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Reedh Ki Haddi (रीढ़ की हड्डी) Class 9 Important Questions: CBSE Hindi (Kritika) Chapter 3

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Hindi (Kritika) Important Questions for Chapter 3 रीढ़ की हड्डी (Jagdish Chandra Mathur) Class 9 - FREE PDF Download

Vedantu provides Hindi Kritika Important Questions for Chapter 3, 'रीढ़ की हड्डी.' "Reedh ki Haddi" is a social one-act play written by Jagdish Chandra Mathur. The play critiques the societal norms that discriminate between boys and girls, highlighting the importance of treating both genders equally. It revolves around a marriage proposal where a father, who initially upholds traditional views, gradually realises the need for his daughter to be respected for her education and individuality, challenging the deep-rooted biases that limit women's opportunities. Download the FREE PDF to access CBSE Class 9 Hindi Kritika Important Questions and ensure comprehensive coverage of every part of the CBSE Class 9 Hindi Syllabus.

Access Class 9 Hindi Chapter 3: Reedh Ki Haddi (रीढ़ की हड्डी) Important Questions

1. कहानी ‘रीढ़ की हड्डी’ का संदेश क्या है?

उत्तर: इस एकांकी का प्रमुख संदेश यह है कि लड़कों और लड़कियों के बीच भेदभाव को समाप्त किया जाना चाहिए। यह हमें बताती है कि महिलाओं को समान अवसर मिलने चाहिए और उन्हें केवल घर-गृहस्थी तक सीमित नहीं किया जाना चाहिए। समाज में महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए उनकी शिक्षा और सशक्तिकरण अत्यंत आवश्यक है।


2. रामस्वरूप बाबू के घर में होने वाली साज-सज्जा का क्या उद्देश्य था?

उत्तर: रामस्वरूप बाबू के घर में साज-सज्जा का उद्देश्य उनकी बेटी उमा के लिए रिश्ते के लिए एक अच्छा लड़का ढूंढना था। वे अपनी बेटी की शादी के लिए लड़के वालों को आकर्षित करने के लिए घर को सजा रहे थे।


3. गोपाल प्रसाद के विचारों को किस तरह प्रस्तुत किया गया है?

उत्तर: गोपाल प्रसाद एक परंपरागत व्यक्ति हैं, जो मानते हैं कि लड़कियों को ज्यादा पढ़ाई की जरूरत नहीं है और उनका स्थान केवल घर की चारदीवारी में है। वह यह मानते हैं कि लड़कियों को सिर्फ घरेलू कार्यों के लिए तैयार किया जाना चाहिए और उनके लिए उच्च शिक्षा का कोई लाभ नहीं है।


4. उमा के चश्मे के बारे में गोपाल प्रसाद और शंकर का क्या विचार था?

उत्तर: जब गोपाल प्रसाद और शंकर ने उमा को देखा तो उन्हें उसके चश्मे को देखकर हैरानी हुई। वे सोचते हैं कि उमा चश्मा लगाकर सिर्फ दिखावा कर रही है, क्योंकि वे उसे एक साधारण लड़की मानते थे। लेकिन उमा ने यह साबित कर दिया कि वह एक पढ़ी-लिखी और सशक्त महिला है।


5. उमा ने गाने के बाद शंकर को क्यों देखा और गाना बंद कर दिया?

उत्तर: उमा गाने में पूरी तरह से तल्लीन थी, लेकिन जैसे ही उसकी नज़र शंकर पर पड़ी, उसने गाना बंद कर दिया। इसका संकेत यह था कि उसे शंकर की नकारात्मक सोच और विचारधारा का अहसास हो गया था, और उसने उसे चुनौती देने का निर्णय लिया।


6. गोपाल प्रसाद उमा से किस प्रकार के सवाल पूछते हैं और उसका क्या प्रतिक्रिया होती है?

उत्तर: गोपाल प्रसाद उमा से पेंटिंग, सिलाई, गाने-बजाने आदि के बारे में सवाल पूछते हैं, जो उसे अपमानित करने के लिए होते हैं। उमा इन सवालों का विरोध करती है और कहती है कि लड़कियाँ निर्जीव वस्तुएँ नहीं होतीं, उन्हें भी सम्मान और स्वतंत्रता मिलनी चाहिए।


7. उमा ने गोपाल प्रसाद को क्या सलाह दी?

