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NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 2: (सपनों के-से दिन) Sapno Ke Se Din (Sanchayan)

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NCERT Solutions for Hindi Class 10 Chapter 2 - FREE PDF Download

NCERT Solutions for Class 10 Chapter 2 Sapno Ke Se Din focuses on the childhood experiences and dreams of the author. The chapter highlights the essence of childhood, friendship, and the innocence that defines it. Through relatable narratives, the author captures the significance of dreams and aspirations that shape our lives. Chapter 2 encourages students to reflect on their childhood and understand the value of their experiences. The solutions provided will help students enhance their understanding and perform better in exams.

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Table of Content
1. NCERT Class 10 Hindi Sanchayan Chapter 2: Complete Resource for Sapno Ke Se Din
2. Access NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sanchayan Chapter 2 - सपनों के-से दिन
3. Related Study Materials for Class 10 Hindi Sanchayan Chapter 2
    3.1NCERT Class 10 Hindi Sanchayan Chapter-wise Solutions
4. NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sanchayan Chapter 2 PDF Download
    4.1About the Chapter Class 10 Hindi Sanchayan Chapter 2 - Sapno Ke- Se Din
    4.2NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sanchayan Chapter 2
    4.3Vedantu - The Best Exam Companion
    4.4NCERT Solutions for CBSE Class 10 Hindi 2024-25
    4.5Need Any Help Regarding  NCERT Solution for Class 10 Hindi?
5. NCERT Study Resources for Class 10 Hindi
FAQs


Our solutions for Class 10 Hindi Sanchayan NCERT Solutions break the lesson into easy-to-understand explanations, making learning fun and interactive. Students will develop essential language skills with engaging activities and exercises. Check out the revised CBSE Class 10 Hindi Syllabus and start practising Hindi Class 10 Chapter 2.


Glance on Class 10 Hindi Chapter 2 Sapno Ke Se Din (Sanchayan) 

  1. The author shares his delightful childhood experiences with friends from different regions.

  2. Despite language barriers, the children managed to communicate effectively while playing.

  3. The chapter reflects on the disciplined nature of education during the author’s time.

  4. Emphasises how games contribute to physical and mental well-being.

  5. Highlights the influence of teachers, particularly PT sir, on students' lives.

Related Chapters

Access NCERT Solutions for Hindi Class 10 Chapter 2 Sapno Ke Se Din

1. कोई भी भाषा आपसी व्यवहार  में बाधा  नहीं बनती- पाठ के किस अंश से यह सिद्ध होता है?

उत्तर: कोई भी भाषा आपसी व्यवहार में बाधा नहीं बनती- यह पाठ के उस अंश से सिद्घ होता है जहां लेखक बताते हैं कि बचपन के समय में उनके अधिकतम मित्र हरियाणा या राजस्थान से थे, उन सबकी भाषा एक दूसरे से काफी भिन्न थी, इसके बावजूद जब वह सब खेलते थे उन्हे एक दूसरे की बात सही से समझ आती थी मानो उनकी भाषा हमेशा से एक ही रही हो। 


2. पीटी सहब की ‘शाबाश’ फौज के तमगो-सी क्यों लगती थी? स्पष्ट किजिए।

ऊत्तर: पीटी साहब का नाम प्रीतम चंद था और वह फौज की तरह ही बहूत अनुशासित थे ।  गुस्सैल स्वभाव होने के कारण वह बच्चों को छोटी सी गलती पर भी कठोर सजा देते थे ।  इसी कारण जब वह शाबाशी देते थे तो बच्चों को फौज के तमगो सी लगती थी । 


3. नई श्रेणी मे जाने और नई कापियों और पुरानी किताबों से आती विशेष गध से लेखक का बालमन क्यों उदास हो उठता था?

उत्तर: लेखक के परिवार की अर्थिक स्तिथि ठीक नहीं थी इसलिए वह नई कापियों और किताबों की जगह हेडमास्टर द्बारा प्रबंध की गयी पुरानी किताबें ही लेते थे। बच्चे होने के कारण उनका भी मन अन्य बच्चों की तरह नई पुस्तकें लेने का करता था परंतु ना मिलने के कारण उनका मन उदास हो जाता था।


4. स्काउट परेड करते समय लेखक अपने को महत्वपूर्ण आदमी फौजी जवान क्यों समझने लगते थे? 

उत्तर: स्काउट परेड के दौरान लेखक धुले हुए साफ़ कपड़े व पॉलिश किए हुए बूट पहनते थे तथा पीटी मास्टर के आदेश पर एक फौजी की तरह ही  दायें या बाएं टर्न करते थे जिससे उन्हें एक फौजी जैसा ही मेहसूस होता था। इन्हीं कारणों की वजह से लेखक अपने आप को एक फौजी जवान समझने लगते थे। 


5. हेडमास्टर शर्मा जी ने पीटी सहाब को क्यों मुअत्तल कर दिया? 

