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NCERT Solutions for Class 11 Hindi (Antra) Chapter 6: Khanabadosh

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NCERT Solutions for Class 11 Chapter 6 Khanabadosh Hindi (Antra) - FREE PDF Download

The NCERT Solutions for Class 11 Chapter 6: Khanabadosh from the Hindi (Antra) textbook provide crucial support for students studying this compelling narrative by Om Prakash Valmiki. The chapter offers an exploration of the lives of nomadic communities, highlighting their challenges, dreams, and the societal issues they encounter. Through Valmiki's insightful storytelling, students gain a deeper understanding of the complexities of human emotions and social realities. These solutions are designed to align with the CBSE Class 11 Hindi syllabus, providing detailed explanations, character analyses, and discussions on the key themes present in the text.

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Table of Content
1. Class 11 Hindi NCERT Solutions for Antra Chapter 6 Khanabados
2. Access NCERT Solutions for Hindi Chapter 6 - खानाबदोश
3. NCERT Solutions for Class 11 Hindi Antra Chapter 6 - Khanabados
FAQs


Students can conveniently access the FREE PDF download of the NCERT Solutions for Class 11 Hindi by visiting the landing page here. With clear, organised answers and expert guidance, these solutions not only enhance comprehension but also help students prepare effectively for their exams. This resource is invaluable for mastering the chapter and fostering a greater appreciation for the richness of Hindi literature.


Glance on Class 11 Hindi (Antra) Chapter 6 - Khanabadosh

Chapter 6, "Khanabadosh," written by Om Prakash Valmiki, sheds light on the life and struggles of nomadic communities, offering a compelling narrative about their experiences. Here’s a brief overview of the chapter:


  • The chapter focuses on the hardships faced by nomadic people, who constantly move from one place to another in search of livelihood. It portrays the instability and uncertainty they deal with in their daily lives.

  • Valmiki emphasises the marginalisation of nomadic communities, who often face discrimination and exclusion from mainstream society. Their plight reflects broader issues of inequality and injustice.

  • Despite the many challenges they face, the narrative highlights the resilience and survival instincts of these communities. It emphasises their determination to sustain themselves in the face of adversity.

  • The story offers a window into the unique cultural practices of nomadic groups, showcasing their traditions, values, and way of life, while also questioning societal norms that overlook their contributions.

  • The narrative deeply engages readers, evoking empathy for the characters as they navigate their struggles, fostering a better understanding of the harsh realities faced by marginalised groups.

Access NCERT Solutions for Hindi Chapter 6 - खानाबदोश

1. जसदेव की पिटाई के बाद मज़दूरों का समूचा दिन कैसा बीता?

उत्तर – जसदेव की पिटाई के बाद भट्टी पर शाम होने के बाद सन्नाटा पसरा रहता था। दिन में भी शांति का ही माहौल बना रहता था। सभी को डर लगा रहता था की वह आकर फिर से किसी को मार न दे। सूबे सिंह की ज्यातियों को वे सिर्फ इसीलिए सहन कर रहे थे| क्योंकि वे काम छोड़ कर अपना जीवन निर्वाह नही कर पाते।


2.  मानो अभी तक भट्टे की ज़िन्दगी से तालमेल क्यों नहीं बैठा पाई थी? 

उत्तर -  मानो शहरी जीवन की आदि थी। सुकिया की ख़राब हालत के कारण मानो को भी गाँव में आकर रहना पड़ता है। मानो ने कभी जंगलों का सामना नहीं किया था। शाम होते ही जानवरों की     आवाज़े और अंधेरा उनकी परेशानियों को और बढ़ा देता है। कहानी में कई बार मानो ने पक्की ईंटो  से घर बनाने का ज़िक्र किया है| जिससे यह ज़ाहिर होता है ,की वह अभी भी इस ज़िन्दगी में तालमेल नहीं बैठा पाई  है।


3. असगर ठेकेदार के साथ जसदेव को आता देखकर सूबे सिंह क्यों बिफर पड़ा और जसदेव  को मारने का क्या कारण था? 

