Hindi (Sparsh) Important Questions For Chapter 6 पद (रैदास) Class 9 - FREE PDF Download
FAQs on Pad (पद) Class 9 Important Questions: CBSE Hindi (Sparsh) Chapter 6
1. Does Vedantu provide a free PDF for Pad Important Questions for Class 9 CBSE?
Yes, Vedantu provides the free PDF for Pad important questions.
2. What are the important questions in Pad from Sparsh Class 9 CBSE Hindi?
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3. What is the main theme of the poem Pad by Raidas?
कविता का मुख्य विषय भगवान राम के प्रति भक्ति और उनके नाम के स्मरण में पूर्ण तल्लीनता है, जिससे संसारिक चिंताओं से मुक्ति मिलती है।
4. What does the poet mean by "Ram Naam Rat Lagi" in Class 9 Hindi Pad by Raidas?
"राम नाम रट लागी" का अर्थ है, भगवान राम के नाम का निरंतर जप या स्मरण करने में आत्मा का गहरा लीन होना।
5. What does Sant Ravidas compare the devotion to in the poem?
वे भक्ति की तुलना विभिन्न प्राकृतिक तत्वों से करते हैं, जैसे पानी और चंदन का आपस में मिल जाना, यह दिखाता है कि वे भगवान के नाम के साथ पूरी तरह से एक हो गए हैं।
6. How does Sant Ravidas describe his devotion to Ram in the Chapter 6 poem CBSE Class 9?
संत रविदास अपनी भक्ति को सम्पूर्ण रूप से भगवान के प्रति समर्पित बताते हैं, जहां वे खुद को भगवान के नाम के जप में पूर्ण रूप से तल्लीन मानते हैं।
7. What message does the Class 9 CBSE Chapter 6 poem by Raidas convey to the readers?
यह कविता यह संदेश देती है कि भगवान के नाम का स्मरण करने से संसारिक दुखों से मुक्ति मिलती है और आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है।
8. How does Ravidas express his unity with God in the poem?
संत रविदास अपने जीवन और भक्ति में भगवान के साथ एकता का अनुभव करते हैं, जैसे सभी प्रकृतिक तत्व एक दूसरे से जुड़े होते हैं, वैसे ही वे भगवान के साथ जुड़े हुए हैं।
9. What is the significance of the line "Prabhu Ji, Tum Chandan Hum Pani"?
इस पंक्ति में संत रविदास भगवान के प्रति अपनी भक्ति को इस तरह व्यक्त करते हैं कि जैसे चंदन और पानी एक-दूसरे से अलग नहीं हो सकते, वैसे ही वे भगवान के नाम में समाहित हो गए हैं।
10. What does Sant Ravidas mean by "Prabhu Ji, Tum Deepak Hum Bati"?
इस पंक्ति में संत रविदास भगवान के प्रति अपनी सेवा और समर्पण को इस प्रकार व्यक्त करते हैं कि जैसे दीपक और बाती एक-दूसरे के बिना अस्तित्व नहीं रखते, वैसे ही वे भगवान के बिना कुछ नहीं हैं।