उत्तर: हेडमास्टर शर्मा जी काफी नर्म दिल के थे। एक दिन मास्टर प्रीतम चंद ने बच्चों को बहुत क्रूर सज़ा दी हुई थी जिसके कारण बच्चों की हालत खराब हो गयी थी जिसे देख कर शर्माजी बहुत गुस्सा हो गए और उन्होंने पीटी सहाब को मुअत्तल कर दिया था।


6. लेखक के अनुसार उन्हें स्कूल खुशी से भागे जाने की जगह न लगने पर भी कब और क्यों उन्हें स्कूल अच्छा लगने लगा? 

उत्तर: लेखक को स्काउट परेड के समय स्कूल में जाना अच्छा लगता था क्योंकि परेड में उन्हें रंग बिरंगे झंडे लेकर तथा गले में रुमाल बांधकर चलना होता था और जब मास्टर जी उन्हें शाबाशी देते थे तो लेखक का मन अति प्रसन्न हो जाता था।


7. लेखक अपने छात्र जीवन में स्कूल से छुट्टियों में मिले काम को पूरा करने के लिए क्या क्या योजनायें बनाया करते था और उसे पूरा न कर पाने की स्थिति में किसकी भांति 'बहादुर' बनने की कल्पना किया करते थे? 

उत्तरलेखक अपना काम पूरा करने के लिए एक समय सारिणी बनाते थे जिससे वह तय करते थे कि किस दिन कौनसा काम कितना करना है, जो परंतु जब वह उसे पूरा नहीं कर पाते थे उस स्तिथि में वह ओमा नामक ठिगने और बहादुर लड़के जैसा बनने का सोचते थे। 


8. पाठ में वर्णित घटनाओं के आधार पर पीटी सर की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए। 

उत्तर: पीटी सर की निम्नलिखित विशेषताएं हैं - 

1. पीटी सर पतले व छोटे कद के थे। 

2. वह खाकी वर्दी और लंबे जूते पहनते थे। 

3. वह बहुत अनुशासन प्रिय थे। 

4. वह बच्चों को क्रूर दंड दिया करते थे। 

5. उनका स्वभाव नम्र नहीं था।

6. वे एक स्वाभिमानी व्यक्ती थे। 

7. वे नारियल की तरह बाहर से कठोर परंतु अंदर से कोमल थे। 


9. विद्यार्थियों को अनुशासन में रखने के लिए पाठ में अपनाई गई गयी युक्तियों और वर्तमान में स्वीकृत मान्यताओं के संबंध में अपने विचार प्रकट कीजिए। 

उत्तर:  विद्यार्थियों को अनुशासन में रखने के लिए पाठ में दिखाया गया है कि उन्हें कठोर सज़ा दी जाती थी यहां तक कि उन्हें शारीरिक दंड भी दिया जाता था जिससे उन्हें शारीरिक और मानसिक मानसिक दोनों तरह परेशानी झेलनी पड़ती थी। आज कल इस तरह विद्यार्थियों को मरना पीटना बिल्कुल भी उचित नहीं समझा जाता तथा बच्चों की मानसिकता को समझने की कोशिश की जाती है और उन्हें स्नेह से हर चीज समझाई और पढ़ाई जाती है।


10. आत्मा की शांति पाने को गुप्तधात्री बातें करती हैं। विशेषकर स्कूल जाने की इच्छा करते हैं। अपने घर तक के स्कूल जीवन की कठिनाइयों को हल्की-फुल्की बातों से समझाइए।

Answers

  1. आत्मा की शांति पाने को गुप्तधात्री बातें
    आत्मा की शांति पाने के लिए गुप्तधात्री बातें बच्चों के मन में एक सकारात्मक माहौल बनाने का कार्य करती हैं। ये बातें बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करती हैं, ताकि वे अपनी कठिनाइयों को हल्का कर सकें।


  1. विशेषकर स्कूल जाने की इच्छा
    स्कूल जाने की इच्छा बच्चों के लिए महत्वपूर्ण होती है। यह उन्हें शिक्षा के महत्व को समझने में मदद करती है और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।


  1. घर तक के स्कूल जीवन की कठिनाइयों
    लेखक अपने घर से स्कूल तक के जीवन की कठिनाइयों को हल्की-फुल्की बातें बनाकर बताते हैं। उदाहरण के लिए, पुराने किताबों का उपयोग, नए स्कूल सामान की कमी, और स्कूल में अनुशासन की सख्ती से बच्चों को कैसे सामना करना पड़ता है।


11.  प्रायः अभिभावक बच्चों को खेल कूद में ज़्यादा रुचि लेने पर रोकते हैं और समय बरबाद न करने की नसीहत देते हैं। बताइए-

1. खेल आपके लिए क्यों ज़रूरी है? 

2. आप कौन से ऐसे नियम कायदों को अपनाएँगे जिससे अभिभावकों को आपके खेल पर आपत्ति न हो? 