उत्तर – सूबे सिंह अहंकारी,अल्हड और स्त्रियों की इज्जत न करने वाला व्यक्ति था। असगर  के साथ जसदेव को आता देख वह  इसलिए बिफर पड़ा क्योंकि सूबे सिंह ने मानो को अपने दफ्तर में बुलाया था ,लेकिन उसकी जगह जसदेव आया इससे उसके स्वाभिमान को ठेस पहुँची। स्त्रियों को अपने पाँव की जूती समझने वाला मानो को न पाकर आग बबूला हो गया और उसने अपना सारा गुस्सा जसदेव पर निकाल दिया।


4.  जसदेव ने मानो के हाथ का खाना क्यों नहीं खाया? 

उत्तर- मानो और जसदेव के धर्म और जाति दोनों ही अलग थे| जसदेव ब्राह्मण था और समाज की कुरीतियां सब पर हावी थी। इसलिए जसदेव भी खाना खाने में हिचक रहा था और उसने बहाना बना दिया कि उसे भूख नहीं है| अंत में उसका असली चेहरा दिख जाता है।


5. ईटों को जोड़कर बनाए चूल्हे में जलती लकड़ियों की चीट – पिट जैसे मन में पसरी दुश्चिन्तओ और तकलीफों की प्रतिध्वनियाँ थी जहाँ सब कुछ अनिश्चित था। ‘ -यह वाक्य मानव की किस मनोस्थिति  को उजागर करता है ?

उत्तर – यह कथन उसकी दुखभरी जिंदगी की कहानी बयान करती है। वह एक जगह से दूसरी जगह जाने से बहुत तंग आ गई थी। वह अपने जीवन के बारे में ही सोचती रहती थी, अक्सर वह अपने भविष्य के बारे में सोचती थी। उसे हर तरफ निराशा ही निराशा दिखती थी। उसका लक्ष्य था पक्की ईंटों से घर बनाना, परन्तु सारे ईंटो को टूटता देख उनका सपना भी टूट गया।


6. मानो को क्यों लग रहा था कि किसी ने उसकी पक्की ईंटों के मकान को ही धराशाई कर दिया है? 

उत्तर – मानो जब से भट्टे पर काम करने आई थी तब से उसका सपना था कि वह पक्की ईंटों का घर बनाए। इसके लिए वह सुकिया से कहती है कि हम दिन रात मेहनत करेंगे। लेकिन सूबे सिंह उनके ऊपर बहुत जुल्म करने लगा था जो बर्दाश्त होने लायक नहीं था। वह मानो को अपने ऑफिस में बुलाता है जो सुकिया को सहन नहीं होता और वह भट्टे का जीवन छोड़कर दूसरे स्थान पर चले जाते हैं।


7. ‘चल! यह लोग म्हारा घर ना बनन्ने देंगे।‘

 सुकिया के इस कथन के आधार पर कहानी की मूल संवेदना स्पष्ट कीजिए।

उत्तर – मानो और सुखिया दोनों का लक्ष्य ईटों का घर बनाना था लेकिन कोई भी उसका घर बनते नहीं देखना चाहता है। पहले सूबे सिंह उस पर अत्याचार करता है और उसके सपनों को तोड़ देता है। समाज में अक्सर मजदूरों को अमीर लोगों का शिकार होना पड़ता है। उसके बाद जसदेव उसकी ईटों को तोड़ देता है। जो उसे पूरी तरह तोड़ देता है। सुकिया अब मानो को रोते हुए नहीं देखना चाहता था इसलिए उसने कहा ‘चल यह लोग म्हारा घर ना बनने देंगे। और वे वहां से चले जाते हैं।


8. ‘खानाबदोश’ कहानी में आज के समाज की किन-किन समस्याओं को रेखांकित किया गया है? इन समस्याओं के प्रति कहानीकार के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।

 उत्तर- खानाबदोश कहानी में कहानीकार ने निम्नलिखित वर्तमान समस्याओं को दर्शाया है :-

  1. इस कहानी में मजदूरों की स्त्रियों की समस्या के बारे में बताया गया है। पूंजीपति किस प्रकार मजदूर की स्त्रियों को पैसे पर खरीदना चाहते हैं।

  2. यहाँ मजदूरों की स्थितियों का भी वर्णन किया गया है जैसे गरीबी, लाचारी,भुखमरी इत्यादि। 

  3. बेरोजगारी के कारण मजदूरों को खानाबदोश बनने पर मजबूर होना पड़ता है।


9. सुखिया ने जिन समस्याओं के कारण गाँव छोड़ा वही समस्या शहर में भट्टे पर उसे झेलनी पड़ी - मूलतः वह समस्या क्या थी?

