंकि उनके लिए पुरोहितों ने ही धर्म के जाल को रहस्य बना रखा है और लोग इस रहस्य को जानने की कोशिश भी नहीं करते| लेखक घड़ी का उदाहरण देते हुए कहते हैं कि घड़ी को पहनने वाला अलग होता है ठीक करने वाला अलग आजकल धर्म के ठेकेदार साधारण लोगों के लिए बेवजह के कुछ कानून बना देते हैं | 


8. धर्म अधर्म और धर्माचार्य के विषय में लेखक के विचार प्रस्तुत करिए? 

उत्तर: धर्म का रहस्य जानना सिर्फ धर्माचार्य का ही काम नहीं है बल्कि उसे कोई भी समझ सकता है| असल में धर्म बाहरी रूप से जितना जटिल मालूम होता है ,उतना जटिल है नहीं| धर्म को किसी के द्वारा या किताबों के द्वारा नहीं समझा जाता बल्कि उसे अपने व्यवहार में डालना पड़ता है तभी उसकी समझ आती है| लोग अंधविश्वास में नमाज, रोजे ,व्रत, पूजा, दान-दक्षिणा इत्यादि को धर्म समझते हैं| मगर धर्म की पढ़ाई और चीजें बहुत ही सरल और आसान है जैसे कि गलत ना देखना ,सत्य बोलना ,बड़ों का आदर ,गरीबों की मदद, अन्याय का विरोध ,न्याय करना ही धर्म है| चोरी, धोखा, अन्याय ,अपने स्वार्थ के लिए लोगों पर अत्याचार करने वाला कभी धार्मिक नहीं हो सकता| श्री कृष्ण ने महाभारत में पांडवों का साथ देना धर्म समझा था क्योंकि कौरवों ने पांडवों का अधिकार छीन कर अन्याय किया था| श्री कृष्ण ने कहा है कि यदि धर्म रक्षा में भाई-भाई के विरुद्ध में भी खड़ा हो तो वह अधर्म नहीं कहलाएगा | 


9. धर्म में उत्पन्न आडंबरों की तुलना घड़ी से करते हुए पाठ को आधार मानकर टिप्पणी कीजिए? 

उत्तर: घड़ी एक मूल्यवान वस्तु है क्योंकि वह समय का ज्ञान करवाती है यदि घड़ी अपने मूल्य लक्षण से हटकर समय दिखाना छोड़ दे या खराब हो जाए तो घड़ी का मूल्य ही समाप्त हो जाता है| ठीक इसी प्रकार धर्म अपने विचार और मान्यता का बोध कराता है, यदि नहीं करा पा रहा तो उसका भी अंत होना निश्चित है|प्राचीन काल में इंसान के जीवन में धर्म का अस्तित्व तक नहीं था किंतु मानव विकास और सभ्यताओं के विकास में बहुत सारी मान्यताएं और विचार उत्पन्न की हर धर्म का अपना सबसे अलग रूप और मान्यता एवं अर्थ है|धर्मों का मूल स्वभाव परोपकार तथा मानवता पर आधारित था|लेकिन उन्होंने इस में स्थान बनाना शुरू कर दिया| विश्व में विभिन्न धर्मों के लोग और अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं| देखा जाए तो भारत में ही हिंदू, ईसाई ,बौद्ध, जैन ,मुस्लिम ना जाने कितनी ही धर्म है| समय-समय पर अलग-अलग धर्माचार्य हुए सब ने अपनी अपनी व्याख्या दी और इसलिए धर्म के बहुत से रूप बट गए | 


10. धर्म पर एकाधिकार से क्या फर्क पड़ा विस्तृत रूप से लिखिए? 

उत्तर: धर्म पर कुछ मुट्ठी भर लोग जिन्हें हम धर्माचार्य या वेदाचार्य कहते हैं उनका एकाधिकार हो गया है यह धर्म के लिए एक दयनीय स्थिति है| यह धर्म को संकुचित अर्थ प्रदान करती है| यह लोग धर्म को अपने हिसाब से तोड़ मरोड़ कर जटिल बना देते हैं और लोगों को बहुत से  आबरू में बांध लेते हैं आजादी से कुछ साल पहले के भारत में इसी तरह की जटिलता खूब देखने को मिलती है इसका परिणाम यह हुआ कि भारत लंबे समय तक गुलाम रहा | इस तरह के कुंठित सोच के परिणाम से ऊंच-नीच, छुआछूत जैसी भारतीय समाज के लोगों ने मानवता लगभग खत्म कर दी है| समाज में अवधि ऐसी कुरीतियाँ मौजूद है| किंतु इस स्थिति में पहले की अपेक्षा बहुत सुधार हुआ है और यह सुधार शिक्षा के द्वारा ही हुआ है| आजकल धर्म का अर्थ लोगों ने बहुत हद तक समझ लिया है, हर आदमी दूसरे आदमी से जुड़ गया है वह अपने आप को इन आडम्बरो से मुक्त कर रहा है | 


Key Points From Class 12 Hindi Antra Chapter 11 - Sumirini Ke Man Ke

  • It explores the inner emotional world of the character "सुमिरिनी", reflecting her feelings of love, sacrifice, and emotional conflict.