उत्तर: उमा ने गोपाल प्रसाद को सलाह दी कि वे अपने बेटे शंकर के बारे में यह जानने के लिए घर जाकर जांच करें कि क्या उसके पास रीढ़ की हड्डी है या नहीं, क्योंकि उसने लड़कियों के हॉस्टल के इर्द-गिर्द ताक-झांक की थी।


8. रामस्वरूप बाबू और गोपाल प्रसाद के बीच क्या संवाद हुआ?

उत्तर: रामस्वरूप बाबू और गोपाल प्रसाद के बीच विवाह के मुद्दे पर एक आदान-प्रदान होता है, जिसमें गोपाल प्रसाद ने कहा कि उन्हें कम पढ़ी-लिखी लड़की चाहिए, जबकि रामस्वरूप अपनी बेटी को उच्च शिक्षा देने की बात करते हैं। यह संवाद समाज में महिलाओं के लिए समान अधिकार और शिक्षा के महत्व को रेखांकित करता है।


9. शंकर की झुकी हुई कमर का क्या प्रतीक है?

उत्तर: शंकर की झुकी हुई कमर को उसकी कमजोरी और आत्मविश्वास की कमी के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह उसकी पुरुषत्व की छवि और समाज में उसकी असफलता को दर्शाता है।


10. उमा का गाना छोड़ने और शंकर को देखकर चुप हो जाने का क्या संकेत है?

उत्तर: उमा का गाना छोड़ना और शंकर को देखकर चुप हो जाना इस बात का संकेत है कि वह उस लड़के की मानसिकता और उसकी सोच से सहमत नहीं थी। उमा ने यह स्पष्ट किया कि वह किसी के दबाव में आकर अपनी पहचान और स्वाभिमान को नहीं छोड़ सकती।


11. गोपल प्रसाद के जाने के बाद उमा और रामस्वरूप बाबू की स्थिति क्या होती है?

उत्तर: गोपाल प्रसाद के जाने के बाद उमा और रामस्वरूप बाबू दोनों को एक शांति का अनुभव होता है। रामस्वरूप बाबू समझते हैं कि उनके द्वारा निभाई गई भूमिका ने उनके समाज को जागरूक किया, जबकि उमा को अपनी आत्म-सम्मान और शिक्षा के लिए जीत मिली है।


12. कहानी का अंत कैसे हुआ और उसका क्या प्रभाव था?

उत्तर: कहानी का अंत उमा की जीत के साथ होता है, जब उसने गोपाल प्रसाद को यह बताकर अपने आत्मसम्मान को बनाए रखा कि लड़कियाँ सिर्फ सज-धजकर घर में बैठने के लिए नहीं होतीं। उसने यह साबित कर दिया कि उच्च शिक्षा और आत्म-सम्मान किसी भी व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण हैं, चाहे वह लड़की हो या लड़का।


13. रामस्वरूप बाबू की सोच में क्या अंतर दिखाई देता है?

उत्तर: रामस्वरूप बाबू की सोच शुरू में परंपरागत और रूढ़िवादी थी, लेकिन उमा के प्रतिरोध और आत्मविश्वास को देखकर उनकी सोच में बदलाव आता है। वह धीरे-धीरे समझ पाते हैं कि अपनी बेटी को समान अवसर देना जरूरी है।


14. शंकर के चरित्र को किस प्रकार प्रस्तुत किया गया है?

उत्तर: शंकर का चरित्र एक नकारात्मक छवि में प्रस्तुत किया गया है। वह अपनी सोच में संकीर्ण और रूढ़िवादी है। उसकी कमर की झुकी हुई स्थिति और उसकी घबराहट यह संकेत देती है कि वह मानसिक रूप से असमर्थ और समाज की सड़ी-गली सोच का समर्थन करता है।


15. कहानी में रामस्वरूप और गोपाल प्रसाद के संबंधों की भूमिका क्या है?

उत्तर: रामस्वरूप और गोपाल प्रसाद के संबंधों का महत्वपूर्ण योगदान इस कहानी में है, क्योंकि वे दोनों अलग-अलग विचारधाराओं के व्यक्ति हैं। रामस्वरूप ने अपनी बेटी को शिक्षा देने का निर्णय लिया था, जबकि गोपाल प्रसाद ने लड़कियों के लिए कम शिक्षा की बात की। यह विरोधाभास कहानी के केंद्रीय विषय को उजागर करता है।


16. उमा की प्रतिक्रिया को देखकर गोपाल प्रसाद का क्या रुख होता है?