 उत्तर – सुखिया ने जिन समस्याओं के कारण गाँव छोड़ा वह इस प्रकार है :- 

  1. स्त्रियों का सम्मान न करना,उनका शोषण करना।

  2. मजदूरों को इज्जत न देना, मुंशी का फरमान अदा करना। 

  3. गाँव में जानवरों का डर उसे डराया करता ।


10. ‘ स्किल इंडिया’ जैसा कार्यक्रम होता तो क्या तब भी सुखिया और मानो को खानाबदोश जीवन व्यतीत करना पड़ता? 

उत्तर – ‘स्किल इंडिया’ जैसे कार्यक्रम होने से सुकिया और मानो का जीवन बहुत उत्तम होता| वह मेहनती इंसान है उनमें कई क्षमताएँ और प्रतिभाएँ है। वे ऐसा जीवन नहीं जीते जिनमें उनकी इज्जत न हो, सम्मान न हो।वे इस चीज के मोहताज नहीं होते कि मानो का शोषण और सुखिया के साथ भेदभाव हो।


11. निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए-

(क) अपने देस की सूखी रोटी भी परदेस के पकवानों से अच्छी होती है।

(ख) इत्ते छेर-से नोट लगे हैं घर बणाने में। गाँठ में नहीं है पैसा चले हाथी खरीदने।

(ग) उसे एक घर चाहिए था पक्की इंटों का। जहाँ वह अपनी गृहस्थी और परिवार के सपने देखती थी।

उत्तर :

(क) मानो सुकिया के साथ गाँव छोड़कर भट्ठे पर काम करने आ जाती है लेकिन भट्ठे के माहौल में उसका दिल नहीं लगता। वह सुकिया से गाँव वापस चलने के लिए कहती है लेकिन सुकिया वापस गाँव में जाकर नर्क की जिंदगी नहीं बिताना चाहता है। मानो उससे कहती है कि गाँव में सभी लोग अपने हैं। अपनों के बीच सुख-दुख उठाते हुए हम कम खाकर भी खुश रह सकते हैं। यहाँ परदेश में अपना कोई नहीं है यदि हम यहाँ सुख-सुविधाओं में रहें तो उसका क्या लाभ ! हमारा सुख-दुख बाँटने वाला तो अपना कोई नही है, सभी पराए हैं।

(ख) भट्वे में पकी लाल इंटों को देखकर मानो के दिल में अपना पक्का घर बनाने की इच्छा जन्म लेती है। वह सुकिया को अपनी इच्छा बताती है। सुकिया उसे समझाता है कि उसकी यह इच्छा पूरी नही हो सकती है क्योंकि हम मज़दूर है। घर बनाने में केवल इंटे ही नहीं लगती, उसमें अन्य सामान रेत, सीमेंट, लकड़ी, लोहा आदि लगता है। घर दो-चार रुपयों में नहीं बनता है उसके लिए बहुत सारे रुपए चाहिए जो हमारे पास नहीं हैं। हम मेहनत मज्ञदूरी करनेवाले लोग पक्के घर का सपना देख सकते हैं। उसे पूरा करने की ताकत हमारे पास नहीं है।