  • The poem highlights the mental struggles and complex emotions of सुमिरिनी, who experiences both longing and self-sacrifice.

  • The poet uses metaphors and symbols, such as nature, to express the emotional state of सुमिरिनी.

  • The tone is introspective and contemplative, focusing on inner emotional turmoil and reflection.

  • The poem reflects the traditional roles and expectations placed on women and their emotional resilience in fulfilling those roles.


Benefits of Important Questions for Class 12 Hindi Antra Chapter 11

  • Important questions help students focus on key themes, characters, and concepts in the chapter, leading to a deeper understanding of the text.

  • These questions cover all critical aspects of the chapter, making them ideal for focused exam revision and ensuring students are well-prepared for assessments.

  • By practising important questions, students can identify and clarify the most significant parts of the chapter, such as the emotional depth of the character सुमिरिनी and the use of symbolism.

  • Answering important questions helps students improve their writing by organising thoughts clearly and presenting a structured response, which is valuable for both written exams and assignments.

  • Regular practice with important questions improves time management skills, helping students efficiently allocate time during exams.


Conclusion

Vedantu provides a comprehensive collection of Important Questions for Class 12 Hindi (Antra) Chapter 11 - पंडित चंद्रधर शर्मा गुलेरी, helping students gain a deeper understanding of this significant chapter. By focusing on the key themes, characters, and literary techniques in गुलेरी जी’s writings, our expertly curated resources ensure thorough exam preparation. With the FREE PDF download, you can access all the necessary material to perform well in your exams. Trust Vedantu to guide you through every step of your learning journey with clear, concise, and effective study materials.


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FAQs on Sumirini Ke Man ke (सुमिरिनी के मनके) Class 12 Important Questions: CBSE Hindi (Antra) Chapter 11

1. What is the theme of "सुमिरिनी के मन के"?

"सुमिरिनी के मन के" का मुख्य विषय सुमिरिनी के आंतरिक भावों, मानसिक संघर्षों और त्याग को दर्शाना है। यह कविता एक महिला के मन की गहराई, उसके प्रेम, कर्तव्य और सामाजिक अपेक्षाओं के बीच के संतुलन को उजागर करती है। इसमें मानवीय भावनाओं की जटिलता और उसके मनोवैज्ञानिक पहलुओं को सरल और मार्मिक रूप में प्रस्तुत किया गया है।

2. Who is the author of "सुमिरिनी के मन के"?

The poem is written by Pandit Chandradhar Sharma Guleri, a renowned Hindi poet known for his focus on human emotions and societal values.

3. Why is "सुमिरिनी के मन के" included in the CBSE syllabus?

The poem offers students insights into emotional depth, societal roles, and literary techniques, making it an important piece for understanding Hindi literature.

4. What are the key literary devices used in the poem?

The poem employs metaphors, imagery, and personification to express the mental state and emotional struggles of सुमिरिनी.

5. How can Vedantu’s important questions help with this chapter?

Vedantu’s important questions provide a comprehensive guide to the poem’s themes, characters, and literary devices, ensuring thorough exam preparation.

6. What is the significance of the title "सुमिरिनी के मन के"?

"सुमिरिनी के मन के" शीर्षक का महत्व कविता के मुख्य भावों और विषयवस्तु को दर्शाने में है। यह शीर्षक सुमिरिनी के आंतरिक विचारों, भावनाओं और मानसिक संघर्षों पर केंद्रित है। यह न केवल उसके प्रेम और त्याग को उजागर करता है, बल्कि एक महिला के मनोभावों और उसकी मन:स्थिति की गहराई को भी व्यक्त करता है। शीर्षक से यह स्पष्ट होता है कि कविता में सुमिरिनी के मन की स्थिति और उसके जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने का प्रयास किया गया है।

7. What societal themes are highlighted in the poem?

The poem sheds light on traditional expectations from women, their emotional resilience, and the balance between their desires and duties.

8. Are Vedantu’s resources for Class 12 Hindi available for FREE?

Yes, Vedantu provides a FREE PDF download of important questions, making it easy for students to access high-quality study material.

9. How should students approach answering questions about this poem?

Students should focus on understanding the poem’s themes, analysing the character of सुमिरिनी, and discussing the societal context with examples.

10. Can the important questions help with board exam preparation?

Absolutely! Vedantu’s questions are carefully curated to align with CBSE exam patterns, ensuring students cover all critical aspects of the poem.