उत्तर: जब उमा ने गोपाल प्रसाद को चुनौती दी और अपने आत्मसम्मान का पालन किया, तो गोपाल प्रसाद ने रामस्वरूप बाबू से कहा कि उन्होंने उनके साथ धोखा किया है। इसका प्रभाव यह था कि गोपाल प्रसाद और शंकर दोनों की सोच को चुनौती मिली, जिससे उनका आत्मविश्वास हिल गया।


17. उमा द्वारा गोपाल प्रसाद को दी गई सलाह का समाज पर क्या असर पड़ा?

उत्तर: उमा ने गोपाल प्रसाद को यह सलाह दी कि वह अपने बेटे की रीढ़ की हड्डी के बारे में जांच लें। यह सलाह समाज को यह संदेश देती है कि किसी भी लड़के या लड़की की असली पहचान उनकी शिक्षा, संस्कार और मानसिकता से बनती है, न कि उनकी शारीरिक स्थिति से।


18. इस एकांकी में महिला सशक्तिकरण का क्या संदेश दिया गया है?

उत्तर: इस एकांकी में महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया गया है कि महिलाएं केवल घर संभालने के लिए नहीं होतीं, उन्हें शिक्षा, स्वतंत्रता और समान अधिकार मिलने चाहिए। उमा ने अपने विरोध और साहस के माध्यम से यह साबित किया कि महिलाओं को समाज में अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना चाहिए।


19. ‘रीढ़ की हड्डी’ का क्या सांस्कृतिक संदर्भ है?

उत्तर: ‘रीढ़ की हड्डी’ का सांस्कृतिक संदर्भ यह है कि पुरुषों की स्थिति समाज में मजबूत मानी जाती है, जबकि महिलाओं को कमजोर और असहाय माना जाता है। यह कहानी इस विचारधारा को चुनौती देती है और महिलाओं को भी आत्मनिर्भर और समान अधिकारों वाली शक्ति के रूप में प्रस्तुत करती है।


20. कहानी के अंत में रतन का क्या महत्व है?

उत्तर: रतन का आना कहानी के अंत में एक प्रतीकात्मक भूमिका निभाता है। वह समाज के हर वर्ग और व्यक्ति का प्रतीक है जो बिना किसी भेदभाव के सब कुछ देखता है, लेकिन खामोशी से बैठा रहता है। रतन का उपस्थित होना दर्शाता है कि यह मुद्दा केवल घर के अंदर का नहीं, बल्कि समाज का भी है।


21. गोपाल प्रसाद का ‘विवाह को बिजनेस’ कहना किस मानसिकता को दर्शाता है?

उत्तर: गोपाल प्रसाद का विवाह को ‘बिजनेस’ कहना इस मानसिकता को दर्शाता है कि वह विवाह को केवल एक लेन-देन के रूप में देखते हैं, न कि एक पवित्र संबंध के रूप में। उनका यह दृष्टिकोण समाज के पारंपरिक और भेदभावपूर्ण सोच को उजागर करता है।


22. कहानी में उमा के चुप रहने की प्रक्रिया क्या दर्शाती है?

उत्तर: उमा का चुप रहना और फिर अपनी बात को दृढ़ता से कहना यह दर्शाता है कि उसने समझ लिया था कि उसे अपनी असली पहचान और स्थिति को व्यक्त करने का समय आ गया है। यह कहानी के महत्वपूर्ण मोड़ की शुरुआत है।


23. रामस्वरूप बाबू की भूमिका इस एकांकी में क्या है?

उत्तर: रामस्वरूप बाबू का चरित्र इस एकांकी में एक पिता की भूमिका को दर्शाता है, जो प्रारंभ में अपनी बेटी को परंपराओं के अनुसार प्रस्तुत करता है, लेकिन बाद में उसे समान अधिकार देने की बात स्वीकारता है।


Points to Remember from Class 9 Hindi Kritika Chapter 3: Reedh Ki Haddi

  • The play "Reedh Ki Haddi" is written by Jagdish Chandra Mathur.

  • It is a one-act play that highlights social issues, particularly gender discrimination.

  • The central theme is gender bias in society, especially in marriage arrangements.

  • Uma asserts that women are not "inanimate objects" or animals, and they deserve respect for their intellect.

  • Reedh Ki Haddi in the title symbolises moral strength, character, and the ability to stand up against societal norms.

  • The play criticises the notion that only men deserve higher education and that women’s roles are confined to domesticity.