उत्तर:

1. खेल न केवल बच्चों के लिए परंतु हर वर्ग के लिए आवश्यक है। इससे हमारा शरीर तंदरुस्त रहता है, फुर्ती बनी रहती है जिससे हमने बीमारियां भी कम होती हैं। खेल से हमें मानसिक शांति भी मिलती है। 


2. अभिभावकों को आपत्ति न हो इसलिए मैं अपनी पढ़ाई और काम करके ही खेलने जाऊँगा तथा जितना जोश और मैं खेल में लगाऊंगा उतना ही पढ़ाई में भी ज़रूर लगाऊंगा।


Learnings of NCERT Solutions for Hindi Class 10 Chapter 2 Sapno Ke Se Din

  1. Language differences do not hinder friendships; understanding goes beyond words.

  2. Discipline plays a crucial role in both personal and academic growth.

  3. Engaging in sports and games is essential for maintaining a healthy lifestyle.

  4. Reflecting on childhood can help individuals appreciate their growth and experiences.

  5. Positive reinforcement from teachers can significantly boost students' morale and enthusiasm.


Important Study Material Links for Hindi Class 10 Chapter 2 

S. No

Important Study Material Links for Chapter 2

1.

Class 10 Sapno Ke Se Din Questions

2.

Class 10 Sapno Ke Se Din Notes


Conclusion 

NCERT Solutions for Class 10 Chapter 2 Sapno Ke Se Din provides valuable insights into childhood experiences, friendships, and the importance of dreams. The chapter encourages students to cherish their memories and understand the lessons learned from their past. By utilising these solutions, students can enhance their understanding of the text and improve their exam performance. Exploring the themes of friendship, discipline, and personal growth offers a deeper appreciation for the experiences that shape us. Engaging with these solutions is a step towards better learning and academic success.


Chapter-wise NCERT Solutions Class 10  Hindi - (Sanchayan) 

After familiarising yourself with the Class 10 Hindi 2 Chapter Question Answers, you can access comprehensive NCERT Solutions from all Hindi Class 10 Sanchayan textbook chapters.


S. No

NCERT Solutions Class 10 Hindi Sanchayan All Chapters

1

Chapter 1 - Harihar Kaka Solutions

2

Chapter 3 - Topi Shukla Solutions


NCERT Class 10 Hindi Other Books Solutions


Related Important Study Material Links for Class 10 Hindi 

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S. No

Important Links for Class 10 Hindi

1.

Class 10 Hindi NCERT Book

2.

Class 10 Hindi Revision Notes

3.

Class 10 Hindi Important Questions

4.

Class 10 Hindi Sample Papers

5.

Class 10 Hindi PYQP

6.

Class 10 Hindi NCERT Solutions

FAQs on NCERT Solutions for Class 10 Hindi Chapter 2: (सपनों के-से दिन) Sapno Ke Se Din (Sanchayan)

1. What is the main theme of NCERT Solutions for Class 10 Chapter 2 'Sapno Ke Se Din'?

The main theme revolves around childhood experiences, friendships, and the significance of dreams in shaping one’s life.

2. How do language differences affect friendships in NCERT Solutions for Class 10 Chapter 2 'Sapno Ke Se Din'?

Language differences do not create barriers; children understand each other through shared experiences and emotions.

3. What role does discipline play in NCERT Solutions for Class 10 Chapter 2 'Sapno Ke Se Din'?

Discipline is portrayed as essential for personal growth and academic success during childhood.

4. Why are games important according to NCERT Solutions for Class 10 Chapter 2 'Sapno Ke Se Din'?

Games are vital for physical health and mental well-being, helping children develop social skills.

5. How does the author describe his childhood friends in Chapter 2 'Sapno Ke Se Din'?

The author describes his childhood friends as diverse in language and background, yet united in their play and camaraderie.

6. What impact does PT sir have on the students in Chapter 2 'Sapno Ke Se Din'?

PT sir instils discipline and respect for physical education, but his strictness sometimes leads to fear among students.

7. How does the author feel about receiving rewards or praise in Sapno Ke Se Din of Chapter 2?

Receiving praise from teachers, particularly PT sir, brings immense joy and a sense of achievement to the author.

8. What challenges does the author face regarding his school supplies in NCERT Solutions for Class 10 Sapno Ke Se Din?

The author often has to use old books and supplies due to his family's financial situation, which affects his self-esteem.

9. How does the author’s perspective on school change in Class 10 Chapter 2 Sapno Ke Se Din?

Initially reluctant to attend school, the author finds joy and pride during events like the scout parade, leading to a more positive outlook.

10. In what ways can students apply the lessons from NCERT Solutions for Class 10 Chapter 2 Sapno Ke Se Din in their lives?

Students can cherish their friendships, value discipline, and pursue their dreams, understanding the importance of their experiences in shaping their future.