Courses
Courses for Kids
Free study material
Offline Centres
More
Store Icon
Store

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 3: (आत्मकथ्य) Aatmkathya (Kshitij)

ffImage
widget title icon
Latest Updates

NCERT Solutions for Class 10 Chapter 3 Hindi - FREE PDF Download

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 3 Aatmkathya from the Kshitij textbook, provides students with a deeper understanding of poet Jaishankar Prasad's life and the reflections he shares through his poetry. In this chapter, the poet explores his reluctance to share his life’s story, emphasising how personal pain and memories shape one's experiences. Prasad reflects on the lack of joyful moments in his life and how memories of past sorrows linger, leaving him hesitant to narrate his own story.

toc-symbol
Table of Content
1. NCERT Solutions for Class 10 Chapter 3 Hindi - FREE PDF Download
2. Glance on Class 10 Hindi Chapter 3 Aatmkathya (Kshitij)
3. Access NCERT Solutions for Class 10 Chapter 3 Aatmkathya
    3.1रचना और अभिव्यक्ति
4. Learnings of NCERT Solutions for Chapter 3 Aatmkathya
5. Important Study Material Links for Hindi Class 10 Chapter 3 Aatmkathya
6. Conclusion
7. Chapter-wise NCERT Solutions Class 10 Hindi - (Kshitij)
8. NCERT Class 10 Hindi Other Books Solutions
9. Related Important Study Material Links for Class 10 Hindi 
FAQs


Our solutions for Class 10 Hindi Kshitij NCERT Solutions break the lesson into easy-to-understand explanations, making learning fun and interactive. Students will develop essential language skills with engaging activities and exercises. Check out the revised CBSE Class 10 Hindi Syllabus and start practising Hindi Class 10 Chapter 3.


Glance on Class 10 Hindi Chapter 3 Aatmkathya (Kshitij)

  • The poet is hesitant to share his life's story, believing it holds no joyful memories worth telling.

  • Prasad finds solace in memories, treating them as a companion on his life journey.

  • The poet reflects on life as filled with struggles and unfulfilled dreams, avoiding sharing his pain with others.

  • The poem uses vivid imagery to depict the poet's lost dreams and his longing for happiness that never arrived.

  • Prasad portrays a deep sense of isolation, choosing to keep his sorrows to himself.

Access NCERT Solutions for Class 10 Chapter 3 Aatmkathya

1. कवि आत्मकथा लिखने से क्यों बचना चाहता है?

उत्तर: कवि आत्मकथ्य लिखने से इसलिए बचना चाहते है क्योंकि उन्हें ऐसा नहीं लगता कि उनके जीवन में कोई आंनदित घटना हुई है जिसे वे लोगों को बता सकें। उन्हें लगता है कि उनका जीवन केवल कष्टों से भरा हुआ है अतः वे अपने कष्टों को लोगों में बाटना नहीं चाहते तथा उन्हें अपने तक ही सीमित रखना चाहते हैं।


2. आत्मकथा सुनाने के संदर्भ में "अभी समय भी नहीं" कवि ऐसा क्यों कहता है?

उत्तर: 'अभी समय भी नहीं' कवि ने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि कवि को लगता है कि उसने जीवन में अब तक कोई भी ऐसी उपलब्धि हासिल नहीं की है जो दूसरों को बताने योग्य हो तथा उसके जीवन में उसे सुख की प्राप्ति नहीं हुई है। कवि इस समय अपने दुख और पीड़ा को कुछ सीमा तक भूल गया है और उसे याद करके वह दुखी नहीं होना चाहता है।


3. स्मृति को ‘पाथेय’ बनाने से कवि का क्या आशय है?

उत्तर: ‘पाथेय’ अर्थात् रास्ते का भोजन या सहारा। स्मृति को पाथेय बनाने से कवि का आशय अपनी प्रिय की स्मृति के सहारे जीवन जीने से है। कवि की प्रेमिका उससे दूर चली गई है। कवि के पास केवल उसकी ही यादें है। इन्हीं यादों को कवि अपने जीवन का एकमात्र सहारा बनाना चाहता है।


4. भाव स्पष्ट कीजिए

(क) मिला कहाँ वह सुख जिसका मैं स्वप्न देखकर जाग गया।

आलिंगन में आते-आते मुसक्या कर जो भाग गया।

(ख) जिसके अरुण कपोलों की मतवाली सुंदर छाया में।

अनुरागिनी उषा लेती थी निज सुहाग मधुमाया में। 

उत्तर:  (क) उक्त पंक्तियों का भाव यह है कि कवि भी दूसरे लोगों के जैसा सुखमय तथा आनंदरूपी जीवन व्यतीत करना चाहता था पर उसकी सुखमय जीवन की यह अभिलाषा उसकी मात्र एक अपूर्ण इच्छा बनकर ही गई। उसे सुख पाने का अवसर भी मिला पर वह हाथ आते-आते चला गया अर्थात् उसकी पत्नी की मृत्यु हो जाने से वह सुखद जिंदगी अधिक समय तक व्यतीत न कर सका।