  • It also highlights the false values some people attach to marriage, where a woman's education and dignity are secondary to her ability to fulfil traditional roles.

  • Self-respect, equality, and independence are important values to uphold in a society.

  • Reedh Ki Haddi is an effective social commentary that challenges patriarchal thinking and advocates for gender equality, emphasising that respect for women’s education and individuality is essential in modern society.


Benefits of Important Questions for Class 9 Hindi Kritika Chapter 3: Reedh Ki Haddi

  • Important Questions provide a clear summary, helping students recall the main points and key ideas without re-reading the whole chapter.

  • They highlight important themes, questions, and ideas, making exam prep faster and more effective.

  • Simplified Important Questions make it easier for students to remember essential details and understand the core message of the chapter.

  • Important Questions offer guidance on framing answers, especially for important questions likely to appear in exams.

  • With concise Important Questions, students can revise quickly, ensuring that they cover all syllabus topics in less time.


Conclusion

"Reedh Ki Haddi" is a thought-provoking play by Jagdish Chandra Mathur, which critiques societal norms and gender discrimination. Through the character of Uma, the play highlights the importance of women's education, self-respect, and equality in a traditional society. To help students understand this chapter better, Vedantu offers a FREE PDF of important questions related to this chapter, which is useful for exam preparation. This PDF is prepared by top experts and master teachers who hold years of experience in dealing with the CBSE curriculum, thus ensuring the accuracy and relevance of the content provided. Overall, the play is a social commentary that encourages critical thinking about gender roles and urges society to provide equal opportunities and respect to both men and women.


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FAQs on Reedh Ki Haddi (रीढ़ की हड्डी) Class 9 Important Questions: CBSE Hindi (Kritika) Chapter 3

1. Who are the main characters in the play "Reedh Ki Haddi"?

The main characters in the play are Uma, Ram Swarup Babu, Prema, Gopal Prasad, Shankar, and the servant Ratan.

2. What is the significance of the title "Reedh Ki Haddi" from Class 9 Hindi Kritika Chapter 3?

The title "Reedh Ki Haddi" (meaning backbone) symbolises the strength, courage, and moral integrity needed to stand up for what is right and challenge societal norms, especially in the case of women.

3. Why does Goapal Prasad want a less educated girl for his son Shankar?

Gopal Prasad believes that women should not be highly educated and that their place is only in household duties, reinforcing traditional and gender-biased views.

4. How does Uma respond to the questions asked by Goapal Prasad and Shankar?

Uma responds assertively, showing her self-respect and intelligence, challenging the traditional ideas imposed on women and confronting their prejudiced notions.

5. What role does education play in the play from Chapter 3 Class 9 Hindi "Reedh Ki Haddi"?

Education is portrayed as an essential aspect of empowerment, and the play critiques the notion that women should be less educated than men, emphasising the need for gender equality in education.

6. What is the turning point in the play?

The turning point occurs when Uma reveals that Shankar has been caught spying around women's hostels, thus exposing his hypocrisy and challenging the patriarchal attitude of Gopal Prasad.

7. How does the character of Uma challenge traditional societal norms?

Uma challenges traditional norms by refusing to accept the role of a submissive woman and standing up for her rights, highlighting the importance of respect for women and their choices.

8. What is the significance of Shankar's character in the play in Hindi Class 9 Chapter 3?

Shankar represents the hypocrisy and double standards of society, as he, despite being educated, follows the same patriarchal beliefs as his father and shows a lack of respect towards women.

9. What is the conflict in "Reedh Ki Haddi"?

The central conflict arises from the clash between traditional patriarchal values and the emerging idea of women's independence and empowerment, as demonstrated by the character of Uma.

10. What is the social message conveyed by the play "Reedh Ki Haddi"?

The play conveys a strong social message of gender equality, encouraging society to treat men and women equally, particularly in terms of education, marriage, and respect.

11. How does the play depict the treatment of women in traditional families?

The play depicts the patriarchal mindset where women are expected to be obedient, uneducated, and confined to domestic roles, while men are given priority in education and decision-making.

12. What is the reaction of Goapal Prasad and Shankar after Uma’s revelation?

Goapal Prasad reacts with anger and frustration, while Shankar feels embarrassed and awkward, leading to their eventual departure from the house.

13. What is the significance of the ending of the play "Reedh Ki Haddi"?

The play ends with Uma’s bold statement, where she questions the masculinity of Shankar, further undermining the patriarchal beliefs of the family and leaving a strong message about women's rights and dignity.