Courses
Courses for Kids
Free study material
Offline Centres
More
Store Icon
Store

Important Questions for CBSE Class 11 Hindi Antra Chapter 10 Poem Surdas

ffImage

CBSE Class 11 Hindi Antra Important Questions Chapter 10 Poem Surdas - Free PDF Download

Free PDF download of Important Questions with solutions for CBSE Class 11 Hindi Antra Chapter 10 Poem Surdas prepared by expert Hindi teachers from latest edition of CBSE(NCERT) books.

Study Important Questions Class 11 Hindi Chapter 10 - सूरदास

लघु उत्तरीय प्रश्न                                                                                     (3 अंक)                                                                                                                                                      

1. श्रीकृष्ण खेल में हार जाने के बाद कैसा व्यवहार करते हैं ? 

उत्तर: श्रीदामा से खेल में हार जाने के बाद श्रीकृष्ण अपनी हार स्वीकार नहीं करते हैं | उसके बाद रूठकर एक ओर बैठ जाते हैं | वे अपने दोस्तों से भी विवाद कर लेते हैं और उनसे ज़बरन अपनी जीत मनवाने की कोशिश करते हैं |


2. ग्वाल बालक झूठे हक़ का जवाब कैसे देते हैं ?

उत्तर: ग्वाल बालक कहते हैं कि खेल में कोई छोटा - बड़ा नहीं होता , सब बराबर होते हैं | आगे जवाब देते हुए उन्होंने श्री कृष्ण से कहा कि न तो जाति में तुम हमसे बड़े हो , न हम तुम्हारी शरण में रहते हैं जो तुम इतनी अकड़ दिखा रहे हो , हाँ तुम्हारे पास हमसे अधिक गाये है इसलिए तुम इतना अधिकार जाता रहे हो | 


3. श्री कृष्ण को कौन सता रहा है और कैसे ? 

उत्तर: श्री कृष्ण को गोपियाँ सता रहीं है | उनके प्रति अनन्य प्रेम होने के कारण गोपियाँ ने उनकी मुरली चुरा ली |  श्रीकृष्ण अपनी मुरली से अत्यंत स्नेह करते है और इसलिए वे गोपियों की हर आज्ञा का पालन कर रहे हैं | 


4. गोपियाँ मुरली आवरण में श्रीकृष्ण से क्या - क्या करवाती हैं ? 

उत्तर:  गोपियाँ मुरली आवरण में श्रीकृष्ण से निम्न कार्य करवाती हैं -

  • वें श्रीकृष्ण को एक पांव पर खड़ा रहने के लिए बाध्य कर देती हैं | 

  • उनसे अपने पैर दबवाती हैं | 

  • श्रीकृष्ण से अपनी हर आज्ञा का पालन करवाती हैं | 


5. श्री कृष्ण के अधरों की तुलना किससे की गयी है और क्यों ? 

उत्तर: श्री कृष्ण के अधरों की तुलना सेज से की गयी है | 

निम्नलिखित कारणों से उनकी तुलना सेज से की गयी -

  • कृष्णा के अधर सेज के समान कोमल हैं | 

  • जिस प्रकार सेज सोने के काम आती है , वैसे हे कृष्ण बांसुरी को अधर रुपी सेज में रखते हैं | 


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न                                                                              (5 अंक)

1.मुरली तऊ गुपालहिं भावति।

सुनि री सखी जदपि, नँदलालहिं नाना भाँति नचावति।

राखति एक पाइ ठाढ़ौ करि, अति अधिकार जनावति।

उत्तर: उपर्युक्त पंक्तियों में श्रीकृष्ण की बांसुरी के प्रति गोपियों के ईर्ष्या के भाव का चित्रण किया गया है | उनका कहना है कि मुरली श्रीकृष्ण को जैसे चाहती है वैसे नचाती है | वह उनको एक पांव पर खड़ा करती है, अपनी हर आज्ञा का पालन करवाती है फिर भी श्रीकृष्ण पूरी तरह से मुरली के अधीन है और मुरली से अत्यंत प्रेम करते हैं | गोपियों के लिए यह बात

असहनीय है इसलिए वे श्री कृष्णा की मुरली के कारण चिंतित है और ईर्ष्या भाव प्रकट कर रहीं हैं| 


2. कोमल तन आज्ञा करवावति, कटि टेढ़ी ह्वै आवति।

अति आधीन सुजान कनौड़े गिरिधर नार नवावति।

आपुन पौढ़ि अधर सज्जा पर, कर-पल्लव पलुटावति।

उत्तर: उपर्युक्त पंक्तियों में श्रीकृष्ण की बांसुरी के प्रति गोपियों के ईर्ष्या के भाव का चित्रण किया गया है | गोपियाँ श्री कृष्ण से अपनी हर आज्ञा का पालन करवाती हैं | उन्हें एक पांव पर खड़ा करवाती है , उनसे अपने पैर दबवाती है , उनसे अनेक प्रकार के नाच नचवाती हैं , उनकी गर्दन को झुकवाती हैं और इन सभी के कारण श्री कृष्णा की कमर टेढ़ी हो जाती है |