(ख) कवि की प्रिय अत्यंत सुंदर थी। उसके कपोल अर्थात गाल इतने लाल, सुंदर और मनोहर थे कि प्रात:कालीन उषा भी अपना सौंदर्य बढ़ाने के लिए लालिमा इन्हीं कपोलों से लिया करती थी। अर्थात् उसकी पत्नी के लाल-लाल गाल सूर्य की लालिमा से भी बढ़कर सुंदर थे।


5. ‘उज्ज्वल गाथा कैसे गाऊँ, मधुर चाँदनी रातों की’ – कथन के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है?

उत्तर: कवि यह कहना चाहता है कि उसने जो अपनी प्रेमिका के साथ चाँदनी रातों में बिताए सुख के क्षण वह उज्ज्वल गाथा की तरह ही पवित्र है जो उसके लिए अब अपने अकेलेपन के जीवन को व्यतीत करने का एकमात्र सहारा बनकर रह गया है। ऐसी स्मृतियों को वह सबके सामने प्रस्तुत कर अपने आप को शर्मिंदा नहीं करना चाहता है। इसलिए कवि स्वयं के जीवन की मधुर स्मृतियों को किसी से बाँटना नहीं चाहता बल्कि अपने तक ही सीमित रखना चाहता है।


6. ‘आत्मकथ्य’ कविता की काव्यभाषा की विशेषताएँ उदाहरण सहित लिखिए।

उत्तर: ‘जयशंकर प्रसाद’ द्वारा रचित कविता ‘आत्मकथ्य’ की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –

1) कविता में खड़ी बोली हिंदी भाषा का उपयोग किया है।

2) अपने मनोभावों को व्यक्त कर उसमें सजीवता लाने के लिए कवि ने ललित, सुंदर एवं नवीन बिंबों का प्रयोग किया है; जैसे -“जिसके अरुण-कपोलों की मतवाली सुंदर छाया में। अनुरागिनी उषा लेती थी निज सुहाग मधुमाया में।” 

3) प्रस्तुत कविता में कवि ने नवीन शब्दों का प्रयोग किया है।

4) मानवीकरण शैली का प्रयोग किया है।

5) अलंकारों के प्रयोग से काव्य सौंदर्य बढ़ गया है। जैसे -: 

खिल-खिलाकर, आते-आते - पुनरुक्ति अलंकार

अरुण – कपोलों - रुपक अलंकार

मेरी मौन, अनुरागी उषा - अनुप्रास अलंकार


7. कवि ने जो सुख का स्वप्न देखा था उसे कविता में किस रूप में अभिव्यक्त किया है ?

उत्तर: कवि ने जो सुख का स्वप्न देखा था उसे वह अपनी प्रेयसी नायिका के माध्यम से व्यक्त किया है। कवि कहता है कि नायिका स्वप्न में उसके पास आते-जाते मुस्कुरा कर चली गई। कवि कहना चाहता है कि जो सपने उसने और उसकी प्रेमिका ने मिलकर देखे थे वो तो उसे कभी प्राप्त नहीं हुआ। उसने जिस सुख की कल्पना की थी वह उसे कभी प्राप्त न हुआ और उसका जीवन हमेशा उस सुख से वंचित ही रहा। इस दुनिया में सुख छलावा मात्र है। हम जिसे सुख समझते हैं वह अधिक समय नहीं रहता है, किसी स्वप्न की भांति जल्दी ही गायब हो जाता है।


रचना और अभिव्यक्ति

8. इस कविता के माध्यम से प्रसाद जी के व्यक्त्तित्व की जो झलक मिलती है, उसे अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर: इस कविता को पढ़कर प्रसाद जी के व्यक्तित्व की ये विशेषताएँ हमारे सामने आती हैं –

1) प्रसाद जी एक सीधे-सादे व्यक्तित्व वाले मनुष्य थे। वे दिखावा नहीं करते थे। उनके मित्रों ने उनके साथ धोखा किया था परन्तु फिर भी वे भोलेपन में जीते रहें।

2) वे अपने जीवन के सुख-दुख को लोगों में बाटना नहीं चाहते थे, अपनी समस्याओं को अपने तक ही सीमित रखना चाहते थे। अपनी दुर्बलताओं को समाज में प्रस्तुत कर वे स्वयं को शर्मिंदा नहीं करना चाहते थे।

3) प्रसाद जी का स्वयं को दुर्बलताओं से भरा सरल दुर्बल व्यक्ति कहना उनकी विनम्रता को प्रकट करता हैं।


