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NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Sparsh) Chapter 3: Tum Kab Jaoge, Atithi (तुम कब जाओगे, अतिथि)

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NCERT Solutions for Hindi Class 9 Chapter 3 Tum Kab Jaoge, Atithi - FREE PDF Download

Explore the NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Sparsh) Chapter 3 Tum Kab Jaoge, Atithi. This resource helps students understand the chapter better. It includes clear explanations, summaries, and answers to NCERT questions according to the Latest CBSE Class 9 Hindi Syllabus. The chapter tells the story of a bus journey, making it relatable and enjoyable for students. By downloading this FREE PDF, students can get the help they need to study and prepare for their exams effectively.

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Table of Content
1. NCERT Solutions for Hindi Class 9 Chapter 3 Tum Kab Jaoge, Atithi - FREE PDF Download
2. Glance on Class 9 Hindi (Sparsh) Chapter 3 - Tum Kab Jaoge, Atithi (तुम कब जाओगे, अतिथि)
3. Access NCERT Solutions For Hindi Class 9 Chapter 3 – तुम कब जाओगे, अतिथि
4. NCERT Class 9 Hindi Sparsh Chapter 3 Tum Kab Jaoge Atithi Short Summary
5. Benefits of NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Sparsh) Chapter 3 Tum Kab Jaoge, Atithi
6. Important Study Material Links for Class 9 Hindi - Sparsh Chapter 3
7. Chapter-wise NCERT Solutions Class 9 Hindi (Sparsh)
8. NCERT Class 9 Hindi Other Books Solutions
9. Study Material for Class 9 Hindi:
FAQs


This guide provides easy-to-understand answers and key points that simplify learning. It is designed for students to grasp the main ideas of the chapter without difficulty. With these NCERT Solutions Class 9 Hindi Sparsh, students can practise and improve their skills in Hindi. Don't miss the chance to download this valuable resource for FREE and enhance your learning experience.


Glance on Class 9 Hindi (Sparsh) Chapter 3 - Tum Kab Jaoge, Atithi (तुम कब जाओगे, अतिथि)

Chapter 3, "Tum Kab Jaoge, Atithi," presents a poignant narrative that explores themes of hospitality, longing, and the emotional connections between hosts and guests. Here’s a brief overview of the chapter:


  • The theme of Hospitality: The chapter highlights the cultural significance of hospitality in Indian society, portraying it as a deeply ingrained value that emphasises respect and warmth towards guests.

  • Emotional Bond: The story revolves around the emotional bond between the host and the guest, reflecting the longing and affection felt by the host for the guest's presence.

  • The symbolism of Waiting: The act of waiting for the guest symbolises hope and anticipation, showcasing how the arrival of a guest can bring joy and fulfilment to a household.

  • Narrative Style: The chapter employs a simple yet impactful narrative style, making it relatable for students and encouraging them to reflect on their own experiences with hospitality.

  • Life Lessons: Through the interactions and emotions depicted, the chapter imparts valuable life lessons about the importance of relationships, the joy of togetherness, and the impact of kindness.

  • Encouragement of Values: It encourages students to embrace the values of empathy and generosity, reinforcing the idea that true hospitality enriches both the host and the guest.

Access NCERT Solutions For Hindi Class 9 Chapter 3 – तुम कब जाओगे, अतिथि

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक दो पंक्तियों में दीजिए -

1. अतिथि कितने दिनों से लेखक के घर पर रह रहा है?

उत्तर:अतिथि लेखक के घर चार दिनों से अधिक समय से रह रहा है।

2. कैलेंडर की तारीख है किस तरह फड़फड़ा रही है?

उत्तर: कैलेंडर की तारीखें अपनी सीमा में नम्रता से फड़फड़ा रही हैंI

3. पति पत्नी ने मेहमान का स्वागत कैसे किया?

उत्तर: पति ने स्नेह से हल्की मुस्कान के साथ गले लगा कर और पत्नी ने आदर से नमस्ते करके उनका स्वागत किया।

4. दोपहर के भोजन को कौन सी गरिमा प्रदान की गई?

उत्तर: दोपहर के भोजन को शानदार तरीके से लंच बनाकर लंच की गरिमा प्रदान की गई।

5. तीसरे दिन सुबह अतिथि ने क्या कहा?

उत्तर: तीसरे दिन अतिथि ने कपड़े दिलवाने हेतु धोबी के विषय में पूछा।

6. सत्कार की उष्मा समाप्त होने पर क्या हुआ?