3. भृकुटी कुटिल, नैन नासा-पुट, हम पर कोप करावति।

सूर प्रसन्न जानि एकौ छिन, धर तैं सीस डुलावति।।

उत्तर: उपर्युक्त पंक्तियों में यह कहा गया है कि मुरली बजाते - बजाते श्री कृष्ण की भृकुटियां टेढ़ी हो जाती हैं और नाक के नथुने फूल जाते हैं | इस मुद्रा को देखकर गोपियों को लगता है कि ये बांसुरी उन पर क्रोध कर रही है |यह सब मुरली के कारण हो रहा है | सूरदास जी कहते हैं कि गोपियों को लगता है कि ये मुरली श्री कृष्ण को पल भर में ही मनमोहित कर लेती है और कृष्ण आनंद में झूमने लगते हैं |   

 

4. खेलत में को काको गुसैयां।

हरि हारे जीते श्रीदामा बरबसहीं कत करत रिसैयां॥ 

जाति पांति हम तें बड़ नाहीं नाहीं बसत तुम्हारी छैयां।

उत्तर: उपर्युक्त पंक्तियों में सूरदास ने श्री कृष्ण का खेल में हार जाने को स्वाभाविक रूप में चित्रित किया हैं | श्रीदामा से हार जाने पर भी श्री कृष्ण हार स्वीकार नहीं करते और रूठ कर बैठ जाते है | श्रीदामा कृष्ण कहते हैं कि तुम हम पर इतना क्रोध क्यों दिखा रहे हो , न तो जाति में तुम हमसे बड़े हो, न हम तुम्हारी शरण में रहते हैं | तुम्हारे पास हमसे अधिक गाये है इसलिए तुम हम पर अधिकार जता रहे हो | तुम्हें अपनी हार स्वीकार लेनी चाहिए |  

 

5. अति अधिकार जनावत हम पै हैं कछु अधिक तुम्हारे गैयां॥

रुहठि करै तासों को खेलै कहै बैठि जहं तहं सब ग्वैयां। सूरदास प्रभु कैलो चाहत दांव दियौ करि नंद-दुहैया॥

उत्तर: उपर्युक्त पंक्तियों में यह कहा गया है कि श्रीदामा से हार जाने पर भी श्री कृष्ण हार स्वीकार नहीं करते और रूठ कर बैठ जाते हैं | श्रीदामा कृष्ण से कहते हैं कि तुम हम पर इतना क्रोध क्यों दिखा रहे हो | खेल में रूठने वाले के साथ कोई खेलना पसंद नहीं करेगा | ऐसा कहकर सभी ग्वाल मित्र बैठ जाते हैं | श्री कृष्णा मन से खेलना चाहते हैं पर वे श्रीदामा पर ही एहसान करते हुए कहते हैं कि देखो मैं दोबारा खेल रहा हूँ | वे नन्द बाबा की दुहाई देते हुए श्रीदामा की दाँव देने को तैयार हो जाते हैं | 

FAQs on Important Questions for CBSE Class 11 Hindi Antra Chapter 10 Poem Surdas

1. What does the first instance of Chapter 10 Poem of Class 11 Hindi textbook Antra describe?

A discourse between Shri Krishna and Gwal Balko, with a focus on Shri Krishna's mischief, is the first example. Surdas Ji tries to show how Shri Krishna does not like to accept loss, which is followed by Gwal Balko's harsh criticism of Krishna's actions. Shri Dama, Shri Krishna's older brother, is quoted as saying how he always attempts to get his way. Balko goes on to say that Shri Krishna needs to cease acting like a king.

2. Summarize the Poem Kabir Ke Pad?

In NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra Chapter 10, poet and saint Kabir Das reflects on his life’s beliefs in Kabir Ke Pad. Kabir Das was a devotee who spoke about connecting with the Almighty. He also addresses the importance of a Guru in every man's life, who may guide them in the proper route. The lines written by Kabir Das are studied in-depth in NCERT Solutions, and learning from the solutions makes it straightforward to understand the hidden meanings of the words used.

3. In this poetry, what does Surdas imply about child psychology?

This poem brings up child psychology in a way that looks nearly clever. It emphasizes how children pay great attention to everything and can tell what is right and bad. Shri Krishna demonstrates that he can comprehend anything, no matter how big or small. Surdas Ji, for example, explains Krishna's anguish by stating that he cannot take advantage of his caste, father's name, or money. It emphasizes how children try to analyze everything carefully and unite as a single unit when they are angry.

4. What distinguishes Surdas' poetry from others?

Surdas' poetry has the following distinguishing features:

  • Surdas' stanza contains a lovely portrayal of catalysis as well as alliteration embellishment.

  • He has a deep understanding of women's emotions.

  • He uses child psychology that accurately portrays the nature of children's behavior. 

  • He uses Vastalya, which is the greatest Rasa. In both passages, there is a quality of distinctiveness present. The Shringar Ras is described in incredible detail. 

To know more about Chapter 10 of Class 11 Hindi Textbook Antra in detail, visit the Vedantu website or app.

5. What does the second stanza in Chapter 10 Poem of Class 11 Hindi textbook Antra describe? 

The second instance portrays an iconic image of Murli's influence on Shri Krishna and how it causes him to go into a trance. All of the 'Gopis' are naturally jealous of the 'Murli' as a result of this. Surdas Ji shouts that the flute is holding him on one leg and bending his neck as though exhibiting absolute dominance over Krishna, which enrages the Gopis, who accuse him of not paying them equal and undivided attention. This stanza explains the ladies’ anguish as a result of the flute's ability to put Krishna in a good mood. To answer more important questions like this, students can download the PDF of important questions free of cost from the Vedantu website.