प्रश्न 9. आप किन व्यक्तियों की आत्मकथा पढ़ना चाहेंगे और क्यों?
उत्तर- मैं उन व्यक्तियों की आत्मकथा पढ़ना चाहूँगा, जिन्होंने अपनी मातृ भूमि और देश के लिए सुखों को ठोकर मार दिया और अपने देश के आन-बान और शान के लिए ठोकरें खाईं, संघर्ष किया और आवश्यकता पड़ने पर मौत को भी गले लगा लिया। मैं राणा प्रताप, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस जैसों की आत्मकथा पढ़ना चाहूँगा।


प्रश्न 10. कोई भी अपनी आत्मकथा लिख सकता है। उसके लिए विशिष्ट या बड़ा होना जरूरी नहीं। हरियाणा राज्य के गुड़गाँव में घरेलू सहायिका के रूप में काम करने वाली बेबी हालदार की आत्मकथा “आलो आंधारि” बहुतों के द्वारा सराही गई। आत्मकथात्मक शैली में अपने बारे में कुछ लिखिए।
उत्तर- छात्र अपने बारे में आत्मकथात्मक शैली में स्वयं लिखें।


Learnings of NCERT Solutions for Chapter 3 Aatmkathya

  1. Value of Memories: Students learn how memories, though filled with pain, can provide solace and become a source of strength.

  2. Philosophy of Life: The chapter teaches students to reflect on life’s struggles and the importance of self-awareness.

  3. Imagery in Poetry: The solutions help students understand how poets like Prasad use imagery to convey deep emotions and personal experiences.

  4. Courage to Face Reality: The poem highlights the courage it takes to face life’s realities and yet keep going without sharing one's burdens.

  5. Personal Reflection: Students gain insight into the importance of self-reflection and how it shapes one's worldview.

 

Important Study Material Links for Hindi Class 10 Chapter 3 Aatmkathya


S.No

Important Study Material Links for Chapter 3

1.

Class 10 Aatmkathya Questions

2.

Class 10 Aatmkathya Notes



Conclusion

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 3 Aatmkathya (Kshitij), provide students with a detailed understanding of Jaishankar Prasad's philosophical thoughts on life and memories. Through these solutions, students can reflect on the poet’s reluctance to share his personal experiences and the emotional depth hidden in the poem. The solutions help break down the poem’s imagery and themes, making it easier for students to grasp the core message and prepare effectively for their exams.


Chapter-wise NCERT Solutions Class 10 Hindi - (Kshitij)

After familiarising yourself with the Class 10 Hindi Chapter Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions from all Hindi Class 10 Kshitij textbook chapters.




NCERT Class 10 Hindi Other Books Solutions



Related Important Study Material Links for Class 10 Hindi 

You can also download additional study materials provided by Vedantu for Class 10  Hindi.


S.No

Important Links for Class 10  Hindi

1.

Class 10 Hindi NCERT Book

2.

Class 10 Hindi Revision Notes

3.

Class 10 Hindi Important Questions

4.

Class 10 Hindi Sample Papers

5.

Class 10 Hindi PYQPs

6.

Class 10 Hindi NCERT Solutions

FAQs on NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 3: (आत्मकथ्य) Aatmkathya (Kshitij)

1. What is the main theme of NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 3 Aatmkathya?

The main theme is the poet's reluctance to share his life story, reflecting on personal sorrow and unfulfilled dreams.

2. Why does the poet hesitate to share his life’s experiences in Chapter 3 Aatmkathya?

The poet hesitates because he feels his life is filled with sorrow and pain, with no joyful moments to narrate.

3. What role do memories play in Class 10 Hindi Chapter 3?

Memories act as a source of comfort for the poet, helping him cope with his past sorrows and struggles.

4. How does the poet express his sense of loss in Aatmkathya?

The poet uses vivid imagery and metaphors to express his sense of loss and unfulfilled dreams.

5. What philosophical reflections are explored in Hindi Chapter 3 Aatmkathya?

The chapter reflects on life’s struggles, the fleeting nature of happiness, and the importance of keeping personal pain private.

6. How does Class 10 Hindi Chapter 3 help students understand the poem's imagery?

The solutions provide detailed explanations of the imagery used by Prasad, helping students interpret the emotional depth of the poem.

7. What message does the poet convey about life’s difficulties in Chapter 3 Aatmkathya?

The poet conveys that life is filled with struggles, and sometimes it’s best to face them quietly without sharing one’s pain with others.

8. Why is the poet reluctant to share his sorrows in NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 3?

The poet feels that sharing his sorrows would only burden others, and prefers to keep his pain private.

9. How does Chapter 3 Aatmkathya assist in exam preparation?

The solutions provide clear explanations of the poem’s key themes and messages, helping students prepare effectively for exams.

10. What insights into Jaishankar Prasad's personality are offered by NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 3?

The solutions offer insights into Prasad’s introspective nature, his philosophical outlook on life, and his desire to keep his sorrows private.