उत्तर: सत्कार की उष्मा समाप्त होने पर लंच डिनर की जगह खिचड़ी बनने लगी थी। खाने में सादगी आ गई और अब भी अतिथि नहीं जाता तो उपवास तक रखना पड़ सकता था। हंसी के गुब्बारों की जगह एक चुप्पी साध गई। सौहार्द अब धीरे-धीरे बोरियत और बोझिलता में बदलने लगा था।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 25 -30 शब्दों में लिखिए :

7. लेखक अतिथि को कैसे विदाई देना चाहता था?

उत्तर: लेखक अतिथि को एक भावभीनी विदाई देना चाहता था। वह चाहता था कि जब अतिथि जाए तो दंपत्ति उससे स्टेशन तक छोड़ने जाएं। उन्हें सम्मानजनक विदाई देना चाहते थे परंतु उनकी यह मनोकामना पूरी नहीं हो पाई ।

पाठ में आए निम्नलिखित कथनो की व्याख्या कीजिए:

8. अंदर ही अंदर कहीं मेरा बटुआ काँप गया।

उत्तर: जब लेखक ने  देखा कि अनचाहे अतिथि भी आ रहे है तो उसे महसूस हुआ कि अब खर्चा बढ़ जाएगा । इसे ही बटुआ काँपना कहते हैं।

9. अतिथि सदैव देवता नहीं होता, वह मानव और थोड़े अंश में राक्षस भी हो सकता है।

उत्तर: अतिथि जब आता है तो देवता जैसा प्रतीत होता है। अतिथि जब बहुत दिनों तक किसी के घर ठहर जाता है तो "अतिथि देवो भाव :" का मूल्य शून्य हो जाता है। आने के बाद वह सामान्य हो जाता है अर्थात इतना बुरा भी नहीं लगता इसलिए इसे मानव रूप में कहा है और ज्यादा दिन रह जाए तो राक्षस जैसा प्रतीत होने लगता है अर्थात बुरा लगने लगता है।

10. लोग दूसरे के होम की स्वीटनेस को काटने ना दौडैं।

उत्तर: हर व्यक्ति अपने घर में सुख शांति चाहता है। अपने घर को स्वीट होम बनाए रखना चाहता है परंतु अनचाहा अतिथि आकर उसकी इस मिठास को खत्म कर देता है। और असुविधाएं उत्पन्न होने लगती हैं। उनका आचरण दूसरों के जीवन को उथल-पुथल कर देता है।यह दूसरों के घर की सरसता कम करने का कारण बन जाते हैं ।

11. मेरे सहनशीलता की वह अंतिम सुबह होगी ।

उत्तर: अतिथि यदि एक-दो दिन ठहरे तो उसका आदर सत्कार होता है परंतु अधिक दिन ठहरे तो वह देवत्व खोकर राक्षसत्व का बोध कराने लगता है ।अतिथि 4 दिनों से लेखक के घर पर रह रहा था यदि कल पांचवें दिन भी अतिथि नहीं गया तो लेखक अपनी सहर्षता यदि कल पांचवें दिन भी अतिथि नहीं गया तो लेखक अपनी सहनशीलता खो बैठेगा और अतिथि सत्कार भूलकर कुछ गलत बोल देगा ।

12. एक देवता और एक मनुष्य अधिक देर साथ नहीं रहते।

उत्तर: यदि अतिथि को देवता माना जाए तो वह मनुष्य के साथ ज्यादा दिन नहीं रह सकता ।दोनों को सामान्य मनुष्य बनना पड़ेगा ।देवता की पूजा की जाती है ।देवता तो थोड़ी देर के लिए दर्शन देकर चले जाते हैं क्योंकि देता है यदि अधिक समय तक ठहरे तो उनका देवत्व समाप्त हो जाएगा ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 50 - 60 शब्दों में लिखिए:

13. कौन सा आघात अप्रत्याशित था और उसका लेखक पर क्या प्रभाव पड़ा?