(ग) सूबे सिंह मानो को किसनी की तरह अपने जाल में फँसाना चाहता था लेकिन मानो के स्वाभिमान के कारण उसे फैसा नहीं पाता। मानो में इक्ज़त से जिंदगी जीने की इच्छा बहुत अधिक थी इसलिए वह सूबे सिंह के पास नही जाती। मानो भट्ठे पर रहते हुए एक पक्के घर का सपना देखती है जहाँ वह अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी रहना चाहती है। वह अपना सपना पूरा करने के लिए कमर तोड़ मेहनत करने के लिए तैयार है लेकिन वह अपना आत्मसम्मान खोकर अपना सपना पूरा नहीं करना चाहती।


Benefits of NCERT Solutions for Class 11 Hindi (Antra) Chapter 6 Khanabadosh

  1. The NCERT Solutions provide detailed explanations of the themes and characters in "Khanabadosh," helping students grasp the significance of the narrative and its social context.

  2. Prepared by experienced educators, these solutions offer valuable insights into the author’s intent and the issues faced by nomadic communities, enriching students’ comprehension.

  3. The chapter-wise solutions present organised answers to key questions, making it easier for students to study and prepare for their exams systematically.

  4. Engaging with the solutions encourages students to think critically about social issues, empathy, and the experiences of marginalised groups, fostering deeper analysis.

  5. The solutions help enhance vocabulary and grammar, allowing students to improve their Hindi language proficiency through context-based examples.

  6. NCERT Solutions are readily available online, providing students with easy access to study materials whenever needed.

  7. By thoroughly covering all important aspects of the chapter, these solutions help students approach exam questions with confidence, knowing they are well-prepared.

  8. The solutions include examples and discussions that relate the themes of the chapter to contemporary social issues, helping students see the relevance of the narrative today.


NCERT Solutions for Class 11 Hindi (Antra) Chapter 6 - Khanabadosh provide essential support for students seeking to understand the significant themes and issues presented in this impactful narrative by Om Prakash Valmiki. With clear explanations, expert insights, and organised answers, these solutions help students grasp the complexities of the lives of nomadic communities and the social challenges they face. By encouraging critical thinking and fostering a deeper appreciation for the text, these solutions enhance overall language skills and boost confidence in exam preparation. Ultimately, they serve as a valuable resource for students, guiding them in their academic journey and helping them engage meaningfully with Hindi literature.


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FAQs on NCERT Solutions for Class 11 Hindi (Antra) Chapter 6: Khanabadosh

1. What is the main theme of "Khanabadosh"?

The main theme of "Khanabadosh," written by Om Prakash Valmiki, revolves around the struggles and challenges faced by nomadic communities, highlighting issues of social exclusion, identity, and resilience.

2. How do NCERT Solutions for "Khanabadosh" assist students?

The NCERT Solutions provide detailed explanations of the chapter’s themes, character analyses, and key events, helping students gain a deeper understanding of the narrative and its social implications.

3. What social issues are highlighted in "Khanabadosh"?

The chapter addresses social issues such as discrimination, marginalisation, and the lack of recognition faced by nomadic communities in society.

4. Can I access NCERT Solutions for "Khanabadosh" for free?

Yes, NCERT Solutions for "Khanabadosh" are available for free on Vedantu Website, making them easily accessible for students.

5. How can I use the NCERT Solutions for effective exam preparation?

Students can use the NCERT Solutions to review key themes, practice answering questions, and gain a better understanding of the author's intent, which helps improve confidence and performance in exams.

6. What literary devices are used in "Khanabadosh"?

The chapter employs various literary devices, including imagery and symbolism, to convey its messages and enhance the emotional depth of the narrative.

7. How does the story reflect human experiences?

The interactions between characters in "Khanabadosh" highlight the universal struggles of identity and belonging, making it relatable to readers from all backgrounds.

8. How does "Khanabadosh" relate to contemporary society?

The themes of marginalisation and social justice in "Khanabadosh" are relevant today, prompting readers to reflect on ongoing issues faced by nomadic and marginalised communities.

9. What lessons can be learned from "Khanabadosh"?

The story teaches important lessons about empathy, understanding, and the need to recognize and value the contributions of all members of society, regardless of their background.

10. How can the NCERT Solutions improve language skills?

The NCERT Solutions help enhance vocabulary and grammar through context-based learning, enabling students to improve their Hindi language proficiency while studying the chapter.