उत्तर: जब अतिथि 4 दिन तक नहीं गया तो स्थिति में बदलाव आने लगा और संबंध बदलने लगे ।लेखक ने उसके साथ मुस्कुराकर बात करना छोड़ दिया, बातचीत के विषय समाप्त हो गए ।सौहार्द व्यवहार अब बोरियत में बदल गया ।मीठे संबंध अब कड़वाहट में परिवर्तित हो गए ।सत्कार की उष्मा समाप्त हो गई ।डिनर से खिचड़ी तक पहुंचकर अतिथि के जाने का क्षण समीप आ गया ।इसके बाद लेखक उपवास तक जाने की तैयारी करने लगा |लेखक अतिथि को "गेट आउट " तक कहने के लिए तैयार हो गया।

14. "संबंधों का संक्रमण के दौर से गुजरना"-इस पंक्ति से आप क्या समझते हैं? विस्तार से लिखिए।

उत्तर: संबंधों का संक्रमण के दौर से गुजरना -इस पंक्ति का आशय है संबंधों में परिवर्तन आना । जो संबंध सौहार्दपूर्ण थे आप घृणा और तिरस्कार में बदलने लगे । जब लेखक के घर अतिथि आया था तो उसके संबंध सौहार्दपूर्ण थे। उसने उसका स्वागत प्रसन्नता पूर्वक किया था । लेखक ने अपने ढीले ढाले आर्थिक स्थिति के बावजूद उसे शानदार डिनर खिलाया और सिनेमा दिखाया । परंतु अतिथि चार-पांच दिन रुक गया तो स्थिति में बदलाव आने लगा और संबंध बदलने लगे ।मधुर संबंध कटुता में परिवर्तित हो गए । सत्कार की उष्मा समाप्त हो गई । डिनर से खिचड़ी तक पहुंचकर अतिथि के जाने का चरण क्षण समीप आ गया था ।

15. जब अतिथि 4 दिन तक नहीं गया तो लेखक के व्यवहार में क्या-क्या परिवर्तन आए?

उत्तर: जब अतिथि 4 दिन तक नहीं गया तो स्थिति में बदलाव आने लगा और संबंध बदलने लगे ।लेखक ने उसके साथ मुस्कुरा कर बात करना छोड़ दिया,बातचीत के विशेष समाप्त हो गए। सौहार्द व्यवहार अब बोरियत में बदल गया ।मीठे संबंध अब कड़वाहट में परिवर्तित हो गए ।सत्कार की उष्मा समाप्त हो गई ।डिनर से खिचड़ी तक पहुंचकर अतिथि के जाने का क्षण समीप आ गया ।इसके बाद लेखक उपवास तक जाने की तैयारी करने लगा |लेखक अतिथि को "गेट आउट " तक कहने के लिए तैयार हो गया ।

भाषा अध्ययन

16. निम्नलिखित शब्दों के दो दो पर्यायवाची लिखिए-

चांद,जिक्र, आघात, ऊष्मा, अंतरंग

उत्तर :  चांद - राकेश - शशि

         जिक्र- उल्लेख -वर्णन

         आघात- हमला -चोट

          ऊष्मा- गर्मी -घनिष्ठता

          अंतरंग- घनिष्ठ -आंतरिक

17. निम्नलिखित वाक्यों को निर्देश अनुसार परिवर्तित कीजिए :

क) हम तुम्हें स्टेशन तक छोड़ने जाएँगेI (नकारात्मक वाक्य)

उत्तर: हम तुम्हें स्टेशन तक छोड़ने नहीं जाएँगे ।

ख) किसी लॉन्ड्री पर दे देते हैं, जल्दी धुल जाएँगे। (प्रश्नवाचक वाक्य)

उत्तर: किसी लॉन्ड्री पर दे देने से क्या जल्दी धूल जाएँगे?

ग) सत्कार की उष्मा समाप्त हो रही थी।(भविष्य काल)

उत्तर: सत्कार की उष्मा समाप्त हो जाएगी।

घ) इनके कपड़े देने हैं। (स्थान सूचक प्रश्नवाची)

उत्तर: इनके कपड़े यहाँ देने हैं।

ङ) कब तक टिकेंगे ये? (नकारात्मक)

उत्तर: यह अब नहीं टिकेंगे।

18. पाठ में आए इन वाक्यों में "चुकना" क्रिया के विभिन्न प्रयोगों को ध्यान से देखिए और वाक्य संरचना को समझाइए:

क) तुम अपने भारी चरण कमलों की छाप मेरी जमीन पर अंकित कर चुके ।

उत्तर: तुम अपने भारी चरण कमलों की छाप मेरी जमीन पर अंकित कर चुके।

ख) तुम मेरी काफी मिट्टी खोद चुके।

उत्तर: तुम मेरी काफी मिट्टी खोद चुके।

ग) आदर स सत्कार के उच्च बिंदु पर हम तुम्हें ले जा चुके थे।

उत्तर: आदर स सत्कार के उच्च बिंदु पर हम तुम्हें ले जा चुके थे।

घ) शब्दों का लेनदेन मिट गया और चर्चा के विषय चुक गए।

उत्तर: शब्दों का लेनदेन मिट गया और चर्चा के विषय चुक गए।

ङ) तुम्हारे भारी-भरकम शरीर से  सरवटे पड़ी चादर बदली जा चुकी और तुम यहीं हो

उत्तर:  तुम्हारे भारी-भरकम शरीर से  सरवटे पड़ी चादर बदली जा चुकी और तुम यहीं हो।

19. निम्नलिखित वाक्य संरचनाओं में "तुम" के प्रयोग पर ध्यान दीजिए:

क) लॉन्ड्री पर दिए कपड़े धुल कर आ गए और तुम यही हो ।

उत्तर: लॉन्ड्री पर दिए कपड़े धुल कर आ गए और तुम यही हो ।

ख) तुम्हें देखकर फूट पड़ने वाली मुस्कुराहट धीरे-धीरे फीकी पड़कर अब लुप्त हो गई है ।

उत्तर: तुम्हें देखकर फूट पड़ने वाली मुस्कुराहट धीरे-धीरे फीकी पड़कर अब लुप्त हो गई है ।

ग) तुम्हारे भारी-भरकम शरीर से सिलवटें परी चादर बदली जा चुकी है ।

उत्तर: तुम्हारे भारी-भरकम शरीर से सिलवटें परी चादर बदली जा चुकी है ।

घ) कल से मैं उपन्यास पढ़ रहा हूं और तुम फिल्मी पत्रिका के पन्ने पलट रहे हो ।

उत्तर: कल से मैं उपन्यास पढ़ रहा हूं और तुम फिल्मी पत्रिका के पन्ने पलट रहे हो ।

ङ) भावनाएं गालियों का स्वरूप ग्रहण कर रही हैं ,पर तुम जा नहीं रहे । उत्तर: भावनाएं गालियों का स्वरूप ग्रहण कर रही हैं ,पर तुम जा नहीं रहे ।


NCERT Class 9 Hindi Sparsh Chapter 3 Tum Kab Jaoge Atithi Short Summary

A guest had come to the writer's house. The author and his wife welcomed him with open hearts and they provided good hospitality to that guest. They thought that this guest would also leave immediately. But he did not take a step. Two days passed, but there was no signal that he would leave the writer’s house.


One day, the guest said that his clothes were dirty and talked about giving the dirty clothes to the washerman. The writer got very angry with this, but he went out with Atithi. But even now there was no guarantee that the guest would leave. The author and his wife had become very upset with the guest.


Initially, they treated the guest like a deity, but later it became such a situation for that guest that he started appearing as a demon. Through this satire, the author has clarified the condition of shamelessness of today's guests.


The author told one more thing everyone likes to get respect while staying in the house of others. This did not mean that everyone should leave their home and start living in another's house. The author also said that getting respect at the guest's house did not mean that where respect is found, there should be more heads. “Respect is never earned by asking for it. If a guest wants respect without asking, then he has to be careful that he leaves the door of someone's house within a short time.”


The author also showed that guests who come for a short period of time receive a splendid welcome, but those who intend to enjoy the hospitality of a guest for a long time will not be respected by the host.


Benefits of NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Sparsh) Chapter 3 Tum Kab Jaoge, Atithi

  • CBSE Class 9 Hindi Sparsh Chapter 3 NCERT Solutions aids the student in mastering the important events that shaped our culture by understanding ancient traditions and customs.

  • The answers in NCERT Solutions in this chapter are prepared by a team of experts who make learning memorable and note-worthy.

  • NCERT Hindi Sparsh Class 9 Chapter 3 comes with the meaning of new terminology, highlights important events and assesses the persona of the storyline. This can be used for quick revision before exams.

  • Our simplified answers provide a solid structure for complicated questions. 

  • For better understanding, the material provides a systematic overview of all the important points in the chapter.


NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Sparsh) Chapter 3: Tum Kab Jaoge, Atithi offer a valuable resource for students to deepen their understanding of the chapter. This narrative beautifully captures the essence of hospitality and the emotional connections that develop between hosts and guests. Through detailed explanations and structured answers, the solutions clarify key themes, allowing students to engage more profoundly with the text. Overall, these resources not only support academic success but also inspire students to foster meaningful connections with others.


Important Study Material Links for Class 9 Hindi - Sparsh Chapter 3

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Study Material Links for Sparsh Chapter 3 Tum Kab Jaoge, Atithi

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Class 9 Tum Kab Jaoge, Atithi Notes

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Class 9 Tum Kab Jaoge, Atithi Questions



Chapter-wise NCERT Solutions Class 9 Hindi (Sparsh)



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FAQs on NCERT Solutions for Class 9 Hindi (Sparsh) Chapter 3: Tum Kab Jaoge, Atithi (तुम कब जाओगे, अतिथि)

1. How did the protagonist want to bid farewell to the guest?

The protagonist was compelled to make his guest leave his home. He kept devising plan after plan on how he would make his guest take leave of his presence. Soon, he came up with the idea of travel. He formulated an excuse to head to the railway station to meet someone. The protagonist was uncomfortable in making conversation with his visitor and did not feel compelled to explain the reasons for his displeasure. The guest is urged continuously to leave by the protagonist.

2. Relationships go through a transition. What does this line mean?

Relationships are trivial and take some time to establish. The protagonist believes that relationships take time to heal from past wounds. In the story, the protagonist happily invites a guest home. On the third day, the protagonist was uncomfortable with the guest’s petition of getting his clothes washed by a washerman. The lack of good conversation on exciting topics dims down as the days progress. This led to a state of silence, boredom, and festering contempt of driving the guest away. This was deeply felt by the protagonist.

3. Who has written Chapter 3 of Class 9 Hindi Textbook Sparsh?

Sharad Joshi is the writer of this story ‘Tum Kab Jaoge Atithi’ which is Chapter 3 of Class 9 Hindi Sparsh. His birthplace was Ujjain, Madhya Pradesh and was born on 21 May 1931. For some time he was doing a government job but after that, he chose writing as his career. He has written many stories and novels. His works include Parikrama, Ek Tha Gadha, Pratidin, Kewal Main, Kissi Mahaane, Till some, etc. He died in the year 1991.

4. Give a brief introduction about Chapter 3 of Class 9 Hindi Textbook Sparsh.

The story “Tum Kab Jaoge Atithi” of Class 9 Hindi Textbook Sparsh revolves around a guest who makes a visit to the author’s house. The writer says that whenever the guest comes, his wallet trembles. Still, he welcomes him with a warm smile. He thinks that the guest will leave the next morning but he was planning to stay in his house for some days. The author makes many indications to him so that he leaves his house but the guest is unable to understand those indications.

5. What was the effect of the shock given by the guest to the author according to Chapter 3 of Class 9 Hindi Textbook Sparsh?

The shock given by the guest to the author was that he demanded a washerman to do the laundry. He was staying in the writer's house for the last three days. He never expected this demand from the guest. Because of this, the guest became a demon in the author's eyes. He said- the demands of the guest were increasing day by day. Instead of respecting him, the emotions of contempt, boredom and cumbersomeness developed in his heart. He wanted the guest to leave his house as soon as possible.

6. What were the changes in the behaviour of the author when the guest did not go for four days according to Chapter 3 of Class 9 Hindi Textbook Sparsh?

In Chapter 3 of Class 9 Hindi Sparsh- ‘Tum Kab Jaoge Atithi’, when the guest arrived at the writer's house, he thought that he would leave the next morning. But he stayed for four days in his home. Due to this, the author’s behaviour  changed. The conversation between him and the guest stopped. He only smiled when he saw him. They started making khichdi for dinner instead of the delicious food. Moreover, the feelings of hatred started taking birth in his heart instead of love.

7. How is Vedantu helpful in studying Chapter 3 of Class 9 Hindi Textbook Sparsh?

The benefits of studying Chapter 3 of Class 9 Hindi Sparsh are listed below:

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  • You will find all the NCERT Solutions of Chapter 3 of Class 9 Hindi Sparsh.

  • The PDF file of these solutions are accessible to the students on Vedantu.

  • These solutions are written in simple language so that students can comprehend them. They are free of cost.

  • Students can clarify their doubts by asking them through the option of online chat.

The solutions are also available on Vedantu Mobile app.